रीना औफिस से थकीहारी आई थी. आज औफिस में लंबी मीटिंग चली. अभी कपड़े बदल कर सोफे पर बैठी ही थी और सोच रही थी कि डिनर में कुछ हलका-फुलका बना ले तभी निखिल ने घर में घुसते ही ऐलान किया कि आज रात का खाना बाहर खाएंगे.
रीना झुंझला उठी. दिनभर की थकी-मांदी, डेढ़ घंटा मेट्रो की भीड़ में खड़े-खड़े सफर करके घर पहुंची है. अभी-अभी कपड़े बदले हैं और अब बाहर जाने के लिए फिर से तैयार हो?
रहने दो, मैं घर में ही कुछ सदा सा बना लेती हूं, उसने निखिल को मना करना चाहा.
निखिल थोड़ा नाराज हो गया, बोला, ‘‘मैं तो तुम्हारे लिए ही कह रहा था. थकी हुई दिख रही हो. अब किचन में घुसोगी. आधे घंटे में उबला सा खाना बनाओगी और डेढ़ घंटा किचन साफ करने में लगाओगी.’’
रीना सफाई को लेकर बड़ी पार्टिकुलर है. खासतौर से किचन की सफाई. मगर ये सफाई उसके खाना बनाने के वक्त को और मन को मार देती है. कितने दिन हो जाते हैं पति को कुछ अच्छा बना कर नहीं खिला पाती है. ऐसा नहीं है कि उसके हाथ में स्वाद नहीं है. भरपूर स्वाद है मगर तड़का-छौंका वाला खाना वो इसीलिए अवौयड करती है कि तेल और धुआं उड़ेगा. अब बिना तड़केछौंके के न तो कोई सब्जी अच्छी लगती है न दाल.
रीना जैसी महिलाओं को जिनकी रसोई में हवा के सही आवागमन का इंतजाम नहीं है और जिनकी रसोई छोटी है, की तकलीफों को कुचीना होम मेकर्स प्राइवेट लिमिटेड ने समझने की कोशिश की है.
दरअसल, कोरोना महामारी के वक्त में जब सब तरफ लौकडाउन लगा और नौकरीपेशा लोग वर्क फ्रौम होम करने लगे, बच्चे घर में रह कर औनलाइन पढ़ाई करने लगे तब किचन की सफाई का बड़ा मसला गृहिणियों के सामने उभरा.
किचन की गंदगी
अधिकांश घरों में तो पतियों ने भी किचन में खूब हाथ आजमाया. जितना भी पाक-विज्ञान उन्हें आता था कोरोनाकाल में वो सारा हुनर उन्होंने पत्नी और बच्चों को दिखा डाला. यूट्यूब पर नएनए व्यंजनों की रेसिपी देखदेख कर खूब प्रयोग किचन में किए गए. मगर उसके बाद किचन की जो हालत हुई उसने पत्नियों की कमर तोड़ दी.
खाना पकाने के दौरान किचन से निकली गर्म हवा का सही तरीके से घर से बाहर निकलना बहुत जरूरी है. मगर छोटे घरों में और फ्लैट सिस्टम में ऐसा हो नहीं पाता है. इस बात को कुचीना होम मेकर्स प्राइवेट लिमिटेड ने ही समझा और एक ऐसा प्रोडक्ट मार्किट में उतारा जिसने महिलाओं की साफसफाई की समस्या का काफी हद तक निराकरण कर दिया है. कुचीना होम मेकर्स प्राइवेट लिमिटेड आपके किचन में ही रेस्तरां जैसा स्वादिष्ठ भोजन पकाने के लिए आपको भरपूर समय देने और आपकी सुविधानुसार इस उपकरण को डिजाइन किया है.
कुचीना ने बनाया काम आसान
कुचीना ने सबसे पहले गृहिणियों के दिल को समझा. उसने समझा कि हर गृहिणी अपने घर के सदस्यों को और खासकर अपने बच्चों को हमेशा ही लजीज भोजन ही बना कर खिलाना चाहती है, जिसके लिए उसको कुछ एक्स्ट्रा वक्त चाहिए.
रसोई उपकरण निर्माता मर्क्यूरियल के प्रबंध निदेशक नमित बाजोरिया कहते हैं कि हम कुचीना को बाजार में लाए हैं क्योंकि मैंने खुद अपने घर में अपनी मां को रसोई में कड़ी मेहनत करते और बेचैनी सहते देखा है. उनके लिए खाना बनाने के बाद चीजों को साफ करना एक कठिन काम था. तभी मैंने ये विचार बना लिया था कि भारतीय रसोई को साफ रखने का कोई तरीका मुझे निकालना होगा और कुचीना मेरे उसी विचार का असल रूप है. इसने गृहिणियों के कई मुद्दों को हल कर दिया है. उनके समय को बचाया है और कड़ी मेहनत से उन्हें निजात दी है.
नमित बताते हैं कि उन्होंने 1996 में अपना करियर शुरू किया था. शुरुआत उन्होंने औफिस औटोमेशन सेवा उत्पादों की बिक्री से की. मगर उनकी महत्वाकांक्षा इससे ऊंची उड़ान भर रही थी और वे अपना कोई ब्रांड लेकर आना चाहते थे. लिहाजा 2003 में ही उन्होंने एक औटोमेटिक चिमनी के साथ अपना ब्रांड मार्किट में उतारा.
नमित कहते हैं, ‘‘2003 में जब हमने चिमनी लौंच की थी. तब बाजार पश्चिमी देशों की तरह समान सेवाएं देने वाले ब्रांडों से भरा हुआ था. मैंने सोचा कि क्या वे भारतीय आवश्यकताओं को पूरा करते हैं? क्योंकि भारतीय रसोई को तो ‘प्रलय’ माना जाता है. जो गंदगी और ग्रीस से भरी होती है. हमने देखा कि हमारी गृहिणियां अपने दैनिक समय 50% सफाई और धुलाई में खर्च करती हैं. फिर हमने गहन शोध किया और कुचीना जैसा उपकरण हम लेकर आए जो भारतीय रसोई की सफाई संबंधी जरूरतों को पूरा करने में पूरी तरह सक्षम है.’’
कुचीना में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिससे किचन तो साफ होता ही है, तेल बिंदुओं से भरी सारी गर्म हवा भी बाहर निकल जाती है और उसके बाद पूरी चिमनी अपनेआप साफ हो जाती है. नमित कहते हैं, ‘‘आधुनिक तकनीक वाली कुचीना चिमनी में बटन दबाते ही सफाई शुरू हो जाती है. ये आई-क्लीन तकनीक से संभव हुआ है. जल्दी ही भारत के हर किचन में हमारी ये चिमनी होगी ऐसी मेरी कोशिश है.’’
नमित कहते हैं, ‘‘हम हर दिन प्रयोग कर रहे हैं ताकि हमारे उत्पाद प्रगति करते रहें. ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उत्पादों में नवाचार किया जा रहा है. हमने औटो-क्लीन चिमनियों के साथ शुरुआत की, जिसके लिए जरूरी था कि सिस्टम में साबुन के पानी को जोड़ा जाए. जो हमने किया. हम मौड्यूलर किचन में जर्मन तकनीक का भी इस्तेमाल कर रहे हैं जो सर्वश्रेष्ठ है. हमने अपने उत्पादों को आम भारतीय ग्राहक की जेब के अनुसार रखा है. धीरे-धीरे, उत्पादों की शृंखला में भी वृद्धि हो रही है. जल्दी ही हम पूर्ण रसोई समाधान प्रदान करेंगे.’’

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