कई बार अचानक से चेहरे पर सफेद रंग के दाने दिखने लगते हैं और चेहरा खुरदुरा और भद्दा नजर आने लगता है. इन दानों को ऑयल बम्प या वाइटहेड्स कहते हैं. जब चेहरे के रोमछिद्र किसी कारणवश बंद हो जाते हैं, तो चेहरे से निकलने वाले अतिरिक्त तेल के बाहर न निकल पाने की वजह से नाक और उसके आस-पास दाने निकल आते हैं.

कई बार ये दाने गालों और सीने पर भी हो जाते हैं. इन तैलीय दानों की वजह से चेहरे की रौनक खत्म हो जाती है. कुछ घरेलू नुस्खे वाइटहेड्स से निपटने में आपकी मदद कर सकते हैं.

चंदन और गुलाब जल

चंदन पाउडर और गुलाब जल न सिर्फ त्वचा को ठंडक देते हैं, बल्कि उसे अच्छी तरह से साफ भी करते हैं. चंदन पाउडर में गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बना लें और उसे चेहरे पर लगाएं. सूख जाने के बाद ठंडे पानी से धो लें. यह पेस्ट त्वचा से अतिरिक्त तेल को सोखकर वाइटहेड्स की समस्या को जड़ से खत्म करता है.

एलोवेरा जेल

एलोवेरा जेल को व्हाइटहेड्स पर लगाकर हल्के हाथों से मालिश करें. रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह ठंडे पानी से चेहरा धो लें. एक माह तक नियमित इस्तेमाल से वाइटहेड्स की समस्या खत्म हो जाएगी.

अरंडी का तेल

अरंडी के तेल (कैस्टर ऑयल) में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. अरंडी के तेल में मौजूद एंटी बैक्टीरियल तत्व त्वचा से अतिरिक्त तेल को सोखकर तैलीय गांठों को बनने से रोकते हैं. कैस्टर ऑयल को गुनगुना करके उससे चेहरे की मालिश करें. थोड़ी देर बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें. अगर कैस्टर ऑयल ज्यादा चिपचिपा लगता है तो आप इसमें थोड़ा-सा ऑलिव ऑयल भी मिला सकती हैं.

शहद

थोड़ा-सा शहद लेकर उसे वाइटहेड्स के ऊपर हल्के हाथों से मालिश करते हुए लगाएं. एक घंटे बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें. नियमित तौर पर शहद का इस्तेमाल करने से बंद रोमछिद्र खुल जाएंगे और आपकी त्वचा पर अचानक से हो जाने वाली तैलीय गांठें या दाने खत्म हो जाएंगे.

आलू

अगर आप अपनी त्वचा की रंगत निखारना चाहती हैं और वाइटहेड्स से छुटकारा पाना चाहती हैं तो नियमित रूप से चेहरे पर आलू का इस्तेमाल करें. आलू को कद्दूकस कर लें और इससे धीरे-धीरे त्वचा की मालिश करें. कुछ देर बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें. कच्चे आलू का पेस्ट बनाकर उसके रस को भी आप चेहरे पर लगा सकती हैं. सूख जाने के बाद चेहरा ठंडे पानी से धो लें.

मेथी की पत्तियां

मेथी की पत्तियों को धोकर अच्छी तरह से मैश करें और इसके रस को निचोड़ लें. अब इस रस को रुई से चेहरे पर लगाएं. आधे घंटे बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें. मेथी की पत्तियों को दूसरी तरह से भी इस्तेमाल किया जा सकता है. दही और मेथी की पत्तियों को ग्राइंडर में डालकर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को चेहरे के प्रभावित हिस्से में लगाएं और सूखने के लिए छोड़ दें. जब पेस्ट सूख जाए तो चेहरे को ठंडे पानी से धो लें.

टी ट्री ऑयल

वाइटहेड्स के उपचार के लिए टी ट्री तेल का इस्तेमाल करें. इसके इस्तेमाल से न केवल वाइटहेड्स की समस्या से निजात मिलती है, बल्कि मृत त्वचा से भी छुटकारा मिलता है. इससे रोमछिद्र भी खुल जाते हैं. थोड़ा-सा टी ट्री ऑयल लें और इसमें रुई डुबोकर वाइटहेड्स पर लगाएं. 15 से 20 मिनट बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें. आप इस तेल को अपनी मॉइस्चराइजिंग क्रीम में भी मिला सकती हैं. यह त्वचा को नमी और पोषण भी देता है.

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