शिवाका ने मेहनत और लगन से अपनी पढ़ाई पूरी की. इस दौरान उस का अपनी फिगर पर कभी ध्यान ही नहीं गया. पढ़ाई पूरी करने के बाद उसे नौकरी मिल गई, तो नए माहौल में ऐडजस्ट करने में 2 साल का समय कैसे निकल गया उसे पता ही नहीं चला. फिर घर में उस की शादी की चर्चा होने लगी. शुरुआत में तो उस ने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन जब घरपरिवार का दबाव बढ़ा तो शिवाका ने सोचा कि चलो एक दिन फोटो खिंचवा कर देखती हूं कि कैसी लगती हूं. मैं 5 फुट 3 इंच लंबी शिवाका का वजन 60 किलोग्राम के ऊपर था. उस की कमर का साइज 34 इंच था. उस का फोटो बन कर आया तो वह उस में बहुत मोटी दिख रही थी. फोटो देख कर शिवाका परेशान हो गई.
उस ने अपनी सहेली नेहा से बात की तो वह शिवाका को ले कर एक फैशन स्टोर में गई. वहां एक रेडीमेड लहंगा देख कर शिवाका ने सोचा क्यों न इस को पहन कर देखा जाए कि मुझ पर कैसा लगता है? शिवाका ने लहंगा पहना तो उस का पेट और कमर अजीब सी दिख रही थी. जीन्सटीशर्ट पहनने वाली शिवाका को पहली बार लगा कि वह इतनी मोटी दिखती है ़ इस स्टोर में शिवाका ने फैशनेबल हनीमून ड्रैस भी देखीं. उन्हें देख उसे लगा कि इन को पहन कर वह ठीक नहीं लगेगी. शिवाका की परेशानी नेहा ने समझी. उस ने कहा, ‘‘तू परेशान न हो. अभी तेरी शादी को समय है. तू अपनी फिगर को सही करने का काम कर.’’
शिवाका अपनी फिगर सही करने के लिए जिम और हैल्थ क्लब के चक्कर लगाने लगी. एक क्लब में उस ने 3 माह में 5 किलोग्राम वजन और 3 इंच कमर कम करने का पैकेज लिया. इस के लिए उसे क्व6 हजार 500 देने पड़े. यहां शिवाका को जो डाइट चार्ट दिया गया, उस के हिसाब से खाने के बाद वह कमजोर दिखने लगी. उस का मोटापा उतना कम नहीं हुआ, जितना उस ने सोचा था और चेहरा मुरझाया सा दिखने लगा. शिवाका इस के बाद दूसरी डाइटीशियन से मिली और उस के डाइरैक्शन में डाइट और ऐक्सरसाइज शुरू की. इस से शिवाका को लाभ होने लगा. सही ऐक्सरसाइज और डाइट से उस कावजन 4 माह में 3 किलोग्राम कम हो गया और कमर का साइज भी 32 इंच हो गया. अब वह मोटी नहीं सैक्सी दिखने लगी थी.
नाभि सौंदर्य पर टिका फैशन
शादी की बात आते ही उस में पहनी जाने वाली पोशाकों पर ध्यान चला जाता है. शादी के हर समारोह में लहंगा और साड़ी का चलन सब से ज्यादा होता है. केवल लड़की ही नहीं, उस की सहेलियां और परिवार की दूसरी महिलाएं भी साड़ी और लहंगाचोली ही पहनती हैं. ऐसे में कमर और नाभि का सैक्सी और सही माप में दिखना जरूरी होता है. नाभि का आकर्षण बढ़ाने के लिए नेवल रिंग और टैटू का प्रयोग भी किया जाता है. शादी में भले ही लड़की टैटू का प्रयोग न करे पर वह कमर के साइज को सही जरूर रखना चाहती है. जब कमर की माप सही होती है, तभी साड़ी का ग्लैमरस लुक दिखता है. आजकल फैशन में नैट और पारदर्शी साडि़यों का चलन है. इन को नाभि से नीचे पहना जाता है, जिस से कमर दिख सके.
