गर्मी के दिनों अपने हाइजीन का खास खयाल रखना क्यों जरूरी हो जाता है, जरूर जानिए…
मौसम बदलने के साथ ही शरीर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. गरमियों में पसीना, रेशेज आदि समस्याएं पर्सनल हाइजीन से संबंध रखती हैं. इसलिए इस दौरान यह जरूरी हो जाता है कि आप अपने इंटिमेट हाइजीन पर खास ध्यान दें खासकर महिलाएं जिन्हें बहुत सारी बीमारियां पर्सनल हाइजीन को नजरअंदाज करने के कारण होती हैं.
किचन से ले कर औफिस मीटिंग तक महिलाएं दिनभर में न जाने कितने कामों को अंजाम देती हैं. ऐसे में वे अपने पर्सनल हाइजीन पर ध्यान नहीं दे पातीं. इंटिमेट हाइजीन पर ध्यान न दिए जाने के कारण महिलाओं को यूटीआई (यूरिन करते समय जलन और दर्द महसूस होना) जैसे कई तरह के इन्फैक्शन व अन्य समस्याएं हो जाती हैं. गरमी में तो यह समस्याएं पसीने के कारण और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं.
क्यों जरूरी है इंटिमेट हाइजीन
मासिकधर्म की तरह आज भी लोग पसर्नल हाइजीन के बारे में खुल कर बात करने से बचते हैं. इंटिमेट हाइजीन का ठीक तरह से ध्यान न रखने के कारण यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फैक्शन (यूटीआई) और ड्राइनैस जैसी दिक्कतें होती हैं, बैक्टीरियल इन्फैक्शन भी बढ़ सकता है, जिस से रैशेज व खुजली होती है और कई मामलों में निमोनिया या ब्लड डिजीज भी हो सकते हैं.
अकसर लोग हाइजीन का खयाल नहीं रखते, जिस के कारण वे मानसिक और शारीरिक दोनों ही तनावों का शिकार होते हैं. यहां तक कि वे डिप्रेशन के शिकार भी हो जाते हैं.
गरमियों में इंटिमेट हाइजीन का रखें ध्यान
चूंकि ये समस्याएं गरमियों में ज्यादा बढ़ जाती हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रख कर आप इन समस्याओं से बच सकते हैं:
काम और ट्रैवल करते समय हमें अकसर पसीना आता है. गरमियों में तो कुछ दूरी का सफर भी आप को पसीने से नहला देता है. पसीना सूखने के बाद हमारे शरीर पर जर्म्स रह जाते हैं, जिन्हें हमें तुरंत साफ करने की जरूरत होती है. आप इंटिमेट एरिया से उन्हें सूखे कपडे़ से साफ कर सकते हैं. इस मौसम में त्वचा को साफसुथरा रखना बहुत जरूरी है. इसलिए दिन में 2 बार जरूर नहाएं. ऐसा करना आप की बौडी को साफ और स्वस्थ रखता है.
पसीने से होने वाली ऐलजी से बचने के लिए महिला हो या पुरुष अपने इंटिमेट एरिया को साफसुथरा रखें. नहाते वक्त रोजाना इंटिमेट वाश का ध्यान रखें. गरमियों में इंटिमेट एरिया की सफाई बहुत जरूरी हो जाती है. इस के लिए आप मार्केट में आने वाले कई तरह के इंटिमेट वाश प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं जो इंटिमेट एरिया का पीएच बैलेंस बनाए रखते हैं और इन्फैक्शन होने की संभावनाओं को कम करते हैं.
टौयलेट इस्तेमाल करते समय भी इस बात का ध्यान रखें कि वह साफसुथरा हो. हो सके तो टौयलेट सीट के डाइरैक्ट टच से बचें. खासकर महिलाएं टौयलेट यूज करते समय उसे पेपर से साफ कर लें.
भीगे अंडरगार्मैंट्स कभी न पहनें क्योंकि इन से रैशेज व इन्फैक्शन हो सकता है और टाइट अंडरवेयर या स्किन फिट जींस को भी अवौइड करें. टाइट कपडों से पसीना बाहर नहीं निकल पाता और बैक्टीरिया पनपने लगता है.
पीरियड्स में रखें खास ध्यान
पीरियड्स में इंटिमेट हाइजीन का ध्यान बाकी दिनों से ज्यादा जरूरी हो जाता है. पीरियड्स के वक्त प्राइवेट पार्ट अच्छी तरह क्लीन रखें. पीरियड्स के समय कंफर्टेबल अंडरवियर पहनें. हो सके तो कौटन अंडरवियर का उपयोग करें जो पसीने को आसानी से सोख लेता है.
अच्छे सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करें जो कौटन से बना हो. हर 4 से 6 घंटे में उसे चेंज कर लें. पीरियड्स के वक्त हाइजीन की अनदेखी इन्फैक्शन कर सकती है. इस दौरान पनपने वाले बैक्टीरिया शरीर में जा कर यूटीआई, योनि संक्रमण, त्वचा में जलन आदि परेशानियां पैदा करते हैं. इसलिए अपने हाइजीन का खास खयाल रखना जरूरी हो जाता है. अत: खुद को साफसुथरा रखना आप के शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचा सकता है.