बरसात के मौसम में हरी भरी वादियों में घूमना बेहद मजेदार होता है और अगर ये राष्‍ट्रीय उद्यान हो तो बस मजा दुगना हो जाता है. तो फिर इंतजार किस बात का है इस बारिश के साजन घूम आइए भारत के प्रसिद्ध नैशनल पार्क.

जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क

जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय पार्क है. इसे 1936 में एनडेंजर्ड बंगाल टाइगर की रक्षा के लिए हैंली नैशनल पार्क के रूप में स्थापित किया गया था. यह उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले में स्थित है और इसका नाम जिम कॉर्बेट के नाम पर रखा गया था जिन्होंने इसकी स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. बाघ परियोजना पहल के तहत आने वाला यह पहला पार्क था.

पेरियार नैशनल पार्क

पेरियार नैशनल पार्क भी भारत का एक प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान है. पेरियार राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य केरल के इडुक्की और पथानामथिट्टा जिले में एक रिजर्व एरिया है. यह हाथी और बाघ रिजर्व के रूप में पहचाना जाता है. इसे 925 किलोमीटर को 1982 में पेरियार नैशनल पार्क के रूप में घोषित किया गया था.

तदोबा नैशनल पार्क

महाराष्‍ट्र का तदोबा अंधेरी टाइगर रिर्जव सबसे पुराना और सबसे बड़ा नैशनल पार्क है. ये स्‍थान बंगाल टाइगर के लिए भी फेमस है. यहां पर करीब 43 बंगाल टाइगर हैं. भारत में सबसे ज्यादा इसी पार्क में टाइगर हैं.

हेमिस नैशनल पार्क

हेमिस राष्ट्रीय उद्यान भारत के जम्मू और कश्मीर में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र का सबसे ज्‍यादा ऊंचाई पर स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है. यह भारत में हिमालय के उत्तर में बना इकलौता राष्ट्रीय उद्यान है. हेमिस भारत में सबसे बड़ा अधिसूचित संरक्षित क्षेत्र और नंदा देवी बायोस्फेयर रिजर्व और आसपास के संरक्षित क्षेत्रों के बाद दूसरा सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है. यह नैशनल पार्क कई रेयर स्तनधारियों की प्रजातियों सहित हिम तेंदुओं के लिए भी जाना जाता है.

नागरहोल नैशनल पार्क

कर्नाटक में स्थित नागरहोल अपने वन्य जीव अभयारण्य के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. यह उन कुछ जगहों में से एक है जहां एशियाई हाथी पाए जाते हैं. हाथियों के बड़े-बड़े झुंड यहां देखे जा सकते हैं. मॉनसून से पहले की बारिश में यहां बड़ी संख्या में रंगबिरंगे पक्षी भी दिखाई देते हैं. वाइल्‍ड लाइफ और एनिमल लवर्स के लिए यहां देखने और जानने के लिए बहुत कुछ है.

सरिस्‍का नैशनल पार्क

‘सरिस्का’ बाघ अभयारण्य भारत में सब से प्रसिद्ध नैशनल पार्क्स में से एक है. यह राजस्थान के राज्य के अलवर जिले में स्थित है. 1955 में इसे वन्यजीव आरक्षित भूमि घोषित किया गया था. 1978 में बाघ परियोजना के तहत इसे नैशनल रिजर्व का दर्जा दिया गया. सरिस्का में बाघ, चीते, तेंदुए, जंगली बिल्ली, कैरकल, धारीदार बिज्जू, सियार स्वर्ण, चीतल, साभर, नीलगाय, चिंकारा, चार सींग वाले मृग जिसे ‘छाउसिंगा’ कहते हैं, जंगली सुअर, खरगोश, लंगूर और पक्षी प्रजातियों और सरीसृप की बहुत सारी प्रजातियों सहित बहुत सारे वन्य जीव मिलते है.

रणथम्‍भौर नैशनल पार्क

रणथम्‍भौर नैशनल पार्क उत्तर भारत के बड़े नैशनल पार्कस में से एक है. यह जयपुर से 130 किलोमीटर दक्षिण और कोटा से 110 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में राजस्थान के दक्षिणी जिले सवाई माधोपुर में स्थित है.

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