मेरे हेयर को इतना खीचों मत….अच्छी और बड़ी कंघी से मेरे बाल को सवारों….. क्या आपके पास बड़ी दांतों वाली कंघी नहीं है?….मेरा ले लीजिये… नहीं-नहीं है न, मेरे पास….आप इतनी व्याकुल क्यों हो रही है?…. असल में मेरे बाल झड़ते जा रहे है…..पहले ऐसा नहीं था…मेरे बाल काफी घने और लम्बे हुआ करते थे…कॉलेज जाने के बाद से ऐसा होने लगा है….इसलिए मैं अपने हेयर को शार्ट करवाने आई हूँ, ताकि बाल झड़े नहीं…मैं तो सम्हाल कर धीरे-धीरे कंघी करती हूँ और आप मेरे केशों को खीँच-खीँच कर सेट कर रही है… एक-एक बाल गिरने पर मुझे तनाव होने लगता है….अंत में मुझे विग लगाने या फिर हेयर ट्रांसप्लांट के सिवा कुछ दूसरा आप्शन नहीं होगा…ठीक है, मैं आपकी इच्छा के अनुसार ही हेयर कट करुँगी. कुछ इस तरह की बातें 25 वर्षीय मायरा एक ब्यूटी सैलून में हेयर कट करती हुई महिला से कह रही थी और महिला उसे आश्वासन दे रही थी.

लेती है झाड़-फूंक का सहारा

ये सही है कि बालों के झड़ने से किसी भी लड़की या महिला चिंतित हो जाती है और झाड़-फूंक, काला धागा से लेकर हर तरह की सलाह हेयर एक्सपर्ट से लेती रहती है. झाड़-फूंक की वजह उनकी बाल को किसी की नज़र लग जाना, जिसे झाड़-फूंक से ठीक हो जाना मानती है. जबकि हेयर एक्सपर्ट नयी तकनीक बताकर कभी कुछ दवा या केशों के लिए लोशन देती रहती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि एक महिला मुंबई की बांद्रा पश्चिम में एक हर्बल ब्यूटी सैलून में आई और अपने बाल दिखाकर रोने लगी, क्योंकि वह पिछले एक साल से बालों के झड़ने को लेकर इलाज करवा रही है, लेकिन उसे कोई फायदा नहीं मिला, उसके बाल फिजी होने के साथ-साथ स्कल के कई जगह से पूरी तरह से गायब हो चुकी थी. घबराई महिला को हेयर एक्सपर्ट ने शांत किया और वजह बताने लगी.

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जाने वजह

असल में केशों का झड़ना रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा है और पूरी तरह से सामान्य है. अधिक तनाव और किसी प्रकार की बीमारी होने की वजह से बाल झड़ने लगते है, जो तनाव के कम हो जाने या बीमारी के ठीक हो जाने पर, केशों का झड़ना भी कम हो जाता है और नए बाल निकलने के बाद स्थिति सामान्य हो जाती है. इस बारें में एनरिच हेयर एक्सपर्ट सरीना आचार्य कहती है कि हेयर फॉल से किसी को भी घबराने की जरुरत नहीं होती, क्योंकि ये एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन कितने बालों का झड़ना नॉर्मल है और कब हेयर एक्सपर्ट की सलाह लेना उचित है, ये समझना भी जरुरी है. एवरेज हर दिन 50 से 60 हेयर गिरते है, जो सामान्य है, पर इस दौरान अगर आपके हेयर की चमक और पतलेपन को नोटिस करती है तो आपको सोचने की जरुरत है और इसके पीछे की वजह जानने की आवश्यकता है, जो आसान नहीं होती. कुछ सुझाव निम्न है, जिससे आप हेयर फॉल की वजह जान उसका इलाज कर सकती है,

स्ट्रेस कम करना

स्ट्रेस की वजह से बालों का झड़ना स्थायी नहीं होता, जितनी जल्दी इससे खुद को निकालेंगे, केशों का गिरना कम होता जायेगा. स्ट्रेस मैनेजमेंट को अपनाकर हेयर फॉल को कम किया जा सकता है,

  • योगा या मेडिटेशन
  • डीप ब्रीथिंग
  • बाहर पसंदीदा दोस्तों के साथ समय बिताना
  • काउंसलिंग या थेरपी