साड़ी के साथ ही साथ लहंगा भी दुलहन के लिए जरूरी होता है. यह भी कमर पर टिका होता है. लहंगा और चोली के बीच कमर और नाभि दिखती है. इस पर डालने के लिए दुपट्टा पारदर्शी या नैट का होता है. लखनऊ के अलकैमिस्ट ब्यूटी ऐंड हैल्थ क्लब सैंटर की मैनेजर श्वेता मिश्रा कहती हैं, ‘‘अगर कमर का साइज बेडौल होता है, तो महंगे से महंगा लहंगा भी खूबसूरत नहीं लगता. ऐसे में होने वाली दुलहन केवल अपना मोटापा ही कम करने के लिए नहीं, बल्कि कमर का साइज कम करने और पेट को सपाट दिखाने का पूरा प्रयास करती है. ऐसे में सही डाइट और ऐक्सरसाइज उस की मदद कर सकती है.’’ नाभि और कमर दिखाना फैशन का हिस्सा बन गया है. फिल्म, टीवी सीरियल और फैशन परिधानों के प्रचार में ऐसे लोगों को ही चांस दिया जाता है, जिन की कमर पतली और पेट सपाट हो.
फैशन डिजाइनर बसंत राय कहते हैं, ‘‘नाभि और कमर महिलाओं के सैक्सी लुक को बढ़ाते हैं. इसी वजह से साड़ी सब से सैक्सी पोशाक मानी जाती है. जब से शादी में फोटोग्राफी, डांस और वीडियो फिल्म बनाने की मांग बढ़ी है, कपडे़ पहनने में फैशन का पूरा ध्यान रखा जाता है. इस के चलते दुलहन अपनी फिगर को ले कर सचेत रहने लगी हैं. अगर फिगर सही न हो तो हनीमून में पहनी जाने वाली नाइट वियर का भी मजा नहीं आता. खुद दुलहन को अपनी फिगर अच्छी नहीं लगती. ऐसे में जरूरत इस बात की होती है कि वह शादी के पहले फिगर को सही कर ले. किसी की भी देह तराशी नहीं जाती. हर किसी को फिटनैस के लिए प्रयास करना होता है.’’
भावी दुलहन रीना कहती हैं, ‘‘मुझे ब्रा पहनने का बहुत शौक है और शादी के बाद इस शौक को पूरा करने का मन है. मैं ने तरहतरह की फैशनेबल नाइट ड्रैस और अंडरगारमैंट्स देख रखे हैं. इन को पहनने के लिए वजन कम करना ही होगा.’’
वजन बढ़ाने की भी परेशानी
भावी दुलहनें केवल वजन कम करने के लिए ही हैल्थ क्लब नहीं आतीं. कुछ कम वजन वाली दुबलीपतली लड़कियां वजन बढ़ाने के लिए भी आती हैं. यशराज इंटरनैशनल ब्यूटी ऐंड हैल्थ के फिटनैस ट्रेनर शाहरुख शाह अली कहते हैं, ‘‘जीरो फिगर की चाहत रखने वाली तमाम लड़कियां शादी से पहले वजन बढ़ाने के लिए भी आती हैं. दरअसल, रैंप और फिल्मों में भले ही जीरो फिगर पसंद की जाती हो, पर शादी में मांसल देह सौंदर्य ही लुभाता है. कमर के साथसाथ खूबसूरत ब्रैस्ट भी फैशनेबल परिधानों में खूब फबते हैं, इसलिए दुबली लड़कियां वजन बढ़ा कर अपनी फिगर सैक्सी बनाना चाहती हैं.’’ लखनऊ के प्लास्टिक सर्जन डाक्टर डाक्टर अनुपम सरन कहते हैं, ‘‘ब्रैस्ट साइज बढ़ाने के साथ ही साथ नाक, होंठ और दांतों को सुंदर बनाने के लिए लड़कियां सर्जरी का इस्तेमाल भी कर रही हैं.’’
डाइटीशियन श्वेता मिश्रा कहती हैं, ‘‘सुंदर दिखना हर कोई चाहता है, लेकिन मनचाही और फिल्मी सुंदरता हर किसी के वश में नहीं होती. वजन घटाने या बढ़ाने के पहले आप को कद, वजन, उम्र और फैमिली हिस्ट्री को ध्यान में रखना चाहिए.’’
