रोजमर्रा की भागदौड़ के चलते हम एक मशीन की तरह हो गए हैं. एक काम खत्म होता नहीं कि दूसरे की तैयारी मैं जुट जाते हैं. छूट जाता है तो सिर्फ अपना खयाल रखना और जब अपने बारे में सोचने लगते हैं तो बहुत देर हो जाती हैं क्योंकि हमारी खुद के प्रति बेरुखी हमें कई बीमारियों की गिरफ्त में लें लेती है. इसलिए यह जरूरी है कि शरीर से मिल रहे संकेतों को तुरंत समझें.
ऐसे ही संकेत देता है हाई कोलेस्ट्रौल का होना. यदि समय रहते आप संभल जाएं तो आप स्वस्थ हों सकते हैं.
जानें, बढ़ते कोलेस्ट्रौल के लक्षण व बचाव :
क्यों है बढ़ता कोलेस्ट्रौल
हमारे खून में मौजूद मोम जैसा पदार्थ कोलेस्ट्रौल कहा जाता है, जो स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण के लिए जरूरी होता है. लेकिन शरीर में इस की मात्रा ज्यादा होने से नसों में ब्लौकेज का कारण हो सकता है जिस से दिल से संबंधित समस्या हो सकती है.
पैरों में दर्द व झुनझुनी होना
आमतौर पर एक जगह ज्यादा देर तक बैठे होने पर हमारा पैर सुन्न हो जाता है जोकि नौरमल है लेकिन हाई कोलेस्ट्रौल में कभी भी पैर में सुन्नपन व दर्द होने लगता है. पैरों में सूजन की शिकायत भी हो सकती है.
इस का कारण है शरीर की पेरिफेरल नसों में पर्याप्त औक्सीजन और पोषक तत्त्वों से भरपूर खून नहीं पहुंच पाता.
जल्दी थकान होना
थोड़ा सा चलते ही सांस फूलने लगना, बिना कुछ करे ही थकान महसूस होने की शिकायत होना हाई कालोस्ट्रौल के लक्षण हैं जिस का समय पर इलाज होना बहुत जरूरी है.
ह्रदय गति का आसमान्य होना
किसी शारीरिक कार्य किए बिना ही थकान होना, ज्यादा पसीना आना और ह्रदय गति में बदलाव के लक्षण हाई कोलेस्ट्रौल की जांच के संकेत हैं. ध्यान न देने पर हार्ट अटैक भी हो सकता है. कई दिक्कतें हो सकती हैं जो इस बात के संकेत हो सकती हैं कि आप का कोलेस्ट्रौल लेवल बढ़ा हुआ है.