Sexual Harassment : 22 वर्षीय सीमा को औफिस गए हुए चंद दिन ही गुजरे ही थे कि उसे उन के औफिस के एक सिनियर ने पहले तो उन के जौब के प्रोसेस को ले कर काफी हैल्प किया, उस के बाद उसे वह बीचबीच में कभी लंच तो कभी चाय पर बुलाने लगा. सीमा पहले तो जौब को ले कर उन के कन्सर्न को सराहती रही, लेकिन धीरेधीरे जब उन के बातचीत के तरीके में कुछ अलग अंदाज महसूस करने लगी, तो वह काम या कुछ न कुछ बहाना बना कर उन के साथ जाने से इनकार करने लगी. इस से उस ऐंपलोय को पता चलने लगा कि यहां उस की दाल गलने वाली नहीं है और वह भी शांत तरीके से धीरेधीरे खिसक लिया.
यहां सीमा को जौब छोड़ना नहीं था और उस इंसान से खुद को अलग भी करना था, जिस का एहसास सीमा को सिक्स्थ सेंस के द्वारा ही हुआ. हालांकि बाद में उस व्यक्ति ने उस कंपनी को खुद ही छोड़ दिया.
यहां यह समझने वाली बात यह है कि सैक्शुअल हैरेसमेंट की शिकार न होने की वजह सीमा की चतुराई है, जिस में उन्होंने बारीकी से बिना किसी को नाराज किए अपनी जगह कंपनी में बना ली और अभी वह अपने काम से बेहद खुश है.
सैक्शुअल हैरेसमेंट या यौन उत्पीड़न का मतलब है किसी व्यक्ति के साथ यौन प्रकृति का अवांछित आचरण करना. यह एक तरह की यौन हिंसा है. यौन उत्पीड़न कानून के खिलाफ है, लेकिन अपशब्द कहना या छेड़छाड़ करने वाले को कानून के दायरे में नहीं लाया जाता, जबकि यह किसी भी व्यक्ति को अपमानित, डराया या परेशान महसूस करा सकता है.