भारी विवाद के बाद संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' एक बार फिर से चर्चा में है. कुछ समय से मीडिया में ये खबरे आ रही थीं कि पद्मावती पर पांच नहीं बल्कि 300 कट लगाने के बाद मंजूरी दी गई है. लेकिन सेंसर बोर्ड ने ऐसी तमाम खबरों को भ्रामक बताया है. बोर्ड का कहना है कि इसमें 300 कट नहीं लगाए गए हैं. निर्माता ने पूर्व में सहमत सिर्फ पांच बदलाव के बाद फाइनल फिल्म मंजूरी के लिए सौंपी थी, जिसे अब यू/ए सर्टिफिकेट के साथ मंजूरी दे दी गई.

खबरों में कहा गया था कि बोर्ड की मांग पर राजकमल स्टूडियो में बौलीवुड के एक अग्रणी निर्देशक ने बैठकर फिल्म में कांट-छांट कराई. यह भी कहा गया था कि बोर्ड ने विवादित फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली को दिल्ली, चित्तौडग़ढ़ व मेवाड़ का जिक्र हटाने का भी निर्देश दिया था.

लेकिन केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के चेयरमैन प्रसून जोशी ने उन खबरों का खंडन किया, जिनमें फिल्म में 300 कट लगाने का दावा किया गया था. जोशी ने कहा कि फिल्म को सर्टिफिकेट देने का काम पूरा हो चुका है. बोर्ड का नाम अनावश्यक विवादों में नहीं घसीटा जाना चाहिए.

सेंसर बोर्ड फिलहाल जिस तरह से पद्मावती को लेकर काम कर रहा है, उससे लगता है कि विवादित फिल्म 'पद्मावत' 25 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले थियेटर में आ सकती है. अगर 'पद्मावत' वाकई 25 जनवरी को रिलीज होती है तो उसकी टक्कर अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन से होने वाली है. वह पहले ही इसे 25 जनवरी को रिलीज करने की घोषणा कर चुके हैं.

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