साफसुथरा और आधुनिक उपकरणों से सजा घर भला किस को अच्छा नहीं लगता? जब हम किसी के घर जाते हैं तो सब से पहले एक नजर घर की व्यवस्था पर डालते हैं. जो घर सलीके से सजा होता है उस घर में 2 घंटे और बिताने का मन करता है.

ऐसे ही जब हमें कोई खाने पर बुलाता है तो उन के घर की रसोई बनाने का तरीका और सफाई की तरफ हम औरतों का ध्यान जरूर जाता है. अनाज स्टोर करने वाले कंटेनर, खाना पकाने वाले बरतन, गैस स्टोव से ले कर डिनर सैट, हाथ पोंछने के नैपकिन और किचन टौवेल ये सारी चीजें ध्यान आकर्षित करती हैं. ऐसे में यहांवहां पड़ा सामान, स्टोररूम जैसा फ्रिज, गंदे नैपकिंस खासकर गंदे जले हुए औयल लगे भगोने और कड़ाही मेहमानों के मन में अरुचि पैदा कर देती है.

किचन और बरतनों की सफाई सीधे हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करने का काम करती है. इसलिए इस की सफाई को बहुत ही ध्यान से करना जरूरी होता है ताकि चमक के साथसाथ हाइजीन भी बरकरार रहे.

किचन घर का ऐसा कोना होता है जो साफसुथरा और चमचमाता रहे तो काम करने में अलग ही मजा आता है. रसोई में बरतनों का भी महत्त्व उतना ही है जितना हैल्दी खाने का. खाना कितने भी मन से क्यों न बनाया जाए, अगर साफ चमचमाते बरतनों में परोसा न जाए तो उस का स्वाद ही फीका पड़ जाता है. इसलिए पुराने बरतनों की चमक बरकरार रखना बेहद जरूरी है. बरतनों पर लगे तेल और मसालों का पीलापन गृहिणी की फूहड़ता को दर्शाता है. इसलिए सू?ाबू?ा के साथ किचन का कोनाकोना साफ रखना मेहमानों के सामने आप की एक अलग ही छाप छोड़ जाता है.

ऐसे रखें हाइजीन

कड़ाही, कलछी, स्पैचुला, चम्मच जैसी चीजों को हर कुछ दिन बाद गरम पानी में डिटर्जेंट, नीबू, नमक और खाने का सोडा डाल कर कुछ देर डुबो कर रखने के बाद ब्रश से अच्छी तरह धो लेना चाहिए क्योंकि खाना बनाने के बाद कितना भी साफ करो छोटेछोटे कोनों में तेल चिपक ही जाता है, जिन में बैक्टीरिया पनपने के चांसेज रहते हैं. साथ ही जली हुई हांडी, पतीले और कड़ाही दिखने में भी भद्दे लगते हैं. अगर नौनस्टिक बरतन का उपयोग करते हैं तो धोते वक्त प्रोडक्ट के साथ मिले स्पैचुला का ही उपयोग करे और उस के साथ दिए गए ब्रश से ही सफाई करें वरना तुरंत नौनस्टिक की परत निकलने लगेगी और बरतन बेकार जाएगा.

कोटिंग निकले बरतनों में खाना बनाना नुकसानदेह होता है. कोटिंग निकले हुए बरतनों में खाना कभी न पकाएं, हो सकता है कलछी लगने पर हलकीहलकी कोटिंग निकल कर खाने में मिल जाए.

दूसरा कद्दूकस को इस्तेमाल करने के बाद कुछ लोग ऐसे ही पानी से धो कर रख देते हैं, जिस से कई बार उस में चीजें फंसी रह जाती हैं और सूखने के बाद उन्हें निकालना और ज्यादा मुश्किल हो जाता है. ऐसे में उसे टूथब्रश की मदद से साफ करें. भीगे बरतनों को स्टैंड में रख देते हैं जिस के कारण उन से अजीब सी बदबू आती है और बरतन रखने वाले स्टैंड में जंग लग जाती है. इसलिए बरतन स्टैंड को साफ कपड़े से पोंछ कर सुखा कर ही उस में बरतन रखें.

