‘‘मुझसे फ्रेंडशिप करोगे’’, ‘‘हवा हवाई’’ सहित सात आठ फिल्मों में अभिनय कर चुके अभिनेता साकिब सलीम एक तरफ तापसी पन्नू के संग अपने रोमांस को लेकर चर्चा में हैं, तो दूसरी तरफ वह नौ मार्च को प्रदर्शित होने वाली रोमांटिक एडवेंचरस और कौमेडी फिल्म ‘‘दिल जंगली’’ में सुमित उप्पल का रोमांटिक किरदार निभा रहे हैं. साकिब सलीम खुद को वैलेंटाइन डे का प्रबल समर्थक बताते हैं.
फिल्म ‘‘दिल जंगली’’ के अपने किरदार सुमित उप्पल की प्यार की जो सोच है, उसके साथ उनके निजी जिंदगी की सोच के मेल खाने की चर्चा करते हुए साकिब सलीम ने कहा- ‘‘सुमित उप्पल की प्यार को लेकर जो सोच है, उससे मेरी निजी जिंदगी की प्यार की सोच कहीं कहीं मेल खाती है, कहीं नहीं भी. कलाकार के तौर पर हर किरदार में कुछ प्रतिशत साकिब होता ही है. उसके बाद उसे बनाने की कोशिश करता हूं. सुमित उप्पल में पचास प्रतिशत साकिब है, क्योंकि इसे मैने जिया है, बाकी मेरा द्वारा गढ़ा गया है.’’
इन दिनों युवा पीढ़ी के बीच प्रचलित ‘‘काफी डे वाला प्यार’’ को प्यार न मानते हुए साकिब सलीम कहते हैं
‘‘यह प्यार नही, सिर्फ शारीरिक आकर्षण है, जो कि गलत है. प्यार तो वह होता है, जो एक नजर में हो जाए, आप मन की बात कह जाएं. और प्यार हमेशा जिंदा रहे, फिर भले मिले या ना मिले. मैं तो वह लड़का हूं, जो ‘वीर जारा’ जैसी फिल्म देखकर रोता है.’’
वह आगे कहते हैं- ‘‘मेरी राय में ‘काफी डे’ वाला प्यार इसलिए शुरू हो गया है, क्योंकि अब लोगों के पास औप्शन बहुत हैं. अब वक्त ऐसा बदला है कि लोग तलाक होने पर शर्मिंदा महसूस नहीं करते. अब लोग सुख सुविधा तलाशने और दूसरों को दिखावे वाली जिंदगी जीते हैं. लोग सोचते हैं कि शादी के दस साल हो गए, पर बन नही रही है, तो छोड़ दो.’’