आजकल बाजार में बटर पनीर मसाला, पनीर पसंदा, दम आलू मसाला, दाल मखनी, दाल नवरत्न जैसी रेस्टोरैंट में बहुत मंहगे दामों पर मिलने वाली सब्जियों को घर में ही आसानी से बनाने के लिए रैडीमेड मसाले मिक्स उपलब्ध हैं. ये रेडी टू ईट सब्जियां होतीं हैं जिन में सब्जियों और दालों के स्टैंडर्ड स्वाद के अनुसार सभी मसाले पड़े रहते हैं और बनाते समय उन में सिर्फ पनीर, दाल या मनचाही सब्जियों के साथसाथ थोडा पानी और तेल के प्रयोग के साथ बनाना होता है.
इस प्रकार की रेडी टू ईट सब्जियों को बनाने का सब से बड़ा फायदा यह होता है कि ये 5 से 10 मिनट में बन जाती हैं. कामकाजी दंपत्ति और बैचलर्स के लिए ये सब्जियां वरदान की तरह होतीं हैं क्योंकि इन का प्रयोग कर के वे कम समय में बाजार की महंगी सब्जियों को भी घर पर आसानी से बना सकतीं हैं पर इस प्रकार की रेडी टू ईट सब्जियों को प्रयोग करने में सब से बड़ी समस्या होती है कि इन में जिस सामग्री का प्रयोग किया जाता है वह अधिक पौष्टिक नहीं होती. मसलन इस में सब्जी को गाढ़ा करने के लिए अरारोट या कौर्नफ्लोर का प्रयोग किया जाता है। सब्जी की रंगत बढ़ाने के लिए केमिकल रंगों का प्रयोग करने किया जाता है.
यदि इन्हें प्रयोग करने के साथ कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इन्हें भी आराम से खाया जा सकता है।
तो आइए देखते हैं कि इन्हें प्रयोग करते समय क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए…
1) सर्वप्रथम इन्हें खरीदते समय इन की पैकिंग और ऐक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें साथ ही एफएसएस आई द्वारा प्रमाणित ब्रैंड के प्रोडक्ट ही खरीदें क्योंकि आजकल बाजार में लोकल प्रोडक्ट की भी भरमार है.
2) इस प्रकार के रेडी टू ईट सब्जी की ग्रेवी में चूंकि तेलमसाले और सूखी सब्जियों का प्रयोग किया जाता है इसलिए इन्हें अधिक मात्रा में न खरीद कर उतना ही खरीदें जितना आप को प्रयोग करना हो.
3) एक पैकेट को पूरा न बना कर घर के सदस्यों की संख्या के अनुसार आधा ही प्रयोग करें ऐसे में सब्जी को गाढ़ा करने के लिए मसाले में ब्रेड क्रंब्स या भुना बेसन मिला दें. इस से सब्जी गाढ़ी होने के साथसाथ पौष्टिक भी रहेगी.
4) इन सब्जियों को बनाते समय सब्जियों की भरपूर मात्रा डालें ताकि सब्जी की पौष्टिकता बरकरार रहे.
5) एक बार में यदि आप पूरा प्रयोग नहीं कर पा रहीं हैं तो बचे मसाले को फ्रिज में रखें क्योंकि बाहर रखने से तेल का प्रयोग किए जाने के कारण अकसर इन में तेल की गंध आने लगती है.
6) इन्हें लंबे समय तक प्रिजर्व करने के लिए नमक, चीनी आदि का अधिक प्रयोग किया जाता है इसलिए इन्हें प्रयोग करते समय अपने घर के मसालों आदि का प्रयोग भी करें ताकि पोटेशियम, सोडियम आदि की मात्रा संतुलित रह सके.
7) इन से बनी सब्जियां खाते समय भरपूर सलाद भोजन में शामिल करें ताकि आप के भोजन की पौष्टिकता बनी रहे.
8) खरीदते समय लेबल को अच्छी तरह पढ़ लें। ऐसे प्रोडक्ट को प्राथमिकता दें जिन में ट्रांसफैट न हो.
9) चूंकि इन में पौष्टिकता का अभाव होता है इसलिए इन के अधिक प्रयोग से बचें। माह में एकाध बार ही इन का प्रयोग करना सही रहता है.
10) इन्हें बना कर फ्रिज में न रखें क्योंकि भुनी और प्रिजर्व सामग्री होने के कारण ये ताजा ही खाने में स्वाद लगती हैं.
11) यदि बनने के बाद आप को सब्जी गाढ़ी लग रही है तो ग्रेवी को पतला करने के लिए पानी के स्थान पर दूध, क्रीम या दही का प्रयोग करें.