किचन में चिमनी लगवाएं

कई बार कुछ घरों में तो एक अजीब सी बास रहती है जो गंदी किचन की देन होती है. खाना बनाने के बाद गृहिणी इतनी थक जाती है कि किचन साफ करने का मन ही नहीं करता. इसलिए कुछ गृहिणियां जो हाथ में आया उसे पोंछा बना कर प्लेटफौर्म पोंछ देती हैं जिस की वजह से प्लेटफौर्म दाग, धब्बों वाला, चिकना और चिपचिपा रहता है, जिस की बदबू पूरे घर के वातावरण को पर्टिकुलर गंध में बदल देती है.

चिमनी रसोई की गरमी, धुआं और तड़के की महक को बाहर छोड़ देती है जिस से रसोई की किसी भी तरह की अच्छी, बुरी खुशबू या बदबू पूरे घर का माहौल खराब नहीं करती. साथ ही सिंक, ओवन और काउंटर टौप रसोई के सभी हिस्सों की सफाई भी बहुत जरूरी है. किचन काउंटर्स और फर्श पर कई प्रकार के खाद्यपदार्थ रखे जाते हैं और हमेशा तरल पदार्थ गिरते रहते हैं. कटी सब्जियों के टुकड़े, गिरा आटा, दूध, काउंटर पर गिरे मसाले और नमक, पानी व तेल की बूंदें इन में से तरल पदार्थों का छलकना आम बात है. लेकिन इन्हें सूखने और सड़ने के लिए छोड़ देना गलत आदत है. किचन में गिरे सभी तरल पदार्थों को सूखने और मक्खियों को आकर्षित करने से पहले साफ कर देना चाहिए.

सब से इंपौर्टैंट सफाई मिक्सर जार की होती है क्योंकि ब्लेड के नीचे के हिस्से में खाद्यपदार्थ चिपक जाता है जहां न ऊंगली पहुंचती है न ब्रश इसलिए गरमागरम खौलते पानी में नमक और नीबू डाल कर जार में भर कर रखिए फिर 1 घंटे बाद जार को बंद कर के जोर से हिलाइए. कोनेकोने से सारी गंदगी बाहर निकल आएगी.

जितनी जगह उतनी सुविधा

अनहाइजीनिक किचन, चिपचिपे उपकरण और गंदे बरतन बीमारियों का कारण बन सकते हैं. मसालों के डब्बों, शीशे के कप, प्लेट, बाउल, गिलास, किचन में लगी टाइल्स माइक्रोवेव और मिक्सर, ब्लैंडर आदि चीजों की सफाई भी उतनी ही जरूरी है जितनी डिनर सैट और बाकी चीजों की. किचन में कई बार लोग बिना काम की चीजों को भी भर कर रखते हैं. इस से भी किचन भरीभरी और गंदी नजर आती है. बेकार के सामान को बाहर कर दें. किचन में जितनी ज्यादा जगह रहेगी उतनी ही काम करने में सुविधा रहेगी.

कांच के बरतनों की बात करें तो इन्हें हमेशा सावधानी के साथ मैनेज करना चाहिए. हर कुछ समय बाद बरतनों की देखभाल उन की आयु ज्यादा बढ़ा देती है और साफ और चमकीले गिलास में सर्व किया ड्रिंक्स पीने वालों को तरोताजा बना देता है. जिन गिलासों को ठीक से धोया और सुखाया नहीं जाता है उन में अवांछित गंध रह सकती है जो आप के मेहनत से बनाए कोल्डड्रिंक को प्रभावित करेगी.

इस के अतिरिक्त दूध और पानी के निशान वाले कांच के बरतन अपनी चमक खो देते हैं जो मेहमानों को परोसते समय बहुत ही गंदे लगते हैं. गिलासों को धोने के बाद उलटा कर के सूखने के लिए छोड़ दें. सूख जाने पर पानी के निशान हटाने के लिए मुलायम सूखे कपड़े का उपयोग करें. इस से कांच के बरतनों की चमक बनी रहती है. तांबे और पीतल के बरतनों का वैसे तो जमाना नहीं रहा लेकिन कुछ लोग शौकिया और फैशन के तौर पर रसोई में इन बरतनों को स्थान देते हैं. अत: इन्हें भी समयसमय पर चमकाते रहें. पितांबरी पाउडर से यह काम किया जा सकता है.

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