धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में हेमंत वीरानी की भूमिका निभाने वाले अभिनेता शक्ति आनंद आज एक मुकाम तक पहुंच चुके हैं. वे 20 सालों से इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं. स्वभाव से नम्र और हंसमुख शक्ति ने हमेशा कुछ अलग अभिनय करने की कोशिश की. यही वजह है कि उन्होंने अलग-अलग धारावाहिकों और फिल्मों में काम किया है. उनकी कुछ खास धारावाहिक जैसे सारा आकाश, क्राइम पेट्रोल, एक लड़की अनजानी, भारत के वीर पुत्र महाराणा प्रताप, गोंद भराई, गंगा आदि है. उनके इस सफर में उनकी पत्नी सई देवधर और उनकी 6 साल की एक बेटी है. दोनों ने अपना प्रोडक्शन हाउस खोला है जिसके द्वारा वे दो मराठी फिल्म बनाने वाले हैं. शक्ति इस समय स्टार भारत की धारावाहिक ‘मायावी मलिंगा’ में राजा की भूमिका निभा रहे हैं. उनसे हुई बातचीत के अंश इस प्रकार है.
इस धारावाहिक को करने की खास वजह क्या है?
इस तरह के शो मैंने किये नहीं थे. ये एक फैन्टसी शो है, जिसमें लोग उड़ते हुए दिखायी देंगे. इस तरह की कहानियां मैंने बचपन में दादी या नानी से सुन रखी थी. फिर जब इसे करने का मौका मिला तो अच्छा लगा. ‘गंगा’ धारावाहिक के खत्म होने के बाद वैसे ही आफर आ रहे थे, पर मुझे कुछ अलग करने की इच्छा थी, जो इस धारावाहिक में दिखा.
20 सालों के काम के अंतर्गत टीवी इंडस्ट्री में क्या परिवर्तन देखते है?
मेरे हिसाब से बहुत अधिक बदलाव नहीं आया है. पहले भी पारिवारिक और सास बहू वाली धारावाहिकें चलती थीं और आज भी ये शो चलते हैं, अभी भी दर्शक देखते हैं. ड्रामा वाले शो ही अधिक पसंद किये जाते हैं, इसके अलावा आप कुछ भी बना लें, पर उसके दर्शक अधिक नहीं मिलते. अंतर ये है कि उस समय चैनल और शो कम थे, इसलिए लोग उसमें काम करने वालों के नाम भी जानने के लिए उत्सुक हुआ करते थे. इससे कलाकारों की एक अलग पहचान बनती थी, जो आज नहीं है. आज कई धारावाहिकों में तो कलाकारों के नाम तक दिखाए नहीं जाते. सीधा शो शुरू हो जाता है. इस का अर्थ ये हुआ कि चैनल भी इसको अहमियत को नहीं देता कि किसने काम किया है, कैमरामैन कौन है आदि. इसे वे समय की बर्बादी मानते हैं. आज आप्शन भी बहुत है, हर 6 महीने में एक नया चैनल लौंच हो जाता है, वेब सीरीज भी बन रहे हैं. ऐसे में कलाकारों को अपने आप को स्थापित करने में समय समय लगता है.
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