Jividha Sharma : ग्लैमर वर्ल्ड में कास्टिंग काउच दबे पैरों से हर जगह पहुंच रहा है फिर चाहे वह टीवी हो फिल्म या ओटीटी हो. हर जगह पर नई हीरोइन का फायदा उठाने वाले लोगों की कमी नहीं है. फर्क सिर्फ इतना है यहां पर कोई किसी से जबरदस्ती नहीं करता, बल्कि यह काम देने वाले और काम पाने वाले लोगों के बीच समझौते का दूसरा नाम कास्टिंग काउच है.
लेकिन कई बार समझौता न करने वाली टैलेंटेड हीरोइन को अपना एक्टिंग करियर बीच में ही छोड़ना पड़ता है. अभिनय करियर में अपना नाम और दाम कमाने वाले नए नये कलाकारो में सिर्फ लड़कियों को ही नहीं कई बार लड़कों को भी समझौता करना पड़ता है.
ऐसी ही एक अभिनेत्री जीविधा शर्मा जो फिल्म ताल में ऐश्वर्या राय के साथ नजर आई थी और छोटा सा रोल होने के बावजूद उन्होंने अलग पहचान बना ली थी जिसकी बदौलत जीविधा को एक हिट फिल्म यह दिल आशिकाना भी मिल गई थी , पहली फिल्म ही सिल्वर जुबली होने के बावजूद जीविधा शर्मा को फिल्मे और फिल्म इंडस्टी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा.
जीविधा के अनुसार पहली फिल्म सिल्वर जुबली होने के बाद मुझे ऐसा लगा था कि मुझे फिल्मों में काम मिलना बहुत आसान होगा , शायद मैं अपनी पसंद के रोल भी कर पाऊंगी . लेकिन इसके विपरीत मुझे कई फिल्में ऑफर हुई लेकिन करीबन हर फिल्म में मुझे किसी ना किसी तरह समझौता करने के लिए कहा गया , जिसका दूसरा नाम कास्टिंग काउच है.
मैंने जब इस तरह की शर्तें मानने से इनकार किया तो मेरे हाथ से कई फिल्में छूटने लगी , यहां तक की इमरान हाशमी अजय देवगन की फिल्मे भी मुझे औफर हुई थी लेकिन समझाने वाली शर्त ना मानने की वजह से मेरे हाथ से सभी फिल्में धीरेधीरे निकलने लगी.
2002 में मेरी फिल्म यह दिल आशिकाना आई थी तब से मैं अब तक बिना समझौते के दम पर फिल्मों में काम पाने की कोशिश कर रही हूं लेकिन कामयाब नहीं हो पाई. लेकिन बावजूद इसके मैंने हार नहीं मानी और मैंने पंजाबी फिल्मों में काम करना शुरू किया. जहां पर समझौते जैसी कोई बात नहीं हुई, उसके बाद मुझे 2016 में आशुतोष गोवारिकर की फिल्म मोहन जोदड़ो फिल्म में ह्रितिक रोशन की मां का रोल औफर हुआ , जो मैंने स्वीकार कर लिया.
उसके बाद भी एकदो फिल्में औफर हुई जिसमें कास्टिंग काउच का कोई रोल नहीं था. जो मैंने स्वीकार कर ली. क्योंकि अभिनय करना मेरा शौक है मेरा पैशन है, इसलिए मैंने कभी भी हार नहीं मानी फिल्मों में काम करने के लिए हमेशा कोशिश करती रही, लेकिन अपनी शर्तों पर जिसमें कास्टिंग का या समझौते की कोई जगह नहीं है. फिर मुझे भले काम मिले या ना मिले.