मानसून अपनी आमद की दस्तक लगभग पूरे देश में दस्तक दे चुका है. बारिश के मौसम में हवा में नमी रहती है जिससे कीड़े मकौड़े और कोकरोच भी घरों में अपनी जगह बना लेते हैं. बारिश से जहाँ एक तरफ गर्मी से राहत मिलती है वहीं घर को यदि बारिश के लिए तैयार न किया जाये तो चीजों के खराब होने की सम्भावना तो हो ही जाती है साथ ही अक्सर अनचाही मुसीबतों का भी सामना करना पड़ जाता है. आज हम आपको बारिश के लिए अपने घर को इस तैयार करने के कुछ टिप्स बता रहे हैं-
-मानसून के इन 2 माह में किचिन में प्रयोग किये जाने वाले विभिन्न दाल, मसालों, शकर, नमक आदि को पर्याप्त मात्रा में स्टोर कर लें, यदि आप वर्ष भर का राशन एक साथ खरीदतीं हैं तो भी दो माह के लिए राशन अलग निकालकर एयर टाईट जार में भरकर रखें ताकि बारिश की नमी खाद्य पदार्थ में प्रवेश न कर सके.
- दाल चावल के डिब्बो में तेजपात, साबुत लाल मिर्च आदि रखें ताकि इनमें घुन न लगें साथ ही नमक में कुछ दाने चावल के डालें ये नमी को सोख लेंगे, शकर में दो चार लौंग डालने से चीटियाँ नहीं होंगी.
- किचिन में प्रयोग किये जाने वाले टावेल और कपड़ों को भी धोकर रख लें क्योंकि बारिश में नमी के कारण कपड़े आसानी से सूखते नहीं हैं जिससे उनमें कीटाणु पनपने की सम्भावना हो जाती है, यदि हो सके तो घर के पुराने और अनुपयोगी कपड़ों को छोटे छोटे टुकड़ों में काटकर यूज एंड थ्रो की तरह इस्तेमाल करें.
- घर के सभी कारपेट और रग्स को धूप दिखाकर, या फिर वेक्यूम क्लीनर से अच्छी तरह साफ़ करके सूती चादर में लपेटकर रख दें.
- छाते और रेनकोट को निकालकर चेक कर लें ताकि समय रहते उन्हें सुधरवाया जा सके. इन्हें रखने की व्यवस्था भी घर के बाहरी कमरे या फिर घर के बाहर ही करें ताकि बारिश में आपका पूरा घर गंदा न हो.
- बारिश के लिए वाटर प्रूफ जूते चप्पल निकाल लें साथ ही चमड़े और कपड़े के जूते चप्पलों को अच्छी तरह साफ करके प्लास्टिक के जिप बेग में रख दें ताकि ये नमी के प्रभाव में आने से बचे रहें.
- मूंगफली, ड्राईफ्रूट्स, साबुत मसालों को अधिक मात्रा में खरीदकर जिप बेग में रख लें क्योंकि बारिश के तुरंत बाद बाजार में ये खाद्य वस्तुएं नमी और फफूंद वाली मिलतीं हैं.
- बाथरूम, सिंक और वाश बेसिन में फिनायल की गोलियां डाल दें ताकि उनमें कीड़े मकोड़े न पनप सकें.
- घर के सदस्यों के उपयोग के लिए हल्के तौलिये और चादरें निकाल लें ताकि ये आसानी से सूख सकें साथ ही घर के सभी सदस्यों के लिए कम से कम तीन जोड़ी अंडरगारमेंट की व्यवस्था अवश्य कर लें ताकि इमरजेंसी में इनका उपयोग किया जा सके.
- बनारसी, जरी वर्क और शिफोन जैसे महंगे फेब्रिक के सूट और साड़ियों को सूती कपड़े में लपेटकर साड़ी या सूट कवर में रखें, साथ ही बारिश में पहनने के लिए हल्के और सिंथेटिक कपड़ों को निकाल लें ताकि वे जल्दी सूख जायें.
- गर्मियों में बालकनी या छत पर लगाये गए ग्रीन नेट को हटवा कर छत की साफ़ सफाई करवाएं ताकि बारिश का पानी सुगमता से निकल सके.
- स्नेक प्लांट, एग्लोनिमा, मनी प्लांट, सिंगोंनियम, पाम और सक्लेंट जैसे पौधे जिन्हें बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है, उन्हें एक बार के बारिश के पानी के बाद घर के अंदर रख लें अन्यथा वे अधिक पानी से सड़ने लगेंगे.
- कुछ अतिरिक्त डोरमेट बाजार से लाकर रखें ताकि मुख्य द्वार पर उन्हें एक के बाद बिछा सकें ताकि बाहर से आने वाले जूते चप्पलों से घर को गीला होने से बचाया जा सके.
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