कंगना रनौत अपनी अति महत्वाकांक्षा के चलते लगातार विवादों में घिरने के साथ ही कानूनी पचड़ों में फंसती हुई नजर आ रही हैं. एक तरफ उनकी लेखक बनने की महत्वाकांक्षा के चलते फिल्म ‘‘सिमरन’’ के लेखक अपूर्वा असरानी उन पर कई तरह के आरोप खुलेआम लगा चुके हैं. तो वहीं अब झांसी की रानी पर बन रही फिल्म ‘‘मणिकर्णिका’’ को लेकर केतन मेहता ने कंगना रनौत के खिलाफ पुलिस की ‘इकोनॉमिक ऑफेंस विंग’ यानी कि ‘आर्थिक अपराध शाखा’ में शिकायत दर्ज कराते हुए कंगना रनौत पर धोखाधड़ी व विश्वास हनन का आरोप लगाया है.
लगभग एक माह पहले केतन मेहता ने अपने वकील के माध्यम से कंगना रनौत को कानूनी नोटिस भेजते हुए अपनी फिल्म ‘‘झांसी की रानी’’ को हाईजैक करने का उन पर आरोप लगाया था. तब कंगना के वकील ने केतन मेहता के आरोपों को ‘‘घटिया व बेतुका’’ बताया था. पर अब केतन मेहता ने पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग’ में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए कहा है कि कंगना रनौत के धोखाधड़ी व विश्वास हनन के चलते उनकी दस वर्ष की मेहनत व नौ करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है.
वास्तव में केतन मेहता अपनी महत्वकांक्षी फिल्म ‘‘झांसी की रानी लक्ष्मी बाई’’ पर दस वर्ष से मेहनत कर रहे थे. पिछले दो वर्ष से इस फिल्म के साथ कंगना रनौत बतौर अभिनेत्री इस फिल्म से जुड़ी हुई थी, जिसके चलते कई जानकारियां केतन मेहता ने कंगना को दी थी. पर अचानक कंगना ने केतन मेहता की फिल्म में काम करने से इंकार कर झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की ही जिंदगी पर बन रही निर्देशक राधा कृष्णा जगरलामुड़ी की फिल्म ‘मणिकर्णिका’ कर रही हैं. वह इस फिल्म का पोस्टर व फस्टलुक भी जारी कर चुकी हैं. ज्ञातब्य है कि राधा कृष्णा इससे पहले अक्षय कुमार की फिल्म ‘‘गब्बर इज बैक’’ निर्देशित कर चुके हैं. पर इससे केतन मेहता को धक्का लगा है.
बहरहाल, अब केतन मेहता ने कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है. एक अंग्रेजी अखबार से केतन मेहता ने कहा है, ‘‘हमने अपनी फिल्म की पटकथा के कई वर्जन और रानी लक्ष्मीबाई के किरदार से संबंधित कई स्केच कंगना को दिए थे. पर हमें उस वक्त धक्का लगा, जब हमें पता चला कि हमारी दी हुई सामग्री का उपयोग कर वह दूसरे फिल्मकार के साथ फिल्म कर रही हैं. हमने दस साल इस पर काम किया है और वह उसे हाईजैक कर काम कर रहे हैं.’’
उधर मुंबई पुलिस में इकोनॉमिक ऑफेंस विंग के डीसीपी पराग मनेरे कहते हैं, ‘‘हमें केतन मेहता की तरफ से लिखित शिकायत मिली है. अभी हमने पूरी शिकायत नहीं पढ़ी है. पर नौ करोड़ की क्षतिपूर्ति की मांग है. हम पूरी रपट पढ़ने के बाद आवश्यक कार्यवाही करेंगे.’’
अब देखना है कि यह मसला कितनी दूर तक जाता है.