हमेशा सैक्सी फोटोग्राफ्स और सैक्सी बयानों से सुर्खियों में रहने वाली 25 वर्षीय पूनम पांडेय ने अपने कैरियर की शुरुआत मौडलिंग से की. फिर किंगफिशर कैलेंडर के लिए चुनी गईं, जहां हौट और सैक्सी शूट दे कर चर्चा में आईं.

2011 के विश्व कप क्रिकेट के दौरान पूनम ने घोषणा की थी कि अगर इंडिया जीतती है तो वे न्यूड हो जाएंगी. लेकिन बाद में किसी कारणवश वे ऐसा नहीं कर पाईं. मगर बीचबीच में वे ऐसी सैक्सी और बोल्ड तसवीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करती रहती हैं.

वे इसे गलत नहीं मानतीं. उन के हिसाब से वे खुद को एक प्रोडक्ट समझती हैं जिस की पब्लिसिटी वे अपने हिसाब से करती हैं. पर रीयल लाइफ में वे एक साधारण लड़की की तरह ही फीलिंग्स रखती हैं.

पूनम ने ‘ब्रैस्ट कैंसर अवेयरनैस’ के लिए एक वीडियो बनाया है. वे चाहती हैं कि हर महिला को कैंसर से बचने के लिए अपनी ब्रैस्ट की नियमित जांच करानी चाहिए. उन से मिल कर बात करना रोचक रहा. पेश हैं, कुछ अंश:

ब्रैस्ट कैंसर अवेयरनैस कैंपेन से कैसे जुड़ीं?

इस कैंपेन के लोग मेरे पास आए. उन्होंने पहले काफी सारी ऐक्ट्रैस के साथ इसे किया था. इस बार उन्होंने मुझे औफर दिया, तो मैं ने सोचा कुछ हैल्दी काम कर लिया जाए.

अभिनय के क्षेत्र में आने की प्रेरणा कहां से मिली?

मैं कोई इत्तफाक से अभिनय में नहीं आई. मुझे बचपन से ही मौडलिंग का शौक था. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में सुपरस्टार के चेहरे आप को इस में आने के लिए प्रेरित करते हैं. मैं माधुरी दीक्षित की बहुत बड़ी फैन हूं. मैं हमेशा माधुरी को फौलो करती थी. मेरे परिवार में कोई भी अभिनय के क्षेत्र में नहीं है. मैं मुंबई की हूं. मेरे पिता व्यवसायी हैं और मां हाउसवाइफ हैं. मेरे भाई और बहन सभी सैटल हैं. मैं ने कभी फोटो शूट नहीं कराया. मैं ‘मेगा मौडल कौंटैस्ट’ में चुन ली गई. वहां इतनी सारी लड़कियों में मुझे चुन लेना बहुत बड़ी बात थी.

हालांकि परिवार में किसी को उम्मीद नहीं थी कि मैं इस प्रतियोगिता में विजयी हो जाऊंगी. इसीलिए पिताजी ने भी हां कह दी थी. मेगा मौडल बनने के बाद मुझे पता चला कि यह क्षेत्र क्या है. फिर किंगफिशर कैलेंडर में काम करने का मौका मिला. इस के बाद कई औफर्स मिलने लगे. मैं 19 साल की उम्र में लाखों कमाने लगी थी. फिर मैं ने स्नातक करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी और आज पूरी तरह से इस क्षेत्र में आ गई.

आप के काम पर परिवार की प्रतिक्रिया क्या थी?

मेरी अपनी मां को जब मैं ने बिकिनी वाली तसवीर दिखाई तो वे चौंक गईं और पूछने लगीं कि किस ने यह तसवीर खीचीं. उन्होंने उसे मारने की बात कही. पिता भी पहले भड़क उठे कि ये सब बंद करो. मैं ने उन से जब अपनी इच्छा जताई तो वे चुप हो गए. मैं बहुत जिद्दी स्वभाव की हूं. अगर कोई मुझे कुछ करने को मना करे, तो उसे करने की इच्छा और बढ़ जाती है. अब मेरे मातापिता की सोच बदल चुकी है.

कितना संघर्ष रहा?

मैं मेगा मौडल बनी. फिर कुछ काम भी किया तब लगा कि अपनी पहचान कैसे बनाई जाए? मैं ने कुछ बड़ा करने की योजना बनाई और वर्ल्ड कप वाली कंट्रोवर्सी मेरे जीवन में आई और लोगों ने मुझे इसी रूप में पहचाना.

क्या आप काम न मिलने की वजह से इस तरह के हथकंडे अपनाती हैं?