वंशानुगत बालों का झड़ना

जेनेटिक्स भी हेयर फॉल में प्रमुख भूमिका निभाती है, क्योंकि उम्र बढ़ने के अनुसार बालों का झड़ना शुरू हो जाता है और ये समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों में दिखाई पड़ता है. इसका अर्थ यह है कि विरासत में वे जिन्स मिले है, जो बालों के झड़ने का कारण बनते है और हेयर ग्रोथ भी कम होने लग जाता है. महिलाओं में, इसका संकेत आमतौर पर केशों का पतला होना या विशेष रूप से मिडल से पार्टिंग का चौड़ा होना है. जब किसी पुरुष को वंशानुगत बालों का झड़ना होता है, तो पहला संकेत अक्सर उनके सिर के मध्य भाग पर घटती हेयरलाइन या बॉल्ड स्पॉट होना है. इसे धीमा करने के लिए कुछ बातें खास ध्यान देने योग्य है,

  • स्वस्थ जीवन शैली का होना,
  • पर्याप्त नींद लेना,
  • स्ट्रेस कम करना,
  • नियमित रूप से वर्कआउट करना,

पर्याप्त प्रोटीन की कमी

दैनिक आहार में प्रोटीन की कमी से केशोंका झड़ना शुरू हो सकता है. दैनिक भोजन योजना में अंडे, चिकन, बीन्स, सोया, दाल और दही को शामिल करके आसानी से अपने आहार में अधिक प्रोटीन शामिल कर सकते है.

हार्मोनल परिवर्तन

महिलाओं में खासकर गर्भवती होना, मेनोपॉज़ का होना, पीसीओएस या थायराइड से पीड़ित होने पर केशों के झड़ने की संभावना होती है, स्वस्थ जीवन शैली अपनाने और बालों के ग्रोथ के लिए पर्याप्त पौष्टिक आहार लेकर इसका इलाज किया जा सकता है.

किसी खास बीमारीका होना

कोविड 19 जैसी बीमारी भी हेयर फॉल का कारण बन सकती है. विशिष्ट दवाओं के साइड इफेक्ट्स होते है, जो बालों के झड़ने का कारण बन सकते है,ऐसे में दवा को कम करने या वैकल्पिक दवा के लिए डॉक्टर से परामर्श करना सबसे उचित होता है.

उम्र का बढ़ना

40 साल की उम्र होने पर शरीर की नई कोशिकाओं का फिर से उत्पन्न करने की क्षमता कम हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप केशों का पतलापन, बाल झड़ना और बाल सफेद होने लगते है. स्काल्प नएकेशों के गुच्छे को निकलने से रोकता है. यह सामान्यत: उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का एक हिस्सा है. इस समस्या को रोकने के लिए प्रोटीन युक्त संतुलित आहार का सेवन बढ़ाना और बालों के पतलेपन को कम करने के लिए हेज़लनट ऑयल या टी ट्री ऑयल का प्रयोग करने से कुछ फायदे दिखाई पड़ते है.

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खतरनाक है ओवर स्टाइलिंग

केशों के झड़ने की वजह ओवर स्टाइलिंग और हेअर ट्रीटमेंट करना है. बालों को ओवर स्टाइलिंग के कारण होने वाले नुकसान से बचाने के लिए जैतून के तेल, अरंडी के तेल दोनों से स्कैल्प की मालिश करने पर बालों का ग्रोथ अच्छा होता है.

वजन घटाना है एक वजह

कई बार वजन कम होने पर शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता, क्योंकि इस समय व्यक्ति सही तरीके भोजन न लेने की वजह से विटामिन्स और मिनरल्स की कमी हो जाती है. वजन कम करते समय केशों के झड़ने को रोकने के लिए अपने आहार में मीट, साबूत अनाज, फल और सब्जियां शामिल करना जरुरी है, क्योंकि वे प्रोटीन, आयरन, विटामिन ए, विटामिन सी और ज़िंक से भरपूर होते है,ये सभी हेयर ग्रोथ के लिए आवश्यक होता है.

बचना है स्टेरॉयड सेवन से

मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए कई बार स्टेरॉयड के सेवन से भी बाल झड़ सकते है,इसके अलावा कुछ बीमारी के लिए स्टेरॉयड का सेवन दवा के रूप में करना पड़ता है, ऐसे में दवा की कमी के साथ हेयर फॉल कम हो जाएगा.

कमी आयरन की

आयरन बालों को स्वस्थ रखने में मदद करता है, जब आयरन का लेवल कम हो जाता है, तो केशों की क्वालिटी में भी कमी आ जाती है. जब व्यक्ति के शरीर में पर्याप्त आयरन नहीं होता, तो शरीररक्त में हीमोग्लोबिन का उत्पादन नहीं कर पाता. रक्त को शरीर में कोशिकाओं की वृद्धि और रिपेयर के लिए ऑक्सीजन ले जाने में सक्षम बनाता है, जिसमें हेअर ग्रोथ को प्रोत्साहित करने वाली कोशिकाएं भी शामिल होती है.

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