Valentine’s Day : फरवरी का महीना प्यार का महीना कहलाता है. जैसे ही वैलेंटाइन डे का दिन 14 फरवरी आने वाला होता है, हर किसी के मन में प्रेम की भावना का संचार होना शुरू हो जाता है. शादीशुदा हो या कुंआरा, बूढ़ा हो या जवान, हर किसी के मन में कहीं न कहीं यह मुबारक दिन मनाने की इच्छा होती है.

विदेशियों ने भले हम से सबकुछ छीन लिया हो, लेकिन इस प्यार के दिन को मनाने की परंपरा उन्होंने ही सिखाई है. अंगरेज देश छोड़ कर चले गए लेकिन आज भी हम उन की परंपराओं को फौलो कर रहे हैं लिहाजा वैलेंटाइन डे हो, रोज डे हो, हग डे हो फरवरी महीने की शुरुआत से ही ये सारे प्यार के दिन की शुरुआत हो जाती है. ऐसे में जिन के पास प्रेमीप्रेमिका या लाइफ पार्टनर है उन में से कुछ लोग तो इस दिन को ले कर बावले हो जाते हैं कि अपने पार्टनर को खुश करने के लिए इस दिन क्या करें और क्या न करें और जिस के पास कोई लवर नहीं होता तो उस दिन वह अपनेआप को सब से बड़ा लूजर, निठल्ला और बदसूरत समझने लगते हैं। ऐसे लोग अपनी खुन्नस अर्थात गुस्सा निकालने के लिए वैलेंटाइन डे के दिन विरोधी बजरंग दल वालों के साथ मिल कर उन सारे प्रेमियों को दौड़ादौड़ा कर मारते हैं जो अपना वैलेंटाइन डे झाड़ियों के पीछे या पेड़ों के नीचे मजे से मना रहे होते हैं.

सच बात तो यह है कि वैलेंटाइन डे के दिन उन सभी को टेंशन रहता है जो अपने प्रेमी के साथ वैलेंटाइन डे मनाना चाहते हैं और उन को भी टेंशन और दुख होता है, जिन के पास वैलेंटाइन डे मनाने के लिए प्रेमी ही नहीं होता.

एक सच यह भी है कि उन्हीं प्रेमी या प्रेमिका का वैलेंटाइन डे जो सब से अच्छा बनता है जिन के पास अपने प्रेमी को खुश करने की ताकत होती है, जिन के पास अपने पार्टनर को खुश करने के लिए पैसे होते हैं. उन सभी का वैलेंटाइन डे अच्छा और यादगार बन जाता है.

जैसाकि कहते हैं, जितना गुड़ उतना मीठा, वैसे ही आज के जमाने में जिस के पास जितने ज्यादा पैसे होते हैं वही प्यार का हर दिन ऐंजौय कर पाता है क्योंकि वैलेंटाइन डे ही एक ऐसा दिन होता है जिस में हर प्रेमी को अपना प्यार दिखाने का पूरा मौका मिलता है.

बहुत सालों पहले एक गाना आया था,’यार दिलदार तुझे कैसा चाहिए प्यार चाहिए कि पैसा चाहिए…’ आज के समय में जबकि सबकुछ पैसों पर निर्भर है यह गाना पूरी तरह फिट बैठता है। आज के समय में ज्यादातर लड़कियां यही सोचती हैं कि यार दिलदार तेरे जैसा चाहिए मगर प्यार के लिए भी पैसा चाहिए.

बहुत ही कम लोग हैं जो प्यार के सहारे अपने प्रेमी के साथ बिना किसी शर्त और कम पैसों के साथ जिंदगी गुजारने को तैयार हैं क्योंकि अगर पैसा नहीं है तो प्यार में दम भी नहीं है.

अगर प्रैक्टिकली देखा जाए तो हर कोई अपने स्टेटस के हिसाब से प्यार, मोहब्बत और शादी करता है. कोई अमीर लड़की किसी औटो रिकशा वाले या मोची, डिलीवरी बौय से शादी नहीं करेगी. या कोई अमीर लड़का सेट पर टचअप करने वाली मेकअप आर्टिस्ट या झोपड़पट्टी में रहने वाली किसी गरीब लड़की से शादी नहीं करेगा क्योंकि आज लोगों का मानना है कि सिर्फ प्यार से काम नहीं चलता अच्छी जिंदगी जीने के लिए पैसा भी चाहिए.

