Akshay Kumar : एक इंसान कितना भी अमीर हो जाए लेकिन वह अपनी पुरानी यादों को जिससे उसका बचपन जुड़ा हो मीठी यादें जुड़ी हो वह वो इंसान कभी नहीं भूलता, ऐसा ही कुछ अक्षय कुमार अपने पुराने घर से जो की रेंट पर था और उसका किराया ₹500 था , उस मकान से अक्षय आज भी दिल से जुड़े हुए हैं, हाल ही में अपने इंटरव्यू में अक्षय कुमार ने बताया कि बचपन की यादों से जुड़ा उनका पुराना घर जो किराए पर था वहां की एकएक चीज उन्हें आज भी याद है, अक्षय के अनुसार मुझे आज भी याद है कि मैं अपने मातापिता और बहन के साथ उस घर में खुशीखुशी रहा करता था.
मेरे पिताजी सुबह 9:00 बजे नौकरी के लिए निकलते थे शाम को 6:00 बजे जब वापस आते थे तो मैं और मेरी बहन खिड़की पर खड़े होकर अपने पिता के आने का इंतजार किया करते थे और उस सड़क पर टकटकी लगाकर देखते रहते थे जहां से हमारे पिताजी आने वाले होते थे. वहां पर एक अमरूद का पेड़ हुआ करता था. वह आज भी वहां पर मौजूद है. मैं जब भी वहां से गुजरता हूं तो उस अमरूद के पेड़ से एक दो अमरूद में जरूर तोड़ लेता हूं.
अक्षय के अनुसार मुझे अपने उस घर से बहुत प्यार है मुझे पता चला कि वह बिल्डिंग रीडवेलपमेंट में जा रही है तो मैंने बिल्डर से बात करके उस बिल्डिंग का पूरा तीसरा फ्लोर खरीद लिया है, ऐसा नहीं है कि मुझे वहां रहना है, मैंने बस इसीलिए खरीदा है क्योंकि वहां मेरी यादें जुड़ी है, मेरे पिता का स्पर्श वहां पर मौजूद है , हमारी बहुत सारी खट्टी मीठी यादें उसे घर से जुड़ी है बस इसीलिए मैं वह पूरा फ्लोर अपने पिता की याद को ताजा रखने के लिए खरीद रहा हूं.
गौरतलब है जहां अक्षय कुमार अपने कुछ ही साल पहले लिए हुए फ्लैट खरीदी हुई कीमत से कहीं ज्यादा पैसों में बेचकर फायदा ले रहे हैं. वही अपना पुराना घर खरीदने के लिए कोई भी दाम देने को तैयार है. ऐसे में कहना गलत ना होगा कि अक्षय कुमार पर पुराना गाने की पंक्तियां पूरी तरह फिट बैठती है ,दिन जो पखेरू होते पिंजरे में मैं रख लेता, पालता उनको जतन से मोती के दाने देता .. अक्षय की बातों से यही साबित होता है कि इंसान चाहे कितना ही पैसा कमा ले बीता हुआ वक्त और उससे जुड़ी यादों को वापस नहीं ला सकता.