टीवी धारावाहिक ‘क्या हादसा क्या हकीकत’ से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता, गायक, होस्ट और वौइस आर्टिस्ट है. फिल्म ‘आमिर’ उनके अभिनय जीवन की टर्निंग पौइंट थी, जिसके बाद से उन्हें पीछे मुड़कर देखना नहीं पड़ा. उनके जीवन में उतार-चढ़ाव बहुत आये पर वे रुके नहीं उन्हें हमेशा एक अच्छी कहानी की तलाश होती है, जिसमें वे अपनी प्रतिभा का खुलकर प्रयोग कर सकें. वे कम काम करते है और इसकी वजह उनका निजी जीवन है, जिसमें वे अपनी पत्नी के साथ गोवा जाकर समय बिताना और औरगेनिक खेती से उगे हुए सब्जियों को खाना पसंद करते है. वे एक अच्छे शेफ भी है और नयी-नयी एक्सपेरिमेंटल डिश बनाना पसंद करते है. शूटिंग न होने पर सुबह की चाय वे अपनी पत्नी मंजरी को बनाकर देते है. वे अपने निजी जीवन और कैरियर से बहुत संतुष्ट है और आगे भी वैसी ही जीवन बिताना चाहते है. ऑल्ट बालाजी और जी 5 की वेब सीरीज ‘कोल्ड लस्सी और चिकन मसाला’ जो रिलीज हो चुकी है. उनसे मिलकर बात करना रोचक था पेश है कुछ अंश.
सवाल- इस शो की करने की ख़ास वजह क्या है?
ये मैं पहली बार रोमांटिक जोन में अभिनय कर रहा हूं. एकता कपूर ने मेरे हुनर को पहचाना और काम करने का मौका दिया है. मुझे अभिनय करने में भी बहुत मज़ा आया है. इसकी कहानी मुझे बहुत अच्छी लगी है. इसके अलावा निर्देशक प्रदीप सरकार और को स्टार दिव्यंका त्रिपाठी ने मुझे बहुत सहयोग दिया है. मुझे सालों से प्रदीप सरकार के साथ काम करने की इच्छा थी और वह मुझे मिला.
ये भी पढ़ें- तेजी से वायरल हो रही है ऐश्वर्या राय बच्चन के बेबी शावर की फोटोज, आप भी देखें
सवाल- आप फिर से एक बड़ी ब्रेक के बाद वेब सीरीज में काम कर रहे है, इसकी वजह क्या है?
मैं जिंदगी जीता हूं और काम करता हूं. यही मेरी रूटीन चल रही है. मैं अक्सर सबको कहता हूं कि जिंदगी मेरा काम नहीं, काम मेरी जिंदगी नहीं है. जिंदगी में काम एक छोटी सी डिपार्टमेंट है,जिसके बाद मेरी एक दुनिया है, जिसे मुझे देखना है. मैं मौडरेट जिंदगी जीता हूं.
सवाल- आपने इस वेब सीरीज में शेफ की भूमिका निभाई है, रियल लाइफ में क्या-क्या बना लेते है?
मैं सबकुछ बना लेता हूं, लेकिन जो मैं नहीं खाता, उसे नहीं बनाता. मैं किसी रेसिपी को फोलो नहीं करता. मैं हमेशा कुछ क्रिएट करना पसंद करता हूं, जिससे सबको ख़ुशी मिलती है. मैं बचपन से ऐसा ही था. ग्रीटिंग कार्ड खुद बनाकर सबको भेजता था. पर्सनल लाइफ में भी मैंने अपने गर्लफ्रेंड को भी ऐसी सरप्राइज हमेशा देता रहता था. कभी-कभी ये प्रयोगात्मक कार्य उल्टा भी पड़ता है.
सवाल- जब आप शूटिंग नहीं करते तो क्या करते है?