वैसे, ऐसा नहीं है कि आज प्यार पूरी तरह खत्म हो गया है और हरकोई सिर्फ पैसों के पीछे भाग रहा है बल्कि आज के समय में प्यार भले ही कम पैसे वाले लड़के या लड़की से कर ले, लेकिन शादी तभी करते हैं जब सामने वाला उन के स्टेटस का या थोड़ा कम ही सही उन के टक्कर का बन जाता है.

आज के समय में कोई भी प्यार के नाम पर जिंदगीभर गरीबी में नहीं जीना चाहता. लिहाजा, वह ऐसे ही इंसान से प्यार या शादी करता है जो भले ही दूसरी जाति धर्म का हो, भले ही उम्र में लंबा फासला हो, लेकिन पैसे से कम नहीं होना चाहिए.

अगर बौलीवुड की बात करें, तो यहां पर कई लोगों ने अपने से बड़ी उम्र के लड़के और लड़कियों से शादी की है. अलग धर्म में भी सब के खिलाफ जा कर शादी की है. लेकिन इन में से किसी ने भी पैसे से कमजोर इंसान से शादी नहीं की है। आज लोग यही सोचते हैं कि या तो वह सेम स्टेटस का हो या बहुत अमीर हो.

बौलीवुड के वे सितारे जिन्होंने उम्र में लंबा फर्क और अलग धर्म की जाति में प्रेम विवाह रचाया.कहते हैं, प्यार जब होता है तो आगे पीछे कुछ नहीं दिखाई देता, न जाति न धर्म और न ही बड़ी उम्र. इसीलिए कहा जाता है कि प्यार अंधा होता है. बौलीवुड में कई ऐसे जोड़े हैं जिन्होंने उम्र का लंबा फासला और धर्मजाति को ताक में रख कर प्रेमविवाह किया जिन में कुछ का लंबे समय तक प्यार और रिश्ता टिका रहा है या कुछ जोड़े कुछ सालों में ही अलग भी हो गए.

दिलीप कुमार और सायरा बानो में 22 साल का फर्क था. धर्मेंद्र और हेमा मालिनी में 13 साल का फर्क है. संजय दत्त और मान्यता में 19 साल का फर्क है.  करीना कपूर और सैफ अली   9 साल का फर्क है.

करीना कपूर तो बचपन में ही अपने पति सैफ अली खान की पहली शादी में भी गई थी, जो अमृता सिंह के साथ हुई थी. किरण राव और आमिर ने में 9 साल का फर्क रहा।

फराह खान और शिरीष कुंदर में 8 साल का फर्क है. कौमेडियन भारती सिंह और उन के पति हर्ष में 10 साल का फर्क है. ऐश्वर्या राय अभिषेक बच्चन से 3 साल बड़ी हैं, राजेश खन्ना डिंपल कपाड़िया से 17 साल बड़े थे. मौडल मिलिंद सोमन ने अपने से 25 साल छोटी लड़की अंकित कुंवर से, प्रियंका चोपड़ा निक जोनस से 10 साल बड़ी हैं.

उर्मिला मातोंडकर अपने पति मोहसिन अख्तर से 10 साल छोटी हैं जबकि रणबीर कपूर आलिया भट्ट में 12 साल का गैप है.

बौलीवुड के वे सितारे जिन्होंने दूसरे धर्म में शादी की

रितेश देशमुख ने क्रिश्चियन जाति की जेनेलिया डीसूजा से शादी की. उर्मिला मातोंडकर ने भी मुसलिम से शादी की, सोनाक्षी सिन्हा ने जहीर खान से शादी जो कि मुसलिम है, करीना कपूर ने सैफ अली खान से शादी की, प्रीति जिंटा ने पति जीन गुडयंक जो प्रीति जिंटा से 10 साल छोटे हैं, क्रिश्चियन जाति के हैं, आदित्य पंचोली ने अपने से 5 साल बड़ी और मुसलिम जाति की अभिनेत्री जरीना बहाव से शादी की.

कैटरीना कैफ ने विकी कौशल से शादी की जो न सिर्फ अलग धर्म की है, बल्कि विक्की से 5 साल बड़ी भी हैं. मनोज बाजपेयी ने मुसलिम धर्म की नेहा से शादी की। सुनील दत्त ने नरगिस से शादी की, तो दीया मिर्जा ने वैभव रेखी से शादी की जो हिंदू हैं.

इन सब बातों से यही निष्कर्ष निकलता है कि प्यार और शादी में अलग धर्म और बड़ी उम्र का होने से कोई फर्क नहीं पड़ता बस स्टेटस और जेब में भरपूर पैसा होना चाहिए। उस के बाद शादी भी टिकेगी और वैलेंटाइन डे भी हर साल अच्छा मनेगा.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...