Tips For Healthy Marriage : हाल ही में शादी को लेकर बहुत से विचार सुनने में आ रहे हैं. कुछ समय पहले अतुल सुभाष की सुसाइड ने देश की कानून प्रक्रिया तक को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया. हर कोई निकिता जैसी महिलाओं से छुटकरा पाने की चाह में कानूनी प्रक्रिया को दोष दे रहा है तो कहीं नेपाल के विवेक-सृजना की कहानी सब के लिए एक मिसाल बन गई है कि किस तरह एक कपल एकदूसरे के लिए जीवन के मुश्किल से मुश्किल वक्त में एक दूसरे की ढाल बनकर खड़ा रहा और जीवन भर साथ निभाया.
विवेक और सृजना एक दूसरे से 19 दिसंबर को हमेशा के लिए जुदा हो गए. विवेक को स्टेज-4 ब्रेन कैंसर था इस मुश्किल भरे समय में सृजना ने अपने पति की दिन रात सेवा की हर पल उसे खुशियां दी अपनी सारी जमा पूंजी विवेक के इलाज में लगा दी लेकिन 19 दिसंबर को विवेक पंगेनी का निधन हो गया.इन दोनों की कहानी में न कोई सस्पेंस है न कोई ड्रामा है तो सिर्फ इमोशंस, विश्वास, एक दूसरे के लिए जीने मरने का जूनून. जो आज हर किसी की जबान पर है इन्होंने दुनिया की नजरों में शादी, प्रेम को जन्म जन्म का रिश्ता सिद्ध करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
वहीं अतुल के केस में रिश्ते की उलझन खुदकुशी का कारण बन गई दोनों ही केस में महिलाओं के व्यक्तित्व पर फोकस किया गया है एक तरफ पत्नी अपने पति की हिम्मत बनी हुई है तो दूसरे में पत्नी के कारण जिंदगी हार कर सुभाष मौत को चुनना मुनासिफ समझता है.
आखिर क्यों कुछ लोगों के गलत इरादों के कारण विवाह के बंधन को अपवित्र किया जाता है जबकि कहा जाता है कि विवाह ना सिर्फ दो लोगों का मिलन है बल्कि दो लोगों का एक हो जाना है. विवाहिक जीवन दो पहियों की गाड़ी है यदि एक लड़खड़ा जाए तो दूसरा उसे संभाल ले. जो इसे समझ लेता है उसके लिए यह जीवन स्वर्ग से कम नहीं और जो सिर्फ अपने ही बारे में सोचे तो उसके लिए जीवन सजा से कम नहीं.