मेरा एक घर गोवा में है,जहां मैं फल और सब्जियां और्गेनिक तरीके से उगाता हूं, मुझे वहां की फ्रेश सब्जियां खाता हूं. इसके अलावा मैं ट्रेवल करना, वाद्य यंत्र बजाना आदि करता हूं. उसी से मुझे बहुत सुकून मिलता है. कभी-कभी कुछ भी नहीं करता. संगीत मेरा शौक है उसे प्रोफेशन बनाना नहीं चाहता.
सवाल- फिल्म के सफल होने में निर्देशक का कितना हाथ होता है?
पूरी तरह से निर्देशक ही होता है,क्योंकि उसके पास फिल्म की पूरी विज़न होती है. मेरी जो फिल्में सफ़ल नहीं हो पायी है, इसकी जिम्मेदारी निर्देशक को ही समझता हूं. मैंने हमेशा डेब्यू कर रहे निर्देशको के साथ काम किया है, क्योंकि मेरी कई फिल्में नयी निर्देशकों के साथ ही सफल हुई है. मैं निर्देशक की परिभाषा समझता हूं और उसे अभिनय कितनी हद तक चाहिए उसे भी समझता हूं. मुझ जैसे कलाकार के लिए एक अच्छे निर्देशक का होना बहुत आवश्यक है.
ये भी पढ़ें- मनीष मल्होत्रा के घर कुछ ऐसे पहुंचीं रेखा, देखकर सभी रह गए दंग
सवाल- इतनी लम्बी जर्नी और सेलेक्टिव काम करने के बाद भी आप फ्रेश दिखते है, इसकी वजह क्या है?
ये अच्छी बात है कि लोग अभी भी मुझे देखना चाहते है और यही मेरी उपलब्धि है. मैं बहुत लोगों से संपर्क में नहीं रहता. मैं चाहता हूं कि निर्माता निर्देशक मेरे काम से खुश होकर ही मुझे काम दें. मैं कभी ब्यूटी ट्रीटमेंट नहीं लेता. किसी डिज़ाइनर से कपड़े नहीं लेता. मैं जैसा हूं वैसा ही दिखना चाहता हूं.एक्टर लगना चाहिए उस पर मैं विश्वास नहीं करता. मैं किसी इवेंट पर अपने लिए बाउंसर नहीं रखता, मुझे बहुत तकलीफ होती है. मेरी लाइफ में ऐसी कोई डरावनी बात नहीं है. मैं रिलेटेबल लगना चाहता हूं. मेरी सारी ताकत मुझे अपने फैसले से मिलती है. चाहे वह कैरियर के फैसले, इंजीनियरिंग छोड़ कर एक्टिंग में आना, घर छोड़ अकेले रहना आदि हो, सब कुछ मैंने अपनी समझ से किया और यहां पर हूं. 17 साल मैंने ऐसे ही बिताया है, कभी किसी पार्टी या अवार्ड फंक्शन में नहीं गया फिर भी टिका हूं और अच्छा काम मिल रहा है. ये तरीका भी सही है. मीडिया में छाए रहने के लिए खरीद कर अपनी इमेज बनाना, मैंने नहीं किया है और न ही करूँगा.
सवाल- क्या आप अपनी पत्नी से भी कुछ अलग-अलग एक्सपेरिमेंट करने की आशा रखते है?
मैं पत्नी मंजरी से कोई आशा नहीं रखता, वह जैसी है वैसी ही मुझे पसंद है. रोज सुबह मैं उसके लिए चाय बनाता हूं. इससे मुझे ख़ुशी मिलती है.
सवाल- कोई सामाजिक कार्य जिसे आप करना चाहते है?
मैं घर से चैरिटी करने को सही मानता हूं, ऐसे में जिनकी जिंदगी के साथ जुड़ा हूं, उनकी जिंदगी में अगर कुछ अच्छी चीजे या बदलाव ला सकता हूं, तो वही मेरे लिए चैरिटी है.
ये भी पढ़ें- ‘ये रिश्ता…’ में ‘कार्तिक’ तोड़ेगा ‘नायरा’ का व्रत, क्या होगा ‘वेदिका’ का रिएक्शन?