सीरियल ‘‘अनुपमा’’ में वनराज शाह के किरदार ने अभिनेता सुधांशु पांडे को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. वैसे पिछले दो दशक से उद्योग से जुड़े हुए सुधांशु पांडे भारत के पहले लड़कों के बैंड का हिस्सा रहे हैं और इस बैंड का हिस्सा होकर वह बेहतरीन गायक के रूप में पहचाने जाते थे. उन्होने कई टीवी सीरियलों के अलावा ‘सिंह इज किंग’, ‘खिलाड़ी 420’, ‘सिंघम’ दस का खिलाड़ी, 2. 0 जैसी फिल्मों का हिस्सा रहे हैं.
हाल ही में संपन्न ‘भारतीय टेलीविजन अकादमी पुरस्कार’ में सुधांशु पांडे को सीरियल ‘अनुपमा’ में वनराज के किरदार को निभाने के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से नवाजा गया. यह पुरस्कार आज उद्योग के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है. इसे जीतने पर सुधांशु पांडे कहते हैं, ‘‘मैं अपने लिए इससे बेहतर नई शुरुआत नहीं मांग सकता था. लंबे अंतराल के बाद मैं टीवी पर वापस आया हूं. यह मेरा पहला डेली सोप है. अभी इसका प्रसारण शुरू हुए सिर्फ 6 -7 माह ही हुए हैं, ऐसे में इस सीरियल के किरदार के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ अभिनेता’ का पुरस्कार मेरे लिए ईश्वरीय आशिर्वाद से कम नहीं है. मैंने जो मेहनत की है, उसका फल मिल गया. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अन्य कलाकार मेहनत नहीं करते हैं. लेकिन मुझे लगता है कि जब लोग हमारे अच्छे काम को स्वीकार करते हैं, हमोर काम को सराहते हैं, तभी वह हमें पुरस्कृत करने के लिए वोट करते हैं. और हमें पुरस्कार जीतने का अवसर मिलता है. इसलिए मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं. वैसे वनराज का किरदार काफी दिलचस्प है. इसलिए दर्शकों ने इसे पंसद किया . मेरी राय में वनराज एक ऐसा किरदार है, जिससे दर्शक प्यार नहीं करते, बल्कि इससे नफरत करना पसंद करते हैं, मैं इसे कैसे पसंद करूंगा. मुझे लगता है कि वनराज शाह के व्यवहार और वनराज शाह के बहुत ही अप्रत्याशित स्वभाव के कारण यह सीरियल दिलचस्प बनता है. ’’