महक की कामवाली हर 6 महीने में अपने गांव जाती है. 15 दिन का बोल कर 1 महीने बाद वापस आती है. पतिपत्नी दोनों कामकाजी हैं. दिनचर्या फिक्स है. दिनभर काम करने के बाद या सुबहसुबह रोज बर्तन साफ करने में ऊर्जा खर्च करना संभव नहीं था इसलिए डिशवाशर खरीद लिया.

आज के व्यस्त जीवन में महिलाएं और पुरुष दोनों ही अपने कामकाज और घरेलू जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश करते हैं और ऐसे में घर के बर्तन धोने जैसे कामों के लिए कामवाली पर निर्भर रहते हैं. जब वह अचानक छुट्टी पर चली जाती है, तो घर के सभी काम प्रभावित होते हैं. अगर महिला कामकाजी है तो फिर तो उस की आफत आ जाती है क्योंकि घर के काम को पूरा करने के लिए उसे ही छुट्टी लेनी पड़ती है.

ऐसे में डिशवाशर किसी वरदान से कम नहीं है. आप घर में मंदिर नहीं बनवाएं, मगर किचन में डिशवाशर को पूरी जगह दें. लेकिन किसी भी डिशवाशर को खरीदने से पहले आप को इन बातों का खयाल रखना चाहिए कि किस तरह का डिशवाशर आप के घर के लिए परफैक्ट है.

भारत में एलजी, वोल्टास, सैमसंग जैसे ब्रैंड के डिशवाशर ज्यादा डिमांड में हैं. ये डिशवाशर आजकल ज्यादातर घरों में देखने को मिल जाते हैं. इस मशीन के कारण बहुत सारा वक्त बचता है और बर्तन भी सही तरीके से धूल जाते हैं.

ये डिशवाशर बिलकुल वाशिंग मशीन के तरह काम करता है. बस, इस में कपड़े की जगह बर्तन साफ किए जाते हैं .

डिशवाशर कामकाजी महिलाओं के साथ, बैचलर्सशव बुजुर्गों के लिए भी कई तरह से फायदेमंद साबित होता है. डिशवाशर हमारी जिंदगी को आसान बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह एक ऐसी मशीन है जो बर्तन धोने के काम को आसान, तेज और कुशल बना देती है.

तो आइए, जानें किन तरीकों से डिशवाशर हमारी जिंदगी को आसान बनाता है.

समय की बचत

डिशवाशर का सब से बड़ा फायदा यह है कि इस से हमारा समय बचता है. जहां बर्तनों को हाथ से धोने में काफी समय लगता है, वहीं डिशवाशर में केवल बर्तन रखना, साबुन डालना और मशीन चालू करना होता है. इस से आप का समय और मेहनत दोनों बचते हैं.

स्वच्छता और हाइजीन

डिशवाशर बर्तनों को बहुत ही उच्च तापमान पर धोता है, जोकि हाथ से बर्तन धोने पर संभव नहीं होता. इस से बर्तन न केवल साफ होते हैं, बल्कि कीटाणुरहित भी हो जाते हैं. यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होता है, क्योंकि उच्च तापमान पर धुलाई से जर्म्स और बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं.

पानी की बचत

हाथ से बर्तन धोने में अकसर अधिक पानी का इस्तेमाल होता है, लेकिन डिशवाशर पानी का प्रभावी ढंग से उपयोग करता है. यह कम पानी में अधिक बर्तन धो सकता है, जिस से पानी की बचत होती है.

कम मेहनत

डिशवाशर का उपयोग शारीरिक मेहनत को काफी कम कर देता है. हाथ से बर्तन धोने में झुकने, रगड़ने और समय देने की जरूरत होती है जबकि डिशवाशर में बर्तन सैट करने के बाद आप को कुछ नहीं करना पड़ता.

पर्यावरण के अनुकूल

नए माडल के डिशवाशर ऊर्जा और पानी की खपत को कम करने के लिए डिजाइन किए गए हैं, जो पर्यावरण के लिए अनुकूल होते हैं. इस से बिजली और पानी दोनों की बचत होती है.

सुविधाजनक और कुशल

डिशवाशर में बर्तन सैट करना और धुलाई के बाद उन्हें निकालना काफी आसान और सुविधाजनक है. यह मशीन न केवल बड़े बल्कि छोटे और नाजुक बर्तनों को भी कुशलता से धोती है.

बड़े परिवारों के लिए उपयोगी

बड़े परिवारों में या जब घर में मेहमान आते हैं, तो बर्तनों की संख्या अधिक हो जाती है. ऐसे में हाथों से बर्तन धोना काफी समय और मेहनत वाला काम बन जाता है. डिशवाशर इस समस्या का समाधान करता है और बड़ी संख्या में बर्तनों को एकसाथ धोने में सक्षम होता है.

खरीदने से पहले कुछ बातें जान लें.

* डिशवाशर लेने से पहले यह तय कर लें कि कौन सा साइज आप के लिए बैस्ट होगा.
* किचन में किधर रखेंगे, बिजली, पानी का कनैक्शन कैसे होगा, आदि सोच लें.
* वही डिशवाशर लें जिस में मैमोरी फंक्शन हो, मतलब बिजली जाने के बाद वाश साइकल वहीं से शुरू हो जिधर रुकी थी.
* हाथों से बर्तन धोने की तुलना में इस में पानी बहुत कम लगता है.
* लकड़ी, अल्युमीनियम के बर्तन इस में नहीं धुलते, उन्हें हाथ से ही धोने पड़ेंगे. आगे से वही बर्तन खरीदें जो डिशवाशर सेफ हों.
* पुरुष भी इस में बर्तन रख सकते हैं.
* हाथ से धोने की तुलना में यह कहीं ज्यादा बेहतर सफाई करता है.शखासकर स्टील, सिरेमिक और कांच के बर्तन तो एकदम नए ही लगते हैं.
* बहुत ठंडे या बहुत गरम मौसम में बर्तन धोने की परेशानियों से छुटकारा मिलता है.
* इस में बर्तन जमाने में 5 मिनट लगते हैं, रात को लगा कर सो जाएं तो सुबह चमचमाते बर्तन मिलते हैं. कई महिलाओं को सुबह उठते ही पहली चिंता यही होती है कि कामवाली आएगी या नही, उस से छुटकारा मिलता है.

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