गरमी के दिनों कूलर का इस्तेमाल करते हैं, मगर गरमी से राहत नहीं मिलती तो जरा यह भी जान लीजिए...

मई के महीने में ही गरमी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए. आएदिन तापमान में बढ़त देखने को मिल रही है. चिलचिलाती गरमी में अपना बचाव करना बेहद जरूरी है. गरमी से बचने के लिए जितना ज्यादा हो सके लोग घरों में ही रहना पसंद करते हैं।

जिन लोगों के पास एसी है उन के लिए इस गरमी को झेलना कोई ज्यादा मुश्किलभरा काम नहीं है, लेकिन जिन के पास एसी नहीं है वे कूलर से ही अपना गुजारा कर रहे हैं.

मगर क्या आप को मालूम है कि कूलर के इस्तेमाल से गरमी कम नहीं होती बल्कि उमस और ज्यादा बढ़ जाती है. गरमियों में कई बार ऐसा भी होता है कि उमस की वजह से सांस लेना मुश्किल हो जाता है.

आइए, आज हम आप को कुछ ऐसे तरीके बता रहे हैं जिन के जरीए कूलर से होने वाली उमस से छुटकारा पाया जा सकता है :

कूलर के लिए चुनें सही जगह

कमरे में कूलर रखने से उमस और सफोगेशन बढ़ जाती है. इन से बचने के लिए कूलर को कमरे के अंदर नहीं बल्कि खिड़की या दरवाजे के पास लगाएं. पर्याप्त वैंटिलेशन से ही आप गरमी में उमस की परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं.

दरअसल, कूलर विज्ञान के वाष्पीकरण के सिद्धांत पर काम करता है, जिस का मतलब है कि जितनी ज्यादा गरम हवा अंदर आएगी उतनी ही जल्दी और तेजी से वाष्पीकरण होगा. इस का फायदा यह होगा कि इस से कमरे की हवा ठंडी हो जाएगी. इसलिए एअर कूलर को खिड़की के पास रखना सब से बेहतर जगह माना जाता है.

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