महाराष्ट्र में शिवसेना,कॉग्रेस और एनसीपी की सरकार के रवैए से एक बात साफ तौर पर सामने आ रही है कि यह सरकार फिल्म इंडस्ट्री की तबाही का कारण बन रही है. और इस सरकार की अपनी कार्यशैली के ही चलते धीरे धीरे फिल्म निर्माताओं ने अपनी फिल्म,सीरियल,वेब सीरीज आदि की शूटिंग मुंबई व महाराष्ट्र राज्य से बाहर दूसरे राज्यों में करने पर मजबूर हो रहे हैं,जिसका फायदा गुजरात,मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश को हो रहा है. पर महाराष्ट्र सरकार को इस दिशा मेंं नए सिरे गंभीरता से सोच विचार करने की जरुरत है.
कोरोना महामारी व लॉक डाउन के चलते देश की ही तरह महाराष्ट्र राज्य में भी पिछले लगभग सवा एक वर्ष में सभी उद्योग धंधे चैपट हुए हैं. फिल्म,सीरियल व वेब सीरीज की शूटिंग बंद हुई,जिसके चलते तकरीबन पॉंच लाख से अधिक डेली वेजेस वर्कर के सामने दो वक्त की रोटी का संकट गहरा गया है. कोरोना की पहली लहर के बाद जुलाई 2020 में कई तरह की पाबंदियों व सुरक्षा उपायों के साथ फिल्म व सीरियल की शूटिंग थोड़ी बहुत शुरू हुई थी,लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के चलते महाराष्ट्र सरकार ने पिछले दो माह से कड़क लॉक डाउन लगाकर फिल्म,सीरियल आदि की शूटिंग व फिल्म निर्माण से जुड़े हर काम पर पूरी पाबंदी लगा रखी है. जबकि दूसरे राज्यों में ऐसा नही है. मुंबई व महाराष्ट्र के दूसरे शहरो में सुरक्षा उपायों के साथ लगातार फिल्म व टीवी सीरियल की शूटिंग हो रही है. महाराष्ट्र सरकार ने पाबंदी लगायी, तो कई सीरियल निर्माता अपनी पूरी युनिट के साथ गोवा व गुजरात पहुंच गए. मसलन,‘सब टीवी’के लोकप्रिय हास्य सीरियलों ‘हप्पी की उलटन पलटन’और ‘भाबी जी घर पर है’’को इन दिनों गुजरात के सूरत शहर के एक होटल में फिल्माया जा रहा है और निर्माता बेनीफर व संजय कोहली का दावा है कि इससे उनके सीरियलांे के कथानक में एक नई ताजगी आ गयी है.