मैं सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हूं. मैं बहुत पैसे कमाती हूं. मेरे 1-1 ट्वीट के अच्छे पैसे मिलते हैं. यूट्यूब से पैसा मिलता है. मैं ने हाल ही में इंटरनैशनल रिऐलिटी शो किया है, जिस में मैं ने इंडिया को रिप्रेजैंट किया है. मैं ने हिंदी फिल्म ‘नशा’ फिर एक तेलुगु फिल्म की. अभी भी एक तेलुगु फिल्म में काम कर रही हूं. एक हिंदी फिल्म भी बड़े बैनर में आने वाली है. इसीलिए यह कहना गलत है.

मुझे बहुत सारी फिल्मों के औफर आते हैं. लोग कहते हैं कि आप को अंतरंग दृश्य करने पड़ेंगे, पर कहानी नहीं होती. आज के दर्शक बेवकूफ नहीं हैं. वे हर फिल्म में कहानी मांगते हैं. ‘द वीकेंड’ ऐसी ही शौर्ट फिल्म है, जिस की कहानी बहुत अच्छी है, जिस के लिए मुझे अभिनय के लिए तारीफ मिल रही है, स्किन शो के लिए नहीं.

आप ने अभिनय से हट कर बहुत ही अलग तरीके से अपने आप को पौपुलर किया. इस की वजह क्या है?

मैं अभिनय को अधिक महत्त्व देती हूं, लेकिन मुझे आगे बढ़ने के लिए कोई रास्ता समझ में नहीं आ रहा था, इसीलिए मैं ने इस रास्ते को चुना. मैं ने वह रूट फौलो नहीं किया, जिसे सब करते हैं. यह मेरी लाइफ है. मैं अपने तरीके से आगे बढ़ना चाहती हूं. मेरे लिए यह सही भी दिख रहा है. मैं ने खुद को सेल किया है. मैं अगर एक नौर्मल इनसान की नजर से देखूं तो मैं ने सारे सिली काम किए हैं और यही बेवकूफी मेरे लिए काम कर गई. मैं खुश हूं कि मैं ने अपने बलबूते अपनी मंजिल पाई है. पहले मुझ पर लोग हंसते थे, पर अब मेरे दिमाग की तारीफ करते हैं.

आप को कभी कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा?

नहीं. मुझे कभी नहीं करना पड़ा, पर जिस के साथ भी ऐसा होता है उस में दोनों की बातें हमें पता नहीं होती. ऐसे में क्या सही है क्या गलत मैं नहीं कह सकती.

अंतरंग दृश्य करने के लिए आप कितनी सहज होती हैं?

किसी भी चीज को दिमाग पर नहीं लेती, क्योंकि यह एक  व्यवसाय है. मैं अपनेआप को एक बै्रंड समझती हूं. मैं जो भी कर रही होती हूं, उस में एक प्रकार की रणनीति होती है. अपनेआप को लोगों के सामने लाने का यह एक जरीया है.

लव और रिलेशनशिप में किसे आप अधिक महत्त्व देती हैं?

‘लव’ को मैं अधिक महत्त्व देती हूं. आजकल लोग इसे भूलने लगे हैं पर मैं अपने मातापिता की लाइफ से बहुत प्रभावित हूं.

आप के सपनों का राजकुमार कैसा होना चाहिए?

जो मुझे ‘ट्रू लव’ दे. मैं ऐसा नहीं चाहती कि कोई मेरी जिंदगी में आए और थोड़े दिनों बाद ब्रेकअप कर चल दे.

प्यार में सैक्स कितना जरूरी है?

आजकल पूरी दुनिया बदल गई है. प्यार से पहले सैक्स आता है, रिश्तों की अहमियत खत्म हो गई है. इसीलिए तलाक के मामलों की संख्या बढ़ रही है. आज ‘वन नाइट स्टैंड’ की अवधारणा है. यूथ इसे कूल मानते हैं. मैं प्यार को महत्त्व देती हूं.

आप कितनी फैशनेबल और फूडी हैं?

मैं बहुत इजी गोइंग हूं. फूडी भी हूं. खूब खाती हूं. मटरपनीर, समोसा, आलू के परांठे आदि सब बना लेती हूं.

कहां घूमने जाना पसंद करती हैं?

मैं बहुत सी जगहें गई हूं. पर मुझे अपना घर और मां के हाथों का बना खाना और उन के पास रहना सब से अधिक पसंद है.

कोई ड्रीम प्रोजैक्ट है?

मैं अपने आप को पूरे कपड़ों में देखना चाहती हूं और निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ फिल्म करना चाहती हूं. मुझे पता है कि मैं ने बहुत सारी बेवकूफी वाले काम किए हैं, पर मैं एक हैल्दी निर्देशक के माइंड को समझ कर फिल्में करना चाहती हूं. विद्युत जामवाल और रणवीर सिंह के साथ फिल्में करना चाहती हूं.

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