सुंदरता ही नहीं सब कुछ
मनोविज्ञानी डाक्टर मधु पाठक कहती हैं, ‘‘विवाहित जीवन में सुंदरता और फिटनैस का अपना अलग स्थान होता है, पर सुंदरता के साथसाथ आप को अपने व्यवहार और कामकाज से भी लोगों को प्रभावित करना होता है. सुंदरता तो 4 दिन की चांदनी जैसी होती है. आप का व्यवहार, सहनशीलता और सामंजस्य ही सुखद दांपत्य की गारंटी होते हैं. इसलिए अगर आप की फिगर सैक्सी नहीं है, तो आप को परेशान होने की जरूरत नहीं है. शादी के बाद जब औरत मां बनती है, तो उस की फिगर पहले जैसी नहीं रहती. ऐसे में उस के दूसरे गुण ही जीवन की गाड़ी को खींचने का काम करते हैं. इसीलिए सूरत के साथ सीरत की बात कही जाती है.’’ सैक्सी फिगर भले ही 32-24-32 को माना जाता हो पर भारतीय खूबसूरती 34-30-36 ही सब से अच्छी मानी जाती है. लेकिन हर शरीर मापदंड के अनुसार नहीं हो सकता, ऐसे में जरूरी यह है कि भावी दुलहन हैल्दी हो.
स्त्रीरोग विशेषज्ञा डाक्टर रेनू मक्कड कहती हैं, ‘‘सैक्सी फिगर की चाहत में भावी दुलहनों को इतना नहीं भागना चाहिए कि उन की हैल्थ को ही नुकसान हो जाए. शादी के बाद मां बनने के लिए भी शरीर का हैल्दी होना जरूरी होता है. अगर मां हैल्दी नहीं होगी तो बच्चा भी स्वस्थ्य नहीं होगा.
शेप में रखें बांहें
मुंबई की ग्लोबल यूनिवर्सिटी से डाइटीशियन का कोर्स कर चुकी श्वेता मिश्रा कहती हैं, ‘‘वजन का पूरा गणित आप के खाने और मेहनत करने पर निर्भर करता है. एक हैल्दी लड़की को दिन में 1,200 कैलोरी की जरूरत होती है. रात में शरीर केवल 200 कैलोरी ही उपयोग कर पाता है. ऐसे में रात के खाने का बड़ा हिस्सा फैट में बदल जाता है. इस से बचने के लिए रात का खाना लो कैलोरी का रखना चाहिए. लड़कियों में ज्यादातर फैट हिप, आर्म्स, थाइज और कमर पर जमा होता है. इस को कम करने के कई तरीके होते है. मशीनों के द्वारा जैल लगा कर मनचाही जगहों से फैट कम किया जा सकता है. कुछ खास किस्म की ऐक्सरसाइज कर के भी यह काम हो जाता है. 2 से 3 किलोग्राम वजन वाले डंबल्स के 2 सैट लगाने से भी बांहें शेप में आ जाती हैं. डंबल्स की जगह पर 1 लीटर वाली पानी की बोतल में पानी भर कर उस का प्रयोग भी कर सकती हैं. बांहें शेप में रहती हैं तो स्लीवलैस ड्रैस पहनने में सुंदर लगती है.
‘‘इस के अलावा परदे वाली अल्यूमीनियम की रौड गरदन के पीछे रख कर दोनों हाथों से पकड़ कर कमर की ओर झुक कर स्ट्रैचिंग करें. इस से कमर की शेप सुधरेगी. पेट की चरबी कम करने लिए कुनकुने पानी में नीबू का रस डाल कर रोज सुबह पिएं तो पेट की चरबी कम होगी. गाडर्निंग और घरेलू काम से भी कैलोरी बर्न होती है, जिस से फैट कम होता है. इसी तरह से सीढि़यां चढ़ने से भी लाभ होता है. अगर आप जिम में वर्कआउट कर रही हैं, तो ट्रेनर के बताए गए तरीके से करें. डाइट चार्ट भी उस के अनुसार लें, नहीं तो सही लाभ की जगह नुकसान की संभावना ज्यादा होती है.’’