हममें से 80 परसेंट लोग डेली परफ्यूम या डियो का इस्तेमाल करते हैं. कोई खुशबू बिखेरने के लिए इसका उपयोग करता है तो कोई पसीने की गंध से बचाव के लिए इसका इस्तेमाल करता है. प्रतिदिन त्वचा पर इस्तेमाल किए जाने वाले डियोडरेंट या परफ्यूम आपकी त्वचा और सेहत को बिगाड़ भी सकते हैं.
रोजाना आपके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले डियोडरेंट या परफ्यूम में हानिकारक केमिकल मौजूद होते हैं, जो त्वचा में जलन पैदा कर उसे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त करते हैं.
यह त्वचा में खुजली पैदा कर उसे हानि पहुंचाते हैं. कई बार इनमें मौजूद न्यूरो टोक्सिन सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करते है. कई बार इनके कारण त्वचा में घाव या अजीब तरह के निशान बन जाते हैं जिनमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं. इनमें मौजूद कुछ केमिकल सेहत को बिगाड़कर, हार्मोन्स में असंतुलन पैदा कर सकते हैं. हार्मोनल इम्बेलेंस का प्रभाव न केवल आपकी सेहत पर बल्कि आपके सौंदर्य पर भी पड़ता है. इसके अलावा महिलाओं में डियोडरेंट या परफ्यूम का प्रयोग मासिक धर्म संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है.
कुछ डियोडरेंट या परफ्यूम पसीने को रोकने का कार्य भी करते हैं. इस प्रकार के उत्पाद में मौजूद केमिकल बेहद खतरनाक होते हैं. शरीर में से पसीना न निकलने के कारण कई हानिकारक व अवांछित तत्व बाहर नहीं निकल पाते है, जो सेहत के लिहाज से बेहद हानिकारक साबित होते हैं. डियोडरेंट या परफ्यूम में मौजूद केमिकल आपको अल्जाइमर दे सकते हैं. इसके अलावा सांस संबंधी समस्याएं पैदा करने में यह केमिकल सहायक साबित होते हैं. अत्यधिक तेज गंध होने के कारण यह नाक के तंतुओं को भी क्षतिग्रस्त कर सकते हैं.