अगर आपके पास नौकरी है और आप अपना घर या फिर कार लेने का विचार बना रहे हैं तो तमाम बैंक और फाइनेंस कंपनियां आपको बिना झंझट के लोन उपलब्ध करवाने के लिए तरह तरह के विकल्प की पेशकश करते हैं. ऐसे तमाम ई-मेल, मैसेज और फोन कौल्स अक्सर आपके पास आते होंगे. कुछ तो मात्र 10 सेकंड में आपको लोन दिलवाने का वादा करते हैं. लेकिन एक्सपर्ट मानते हैं कि आपको इस तरह के किसी भी लोन के लिए आवेदन करने से पहले सोच-विचार कर लेना चाहिए.

क्या मानना है एक्सपर्ट का

फाइनेंशियल प्लानर्स का मानना है कि 10 सेकेंड लोन स्कीम में जोखिम बहुत ज्यादा होता है. यह असुरक्षित लोन होते हैं. इन्हें पर्सनल लोन के जैसे माना जा सकता है. इसके लिए बैंक आवेदक से आमतौर पर सैलरी स्लिप की ही मांग करता है.

चूंकी यह लोन महज 10 सेकेंड में मिलने का वादा करता है इसलिए अधिकांश लोग जल्दबाजी में आकर इस लोन को ले लेते है. जबकि किसी भी लोन के लिए एप्लाई करने से पहले आवेदक को यह सोचना चाहिए कि क्या उसे इल लोन की वास्तव में जरूरत है? क्योंकि अगर बिना जरूरत और फाइनेंशियल स्थिति को जांचे लोन लेने से आवेदक के सिबिल स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ता है. इसलिए अगर लोन आवेदक के लिए बहुत ही जरूरी है तो ही इसका चुनाव करें.

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पेपरलैस लोन

भारत में औनलाइन माध्यम से लोन का आवेदन करने का चलन बढ़ रहा है. इसमें ई-मेल के जरिए प्री अप्रूव्ड लोन भी लिये जा सकते हैं. साथ ही आवेदक बैंक की वेबसाइट या वित्तीय संस्थानों के माध्यम से लोन एप्लिकेशन भी फाइल कर सकते हैं. जानकारी के लिए बता दें कि अपनी लोन योग्यता जांचने और लोन हेतु आवेदन करने के लिए बैंक ब्रांच के चक्कर काटने की भी जरूरत नहीं होती है.

कैसे काम करती है 10 सेकेंड लोन अप्रूवल की प्रक्रिया

यह औप्शन डिजिटल बैंकिंग प्लेटफौर्म पर उपलब्ध है. लोन की राशि हर कस्टमर की पर्सनल प्रोफाइल, उनकी वित्तीय साख (क्रेडिट रिपोर्ट) पर निर्भर करती है. साथ ही आधार लिंकिंग के जरिए बैंक ग्राहक की केवाईसी भी एक्सेस कर सकता है.

पर्सनल लोन लेने के लिए मौजूदा बैंक ग्राहकों को औनलाइन माध्यम से अपने एकाउंट को लौग इन करना होगा. यह लौग इन नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के जरिए भी की जाती है. इसके बाद 10 सेकेंड पर्सनल लोन के लिंक पर क्लिक करें.

10 सेकेंड स्कीम के जरिए लोन के लिए करें अप्लाई

फिलहाल 10 सेकेंड लोन स्कीम के तहत बैंक के ग्राहकों के लिए पर्सनल लोन भी उपलब्ध है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि जल्द ही होम लोन और औटोमोबाइल लोन भी इसके तहत उपलब्ध कराया जाएगा.

क्या यह अच्छा विकल्प है?

डिजिटल इंस्टेंट लोन अप्रूवल लोन एप्लाई करने के परंपरागत तरीके को बदल जरूर देगा, लेकिन इसमें कई चुनौतियां भी हैं. अधिकांश लोन आवेदक की आय पर निर्भर करते हैं. ऐसे में बैंकों के लिए सेविंग एकाउंट में हुई ट्रांजेक्शन के आधार पर इंस्टैंट लोन अप्रूव करना एक चुनौती हो सकती है. इस आधार पर कई बार बैंक लोन को फिक्स्ड डिपौजिट खाते जोड़ देते हैं. या फिर सेविंग एकाउंट पर एनहैंस्ड मिनिमम बैलेंस जैसी सुरक्षा कैप लगा देते हैं.

10 सेकेंड लोन स्कीम लेने से पहले किन बातों का रखें ध्यान

अगर आपका बैंक क्विक लोन उपलब्ध करा रहा है तो आप इसे एक क्लिक में ले सकते हैं. लेकिन नेट बैंकिंग के लिए लौग इन करने से पहले स्कीम के तहत मिलने वाले लोन को परखें. इसके बाद यह सुनिश्चित करें कि आपके लिए लोन कितना जरूरी है और रिपेमेंट प्लान तैयार कर लें.

  • जानकारी के लिए बता दें कि पर्सनल लोन पर ऊंची ब्याज दरें लगती हैं. इसपर बैंकों को अच्छा प्रौफिट मिलता है.
  • किसी भी लोन के लिए साइन अप करने से पहले उससे जुड़े सर्विस चार्ज या हिडन चार्जेस का पता करें.
  • ऐसे में जब लोन की उपलब्धता आसान हो और उसमें डिजिटल माध्यमों का अधिकतम इस्तेमाल किया जा रहा हो तो आवेदकों के लिए पर्सनल लोन लेना आसान हो जाता है. लेकिन लोन की रिपेमेंट का दायित्व आवेदक पर ही रहता है.
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