हमारे समाज में कई तरह की रूढि़यां अब धीरेधीरे दरकिनार हो रही हैं. इन में से एक यह भी थी कि शादी से पहले लड़कालड़की मिलें नहीं. प्री वैडिंग के चलन से यह सोच अब टूट रही है. फिर भी अभी भी समाज का एक बड़ा हिस्सा है जो अपने बच्चों को इस से दूर रखता है. इस के बाद भी लड़के अपने जीवन के हर पल को यादगार बनाना चाहते हैं. अपनी खुशी को बनाए रखने के लिए वे प्री वैडिंग शूट कराते हैं.

इस से शादी के पहले के पलों को जीवनभर संजो कर रखना चाहते हैं. इस के लिए स्टाइलिश, कंफर्टेबल ड्रैस और अलगअलग लोकेशन का चुनाव करते हैं. इस के खास होने की वजह पार्टनर होने से पहले पार्टनर होने का एहसास करना है. एकदूसरे को जानने का मौका भी मिल जाता है. अपने पार्टनर को शादी से पहले और अच्छे से समझ पाते हैं.

मशहूर फोटोग्राफर और क्लीकर स्टूडियो के ओनर सूर्या गुप्ता कहते हैं, ‘‘प्री वैडिंग शूट आप की चाहत के हिसाब से हो इस के लिए समझदार और जानकार फोटोग्राफर पहली जरूरत होती है, जो प्लान करे. उस का एक विकल्प भी ले कर चलें. कई बार लोकेशन में दिक्कत आ जाती है. फोटोग्राफर से क्या चाहते हैं यह बात उस को बता दें. इस से वह आप की चाहत के हिसाब से रिजल्ट दे पाएगा.’’

कम बजट में कैसे करें शूट प्लान

बड़ी संख्या में परिवार प्री वैडिंग को अभी भी शादी का मुख्य हिस्सा नहीं मानते हैं. ऐसे में जरूरी यह होता है कि प्री वैडिंग शूट का प्लान इस तरह से करें कि वह कम बजट में हो सके. फोटोग्राफी के अलावा जो खर्चें होते हैं वह ड्रैस, मेकअप और लोकेशन को ले कर होता है. इस में खर्च बढ़ जाता है. हर शहर में कुछ खास स्थान होते हैं. वहां की लोकेशन को ले सकते हैं. किसी दूसरे शहर के मुकाबले इस का खर्च कम होगा. इसी तरह से ड्रैस और मेकअप के खर्च भी कम कर सकते हैं.

अपना बजट और आप क्या चाहते हैं यह फोटोग्राफर के साथ बैठ कर पहले प्लान कर लें. किसी के फोटो देख कर अपनी सोच न बनाएं. कुछ नई सोच बनाएं जिस से फोटो देखने वाला आप की समझदारी की तारीफ कर सके. शादी पर वैसे भी खर्चा ज्यादा होता है. ऐसे में फोटोशूट पर आप कितना खर्च कर सकते हैं यह पहले सोच लें. कम बजट के लिए डिजाइनर या खास तरह के कपड़े खरीदने से बेहतर होगा कि रैंट पर ले लें.

लोकेशन नजदीक चुनें

प्री वैडिंग शूट के लिए नजदीक की लोकेशन चुनें. प्रौप का चुनाव लोकेशन और ड्रैस के अलावा थीम को ध्यान में रखते हुए करें. कैसेकैसे पोज देने हैं यह भी सोच लें ताकि आखिरी समय पर दिक्कत न हो. फोटोग्राफर से मीटिंग करें तो यह सब डिस्कस कर लें. इसे डायरी में लिख लें. इस से फोटोग्राफर के साथ बेहतर तालमेल बनेगा जो वैडिंग फोटोशूट पर भी काम आएगा. प्री वैडिंग शूट में ले जाने वाले कपड़े, जेवर, मेकअप किट, नौर्मल और वेट टिशू, चादर जिस पर बैठ कर फोटोशूट के बीच में फ्री टाइम पर रिलैक्स कर सकें. शूट के पहले लोकेशन देख लें.

प्री वेडिंग शूट के लिए लोकेशन का चुनाव समझदारी के साथ करें. लोकेशन के बाद थीम  चुनना आसान होता है. हर थीम हर लोकेशन पर काम नहीं करता है. आप दोनों के मिलने की कहानी क्या है? लव मैरिज या अरेंज्ड मैरिज? आप कैसे मिले थे? कब कैसे रिश्ता शुरू हुआ था? इस से थीम और लोकेशन बनाना आसान होगा. लोकेशन वही रखें जहां आप दोनों कंफर्ट हों. थीम ऐसा हो जो लोकेशन से मैच करे. लोकेशन और थीम का चुनाव करते समय मौसम का भी ध्यान रखें. इस के हिसाब से फोटोग्राफर लैंस और बाकी चीजों का चुनाव करता है.

फोटोग्राफर कम से कम हों

बजट को कम करने के लिए कम फोटोग्राफर रखें. इस का दूसरा लाभ यह होगा कि आप आराम से फोटो शूट करवा सकते हैं. कई बार ज्यादा फोटोग्राफर होते हैं तो एकदूसरे की सोच के हिसाब से तालमेल नहीं बनता. समय भी ज्यादा लगता है. कई बार झिक झिक भी करनी पड़ती है. ऐसे में कम फोटोग्राफर ठीक रहते हैं. फोटोग्राफर का चुनाव ठीक देखभाल कर करें. समझदार और व्यवहारकुशल फोटोग्राफर अच्छा रहता है.

गैरजरूरी और महंगा है वीडियो बनवाना

प्री वैडिंग शूट के लिए वीडियो बनवाना बहुत जरूरी नहीं होता है. इस की उपयोगिता भी नहीं होती. ऐसे में इसे छोड़ा जा सकता है. शादी में वैसे भी वीडियो बनता ही है. ऐसे में वीडियो बनवाना महंगा होने के साथसाथ झंझट ही पैदा करता है.

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