अभी हाल ही में मिसेज शाह से मिलना हुआ तो कहने लगी “क्या करें बेटी को समय ही नहीं मिलता”.
कहाँ व्यस्त रहती है इतना वह ? मैं ने पूछा.
क्या बताऊँ आजकल ऑनलाइन पर्सनैलिटी डवलपमेंट और सेल्फ ग्रूमिंग कोर्स जॉइन किया हुआ है. उसके अलावा एक घंटा एरोबिक्स एवं योगा. इतने समय से जिम बंद थे अब वे भी खुल गए सो एक घंटा सुबह जिम जाती है. इसके अलावा पढाई तो है ही सही.
इतना कुछ आखिर क्यूँ ?
अब ज़िंदगी में कुछ करना है तो मेहनत तो अभी से ही करनी होगी न.
मिसेज शाह का जवाब सुन मैं चुप रह गयी किन्तु मन ही मन सोचने लगी “ऐसा भी क्या करना है इन्हें मेरी बेटी भी तो उसी के साथ पढ़ती है, उसे तो बहुत समय मिलता है”
बहुत कुछ इन्फार्मेटिव है इंटरनेट पर
घर आ कर मैं और मेरी बेटी जब रसोई में एक साथ काम कर रहे थे तो बातों ही बातों में मैं ने कहा “आज मिसेज शाह मिली थीं बता रही थीं कि उनकी बिटिया मायरा पूरा दिन कुछ न कुछ सीखती ही रहती है, बहुत व्यस्त रहती है और तुम हो कि इन्स्टा, यूं ट्यूब में समय गँवा रही हो”
ऐसा क्यूँ सोचती हैं आप मॉम ? मैं क्या सारा समय इन्स्टा और यू ट्यूब पर फ़ालतू समय बिताती हूँ ?
इंटरनेट पर भी बहुत सारे इन्फार्मेटिव वीडियों आते हैं वो देखती हूँ. इन्स्टा पर अपने पहचान के लोगों से मिलती हूँ आखिर मुझे भी तो अपनी ज़िंदगी जीनी है या टाइम मशीन बन कर रह जाऊं ?
तुलना करना उचित नहीं