हाई बीपी या हाइपरटेंशन आज के समय की एक बहुत ही सामान्य लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है. यह बीमारी दुनिया भर में करोड़ों लोगों को प्रभावित करती है और धीरे-धीरे शरीर के कई अंगों पर बुरा असर डाल सकती है. अगर इसका समय रहते इलाज नहीं किया गया तो यह दिल के दौरे, स्ट्रोक और
किडनी से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है.
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साओल हार्ट सेंटर , नई दिल्ली के डौक्टर बिमल छाजेर ( डायरेक्टर) विस्तार से
हाई बी पी की समस्या के बारे में बता रहे हैं;
हाई बीपी क्या है
ब्लड प्रेशर वह दबाव है जिससे हमारा खून आर्टरीज़ के द्वारा पूरे शरीर में बहता है. जब यह दबाव सामान्य से ज़्यादा हो जाता है तो उसे हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन कहा जाता है. सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 एम् एम्ल एचजी होता है. जब यह स्तर 140/90 एम् एम् एचजी से ऊपर हो जाता है, तो
इसे हाई बीपी कहा जाता है.
हाई बीपी के कारण दिल और अन्य अंगों पर दबाव बढ़ जाता है जिससे समय के साथ उन में नुकसान हो सकता है. यह समस्या कई बार बिना किसी स्पष्ट लक्षण के भी हो सकती है, इसलिए इसे "साइलेंट किलर" भी कहा जाता है.
हाई बीपी के लक्षण
हाई बीपी के कई लक्षण होते हैं, जिन्हें समझकर आप इसे पहचान सकते हैं:
सिरदर्द: अगर आपके सिर के पीछे के हिस्से में अक्सर सिरदर्द रहता है, तो
यह हाई बीपी का संकेत हो सकता है.
चक्कर आना: कई बार हाई ब्लड प्रेशर के कारण आपको चक्कर आ सकते हैं, जिससे
आपका सिर घूम सकता है.
धुंधला दिखना: अगर आपकी आंखों में धुंधलापन है या आपको देखने में दिक्कत
हो रही है, तो यह भी हाई बीपी का लक्षण हो सकता है.
सीने में दर्द: हाई बीपी के कारण दिल पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे कभी-कभी
सीने में दर्द या भारीपन महसूस हो सकता है.
नाक से खून बहना: अगर आपकी नाक से बिना किसी कारण खून निकलता है, तो यह
भी हाई बीपी का संकेत हो सकता है.
हाई बीपी के कारण
हाई बीपी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख कारण हैं-
अनियमित जीवनशैली: ज्यादा तला-भुना और नमक युक्त भोजन, फिजिकल एक्टिविटी
की कमी, हाई बीपी के मुख्य कारण हैं.
मोटापा: जिन लोगों का वजन ज़्यादा होता है, उनमें हाई बीपी होने का खतरा
ज्यादा होता है.
स्ट्रेस : ज्यादा स्ट्रेस लेने से भी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है.
शराब और तंबाकू का सेवन: ये दोनों चीजें भी ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का काम करती हैं.
जेनेटिक : अगर परिवार में किसी को हाई बीपी है, तो आपको भी इसके होने की
संभावना ज्यादा होती है.
हाई बीपी से होने वाले खतरे
हाई बीपी अगर समय पर ठीक नहीं किया गया तो यह शरीर के कई अंगों पर बुरा
असर डाल सकता है. इसमें प्रमुख समस्याएं हैं:
दिल का दौरा: लगातार बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर दिल पर दबाव डालता है, जिससे
हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
स्ट्रोक: हाई बीपी के कारण दिमाग की नसों में भी ब्लड सर्कुलेशन बढ़
सकता है, जिससे स्ट्रोक हो सकता है.
किडनी की समस्या: ब्लड प्रेशर बढ़ने से किडनी पर भी असर पड़ता है, जिससे
वह ठीक से काम नहीं कर पाती.
हाई बीपी को कैसे कंट्रोल करें
हाई बीपी को रोकने और कंट्रोल करने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ
बदलाव करने होंगे. नीचे दिए गए कुछ सरल उपायों को अपनाकर आप इसे कंट्रोल
में रख सकते हैं:
1. नियमित व्यायाम करें
रोजाना 30 मिनट हल्का व्यायाम करना आपके ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद
कर सकता है. जैसे तेज चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना या योग करना. व्यायाम
करने से दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है और ब्लड
प्रेशर सामान्य रहता है.
2. स्वस्थ आहार लें
अपने भोजन में नमक और तले-भुने खाने को कम करें. ज्यादा नमक का सेवन हाई
बीपी का प्रमुख कारण होता है. इसके बदले ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज
का सेवन बढ़ाएं. पालक, पत्ता गोभी और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां ब्लड
प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायक होती हैं. इसके साथ ही, ओमेगा-3 फैटी
एसिड से भरपूर मछली का सेवन भी लाभकारी हो सकता है.
3.स्ट्रेस कम करें
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव आम हो गया है, लेकिन यह हाई बीपी का
बड़ा कारण भी है. तनाव को कम करने के लिए ध्यान (मेडिटेशन), योग और गहरी
सांस लेने की तकनीकें अपनाएं. इससे आपका दिमाग शांत रहेगा और ब्लड प्रेशर
भी कम होगा.
4. वजन को कंट्रोल में रखें
अधिक वजन या मोटापा भी हाई बीपी का मुख्य कारण है. अगर आपका वजन अधिक है,
तो उसे कंट्रोल करने के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करें. आपका
वजन जितना कंट्रोल में रहेगा, हाई बीपी का खतरा उतना ही कम होगा.
5. शराब और तंबाकू से परहेज करें
अधिक मात्रा में शराब पीना और तंबाकू का सेवन भी हाई बीपी को बढ़ाता है.
इसलिए अगर आप हाई बीपी से बचना चाहते हैं, तो इन दोनों चीजों से पूरी तरह
से दूरी बनाएं.
6. पर्याप्त नींद लें
नींद का भी हमारे ब्लड प्रेशर पर बड़ा असर होता है. दिन में कम से कम 7-8
घंटे की नींद जरूर लें. अच्छी और पूरी नींद आपके दिमाग को शांत रखती है
और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है.
7. दवाइयां समय पर लें
अगर आपका ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा है, तो डॉक्टर से मिलकर दवाइयों का
सेवन करें. दवाइयों को सही समय पर लेना बहुत जरूरी है ताकि आपका ब्लड
प्रेशर सामान्य बना रहे.
कई बार हाई बीपी के लक्षण स्पष्ट नहीं होते हैं और लोग इसे नजरअंदाज कर
देते हैं. इसलिए समय-समय पर अपने ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहना जरूरी
है. खासकर अगर आपको सिरदर्द, चक्कर आना, या सीने में दर्द जैसी समस्याएं
हैं, तो तुरंत डौक्टर से सलाह लें.
हाई बीपी एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसे रोकना और कंट्रोल करना संभव
है. जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव, नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार और तनाव
को कम करने की तकनीक अपनाकर आप इस बीमारी से बच सकते हैं. हमेशा याद
रखें, सही समय पर डॉक्टर से सलाह लेना और अपनी सेहत का ध्यान रखना ही हाई
बीपी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है.
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