विश्व स्तर पर सबसे अधिक कैंसर फेफड़े, स्तन और कोलोरेक्टल के पाए जाते हैं. सामान्यत: ब्रेस्ट कैंसर के कोई विशिष्ट लक्षण नहीं होते. संकेतों की अस्पष्टता होने के कारण इसका पता लगाना मुश्किल होता है.
स्तन में गाँठ होना, निप्पल से खून आना, निप्पल में गड्ढा पड़ना, निप्पल में खिंचाव, छाती की रूपरेखा में बदलाव, निप्पल पर रैश आना, ये सभी चिंता का कारण हो सकते हैं.
सबसे प्रमुख लक्षण छाती में गाँठ आना है. वास्तव में छाती में आने वाली हर गाँठ खतरनाक नहीं होती. स्तन में होने वाली लगभग 10 प्रतिशत गांठें ही कैंसर की होती हैं.
यदि आपको फाइब्रोएडीनोमा है तो निसंदेह आपको स्तन कैंसर है. स्तन में तीन तरह की गांठे पायी जाती हैं. आपको किस तरह की गाँठ हुई है यह जानने के लिए सर्जन ट्रिपल असेसमेंट प्रक्रिया करते हैं. ब्रेस्ट की बायोप्सी भी की जाती है.
ब्रेस्ट की नलिकाओं में खराब कोशिकाओं के कारण निप्पल से खून आता है परन्तु यह बहुत ही दुर्लभ लक्षणों में से एक है और गणना के अनुसार केवल आठ प्रतिशत या उससे कम महिलाओं को ही स्तन से ब्लीडिंग होने पर ब्रेस्ट कैंसर होता है.
ब्रेस्ट कैंसर का अन्य लक्षण ब्रेस्ट की त्वचा में गड्ढे पड़ना या खिंचाव आना है. यह वास्तव में एकदम सही लक्षण है. यदि आपकी उम्र पचास वर्ष से अधिक है और आप देखती हैं कि आपकी त्वचा में गाँठ जैसी बन रही है तो आप गाँठ को स्पर्श करके देख सकते हैं. यदि यह हिलती नहीं है और गड्ढा पड़ता है तो यह चिंता का विषय हो सकता है.