आप जैसा खाते हैं वैसे ही आपके शरीर में लगता है. आप जो कुछ भी खा रहे हैं उसका प्रभाव न केवल आपके सामान्य स्वास्थ्य पर पड़ता है, बल्कि खानपान का असर आपके शरीर के साथ साथ आपकी स्किन पर भी पड़ता है. डॉ कुमारा पणिकर गोपाकुमार, साइंटिस्ट ,द लाइफकार्ट.इन के मुताबिक स्क्वैलिन हमारे शरीर की ऑयल ग्लैंड (तेल ग्रंथियों) के जरिए बनता है, इसकी वजह से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी दिखती है और शरीर भी स्वस्थ रहता है. इसके अलावा स्क्वैलिन ऑक्सीजन की मदद से सेलुलर मेटाबॉलिज़्म में सुधार करके इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने और ख़राब सेहत को सही करने में मदद करता है.
स्वस्थ शरीर के लिए स्क्वैलिन बहुत जरूरी होता है और वह भी प्राकृतिक तरीके से स्क्वैलिन मिलना सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है. स्क्वैलिन मानव शरीर में बनने वाला एक अणु है जो इम्यूनिटी तथा उर्जा को बढ़ाता है और स्किन की क्वॉलिटी में सुधार करता है. उम्र बढ़ने से शरीर में स्क्वैलिन का लेवल कम होता जाता है. स्क्वैलिन की इस कमी से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाता है जिसके कारण खराब नींद, जल्दी बुढ़ापा और लाइफ़स्टाइल संबंधी बीमारियां होती हैं.
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स्क्वैलिन मानव शरीर को कई स्वास्थ्य-लाभ जैसे कि एंटी-ऑक्सीडेशन, इम्यूनिटी का निर्माण, कोलेस्ट्रॉल के लेवल का संतुलन करके सप्लीमेंट प्रदान करता है. स्क्वैलिन कैंसर विरोधी एजेंट के रूप में भी कार्य करता है और हार्ट की बीमारियों को होने से बचाता है. शरीर को अंदर से पोषण प्रदान करने के अलावा अपने खानपान में स्क्वैलिन को शामिल करने का उद्देश्य स्किन की परतों को संतुलित करके, स्किन के मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाकर, स्किन की नमी में सुधार करके और लोच बनाए रखते हुए स्किन को जवान रखना होता है. यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस, ख़राब इम्यूनिटी, ट्यूमर और कोलेस्ट्रॉल असंतुलन की समस्याओं से भी निजात दिलाता है.