जो महिलाएं परिवार की देखभाल और नौकरी दोनों जिम्मेदारियां निभाती हैं, उन्हें अकसर सबकुछ बैलेंस करने में कठिनाई होती है.

अपने परिवार का ध्यान रखने और उन की फाइनैंशियल जिम्मेदारियों को उठाने के बीच वे अकसर अपना खयाल रखना भूल जाती हैं. उन्हें शायद इस बात का एहसास नहीं होता है कि उन के हैल्थ की देखभाल उन के परिवार के लिए बहुत जरूरी है.

खुद को हैल्दी और इकोनौमिक रूप से स्थिर रखना उन की लांग टर्म सिक्योरिटी और उन के परिवार के फ्यूचर के लिए बहुत आवश्यक है.

अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिकाओं के बावजूद भारत में, विशेषकर छोटे शहरों में बहुत कम महिलाओं के पास इंश्योरैंस है. इस का मुख्य कारण पारंपरिक मान्यताएं और सामाजिक अपेक्षाएं हैं. भले ही वे काम करें या न करें, महिलाएं इकोनौमी में बहुत योगदान देती हैं और अपने परिवार में उन का बहुत ही अहम योगदान होता हैं. इंश्योरैंस इंडस्ट्री इसे पहचानती है और महिलाओं की जरूरतों और टर्म इंश्योरैंस में उन की बढ़ती रुचि को पूरा करने के लिए तेजी से बदलाव कर रहा है.

टर्म इंश्योरैंस में महिलाओं के लिए नई सुविधाएं पेश की गईं और ये सुविधाएं क्या हैं, बता रही हैं विधु गर्ग, वीपी टर्म इंश्योरैंस, पौलिसीबाजार डौट कौम.

नई सुविधाएं

बीमाकर्ताओं ने अब टर्म इंश्योरैंस पौलिसियों में नई सुविधाएं पेश की हैं जो विशेषरूप से महिलाओं को ध्यान में रखती हैं. ये सुविधाएं व्यापक स्वास्थ्य प्रबंधन सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजाइन की गई हैं, जो ₹36,500 तक का वार्षिक लाभ प्रदान करती हैं. इस पैकेज में टेली ओपीडी काउंसिलिंग और लैब टेस्ट जैसी सेवाओं की एक वाइड रेंज शामिल है, जिस में डायबिटिज, थायराइड, लिपिड प्रोफाइल, कैल्सियम सीरम और फुल ब्लड टेस्ट शामिल हैं.

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