त्योहारों का सीजन आते ही कुछ अपने घर के इंटीरियर मे भी कुछ नयापन लाने की इच्छा जागने लगती है; कुछ ऐसा, जिससे घर को नया रूप मिल जाए. बात जब घर यानी हमारे रहने की जगह की हो रही हो तो टाइल्स पर ध्यान देना बहुत जरूरी है. टाइल्स न केवल घर का सौंदर्य बढ़ाती है बल्कि सजावट के पूरे माहौल की भूमिका लिखती है.
ए.वी.मल्लिकार्जुन असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट, सेल्स एंड मार्केटिंग अपर्णा एंटरप्राइजेज लिमिटेड के बता रहे हैं कि अपने घर को चार चांद लगाने के लिए टाइल्स चुनते समय आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
टाइल्स का आकार
टाइल पसंद करने से पहले यह समझना जरूरी है कि आप जहां उन्हें लगा रहे हैं, वह जगह कैसी है और किस काम आती है. कमरे के आकार, प्रकाश व्यवस्था और मौजूदा सजावट जैसे कारणों पर विचार करें. बड़ी टाइलें किसी भी जगह को विशालता का रूप प्रदान कर सकती हैं, जबकि छोटी टाइलें कॉम्पैक्ट होने का अहसास जगा सकती है.
सटीक सामग्री:
टाइलें विभिन्न सामग्रियों जैसे सिरेमिक, चीनी मिट्टी के बरतन, प्राकृतिक पत्थर सहित कई तरह की सामग्री में उपलब्ध हैं; सभी की अपनी-अपनी खासियत है. जैसे, चीनी मिट्टी की टाइलें बहुत टिकाऊ और वॉटरप्रूफ होती हैं, इन्हें बाथरूम और रसोई के लिए अच्छा माना जाता है. अधिक महंगी लेकिन प्राकृतिक पत्थर की टाइल्स भव्य लगती है, संगमरमर भी सुरुचिपूर्ण और बेजोड़ विकल्प है, क्योंकि यह सुंदरता और भव्यता को उस स्तर तक ले जाता है, जिसे अन्य सामग्रियों से बनी टाइल्स नहीं ले जा सकतीं. ऐसे ही ग्रेनाइट, चूना पत्थर, ट्रैवर्टीन और बलुआ पत्थर जैसी कई टाइल्स हैं, जिससे घर को आलीशान बनाया जा सकता है.