हर दुलहन की चाहत होती है कि शादी के दिन वह किसी अप्सरा की तरह सुंदर दिखे ताकि पति की नजर उस के चेहरे से हट ही न पाए. आखिर यही तो वह दिन है जिस के लिए हर लड़की बड़े अरमानों से सपने बुनती है. मगर इस दिन वह कितनी गौरजियस लगेगी, यह डिपैंड करता है मेक अप पर. ब्राइडल मेकअप के लिए पहले से ही तैयारी शुरू हो जाती है. शादी वाले दिन कैमरा टिका होता है, तो बस दुलहन पर.

इस दिन लड़की का ऐसा मेकअप होता है, जैसा उस ने अपने अविवाहित जीवन में कभी नहीं किया होता. इसलिए ब्राइडल मेकअप बहुत खास होता है. दुलहन के रूप में कोई कैसी दिखेगी, इस का बहुत क्रेज होता है. लेकिन यह जरूरी है कि मेकअप ऐसा हो, जो दुलहन के रूप में चार चांद लगा दे और यह तभी संभव हो पाएगा, जब मेकअप होगा मौसम के अनुसार.

दरअसल, हमारी त्वचा मौसम के अनुसार देखभाल मांगती है, जैसे सर्दियों में कोल्डक्रीम लगाई जाती है, तो गरमियों में सनस्क्रीन लोशन. जब रोजमर्रा की चीजों में बदलाव लाया जाता है, तो ऐसे में ब्राइडल मेकअप का बदलते मौसम के अनुसार होना बहुत माने रखता है. थोड़ी सी लापरवाही से जिंदगी का यह सब से हसीन दिन अधूरापन छोड़ जाता है.

मानसून की दुलहन

अनीशा अपना अनुभव बताती हुई कहती है, ‘‘मेरी शादी 20 जुलाई को थी और उस दिन सुबह से ही बरसात शुरू हो गई थी. मानसून के चलते हम ने वैन्यू तो कवर्ड एरिया में ही बुक करवाया था, पर मेरा मूड सुबह से ही खराब हो गया था. मुझे चिंता अपने लुक की थी. मैं ने अपने पार्लर में बातचीत की तो उन्होंने कहा कि तुम बिलकुल चिंता मत करो, हम तुम्हारा मेकअप बारिश की परेशानियों को ध्यान में रख कर ही करेंगे, जो कंफर्टेबल रहेगा. मेरा वाटरप्रूफ मेकअप किया गया, जिस से मैं परेशानी से बच गई. यहां तक कि विदाई में रोते समय भी मेरा मेकअप बरकरार रहा.’’ वहीं दीपिका का अनुभव इस मामले में बहुत बुरा रहा. उस की शादी भी जुलाई माह की थी और वह तैयार हो कर जैसे ही मंडप में पहुंची, कुछ देर बाद बरसात शुरू हो गई और धीरेधीरे उस के चेहरे की क ांति जाने लगी. लिपस्टिक, आईलाइनर फैलने लगे. इसे बारबार ठीक करना आसान नहीं था. जैसेजैसे समय बीतता गया मेकअप हटता गया, जिस के कारण तसवीरें भी अच्छी नहीं आईं. इस खास दिन के लिए उस के ढेरों अरमान थे. इतने पैसे भी खर्च किए, लेकिन क्या फायदा? पूरा ओकेजन ऐसे ही खराब हो गया. मानसून में चाहे आप की शादी वाले दिन कैसा भी मौसम हो, लेकिन मेकअप मानसून के अनुसार ही करवाएं, क्योंकि ऐसे समय में बारिश कभी भी हो सकती है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...