बॉलीवुड सपनों व संभावनाओं की जगह है जहां हर तरह के रचनात्मक काम को लेकर असीमित संभावनाएं हैं. बॉलीवुड में कदम रख रही नई प्रतिभाएं नई नई तकनीक का सहारा लेकर अपने करियर को संवारने में व्यस्त हैं तथा निरंतर सफलता भी दर्ज करा रही है.
तीन वर्ष पहले जब मंडला, मध्यप्रदेश निवासी अमी मिश्रा बिना संगीत का खास प्रशिक्षण लिए मुंबई महानगरी पहुंचे, तो वह बॉलीवुड में किसी को नहीं जनते थें. ऐसे में उन्होंने आधुनिक तकनीक यानी कि व्हाट्सएप का साथ पकड़ा. उन्हें पहली बार में ही सफलता मिल गयी.
मुंबई पहुंचने के बाद अमी मिश्रा ने अपनी पसंद की संगीत की धुन तैयार की, उस पर एक गीत ‘‘हंसी बन गए हो..’’ लिखवाया. इस गीत को खुद की आवाज में स्वरबद्ध कर फिल्म निर्माता मुकेश भट्ट को उनके व्हाट्सएप पर भेज दिया. एक सप्ताह बाद मुकेश भट्ट ने उन्हें बुलाया और उनका यह गीत फिल्म ‘हमारी अधूरी कहानी’ का हिस्सा बन गया.
फिल्म ‘‘हमारी अधूरी कहानी’’ को बॉक्स ऑफिस पर सफलता नहीं मिली, मगर अमी मिश्रा को नुकसान नहीं हुआ. वह कहते हैं, ‘‘फिल्म की असफलता से मुझे कोई फर्क नही पड़ा. मेरा गाना लोगों को पसंद आया. मुझे गीत ‘हंसी बन गए हो’ के लिए डेब्यू संगीतकार का जीमा अवार्ड मिला. इसके बाद इसी फिल्म के चलते निर्देशक मोहित सूरी ने फिल्म ‘हाफ गर्ल फ्रेंड’ में मेरा गाना ‘लॉस्ट विदाउट यू..’ रखा. इस गीत को भी काफी सफलता मिली.’’
संगीत का कोई प्रशिक्षण न लेने वाले अमी मिश्रा कहते हैं, ‘‘मैं अपनी जिंदगी के अनुभवों के आधार पर संगीत की धुने व गीत बनाता हूं क्योंकि उससें मैं जुड़ पाता हूं.’’
वह अपनी अब तक की यात्रा का जिक्र करते हुए कहते हैं, ‘‘जब मैं कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था, उसी वक्त संगीत के प्रति मेरा रूझान बढ़ा था. पहले गिटार बजाना शुरू किया फिर हमने अपना एक बैंड ‘सोच’ बनाया था. हम उस वक्त कॉलेज के समारोह में परफॉर्म करते थें. फिर धीरे धीरे कॉलेज के बाहर भी परफॉर्म करना शुरू किया. धीरे धीरे हमें दूसरे शहरों में परफॉर्म करने बुलावा आने लगा. हमने इंदौर में आयोजित कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया. इंदौर के मॉल्स में भी हमने परफॉर्म किया. एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद नौकरी करने की बजाय मुंबई आ गया. मैं बहुत संतोषी किस्म का इंसान हूं. मेरी किसी से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं. मैं रचनात्मक इंसान हूं, इसलिए चुपचाप अपना काम करता रहता हूं.’’