भारतीय रेल अलग अलग वर्ग के लोगों को रेल किराया में बड़ा छूट देती है. आम तौर पर इसकी पूरी जानकारी लोगों के पास नहीं होती. और जानकारी के अभाव में वो सरकारी छूट का लाभ नहीं ले पाते. इसलिए हम लाए है आपके लिए ये खबर जिससे आपकी रेल यात्रा और आसान हो जाए और आपके जेब पर भी बहुत असर ना हो.

ट्रेन से सफर के लिए केवल बुजुर्गों और दिव्‍यांगों को ही टिकट में छूट नहीं मिलती बल्कि इस कैटेगरी में 13 तरह के लोग आते हैं. इनमें मरीजों, किसानों, स्‍टूडेंट से लेकर डाक्‍टर और बेरोजगार युवा भी शामिल हैं. भारतीय रेलवे इन लोगों को सस्‍ते में सफर कराता है. भारतीय रेल के मुताबिक डाक्‍टरों की रेल टिकट पर 10 फीसदी छूट और बेरोजगार युवाओं की टिकट पर 50 से 100 फीसदी तक की छूट रहती है. इसके अलावा नर्स और मिडवाइफ को भी 25 फीसदी सस्‍ता टिकट मुहैया कराया जाता है.

जानिए किस वर्ग को कितना और क्यों मिलता है डिस्काउंट

  • बेरोजगार युवा

सांविधिक निकाय, म्‍युनिसिपल कौरपोरेशन, गवर्मेंट अंडरटेकिंग, यूनि‍वर्सिटी या पब्लिक सेक्‍टर की नौकरी के लिए इंटरव्‍यू देने जा रहे बेरोजगार युवाओं को रेलवे की ओर से टिकट में 50 फीसदी छूट दी जाती है. यह छूट सेकेंड क्‍लास और स्‍लीपर क्‍लास से सफर के लिए होती है. वहीं केन्‍द्र या राज्‍य सरकार की नौकरियों के लिए इंटरव्‍यू देने जा रहे बेरोजगार युवाओं को स्‍लीपर क्‍लास की टिकट में 50 फीसदी और सेकंड क्‍लास की टिकट में 100 फीसदी की छूट मिलती है.

  • डाक्टरों और नर्सों को मिलती है छूट

सभी डाक्टरों और नर्सों को किसी भी उद्देश्य से कहीं भी और किसी भी ट्रेन में सफर करने पर 10 फीसदी की छूट मिलती है.

  • इन्हें मिलता है 50 फीसदी की छूट

नेशनल यूथ प्रोजेक्‍ट के नेशनल इंटीग्रेशन कैंपों में भाग लेने जा रहे युवाओं के लिए सेकंड और स्‍लीपर क्‍लास की टिकट पर 50 फीसदी छूट रहती है. और मानव उत्‍थान सेवा समिति के नेशनल इंटीग्रेशन कैंपों में भाग लेने जा रहे युवाओं को 40 फीसदी की छूट सरकार देती है.

  • नर्सों और मिडवाइफों के लिए छूट

नर्सों और मिडवाइफों को छुट्टी या ड्यूटी के दौरान सफर करने पर स्लीपर और सेकेंड क्लास में यात्रा करने पर 25 फीसदी की छूट मिलती है.

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