अरुण गवली की जिंदगी पर आधारित बायोपिक ‘डैडी’ में अर्जुन रामपाल के अपौजिट उनकी बीवी का किरदार निभाने वाली ऐश्वर्या राजेश अब मणिरत्नम की फिल्म में नजर आएंगी. ऐश्वर्या को मणि की अगली फिल्म तमिल-तेलुगु में लीड रोल करने का मौका मिल गया है.
इस अवसर पर उन्होंने कहा, “मैं रोमांचित हूं. लंबे समय से मेरी मणिरत्नम सर के साथ काम करने की इच्छा थी. उनकी फिल्म में मुझे लीड रोल निभाने का सुनहरा अवसर मिला है, लेकिन मुझे यह नहीं पता कि मेरे साथ एक्टर कौन होगा.” इस प्रोजेक्ट की शूटिंग इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगी. इस फिल्म में एक्ट्रेस ज्योतिका भी हैं.
ऐश्वर्या ने अर्जुन रामपाल की फिल्म ‘डैडी’ के साथ बौलीवुड में डेब्यू किया है. आने वाले दिनों में वो वेत्रीमारन की वा. चेन्नै और गौतम मेनन की ध्रुव नच्छत्रम में भी नजर आएंगी.
ऐश्वर्या राजेश ने टीवी एंकर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने अवरगलुम इवारगलुम (2011) में डेब्यू किया इसी के साथ इन्होने मलयालम फिल्में भी की हैं. 2017 की उनकी मलयालम फिल्म ‘सखावा (2017)’ काफी पसंद की गई थी. काका मुत्तै के लिए उन्हें तमिलनाडु स्टेट फिल्म एवार्ड में बेस्ट एक्ट्रेस के पुरस्कार से नवाजा गया था.
हालांकि ऐश्वर्या ने यह साफ किया है कि उनके लिए ऐक्ट्रेस बनना आसान नहीं था. उन्होंने बताया कि उनके सांवले रंग के कारण शुरू में उन्हें लोग रिजेक्ट कर देते थे. ऐश्वर्या ने बताया, जब मैंने रिऐलिटी शो में भाग लेना शुरू किया तो लोगों ने मुझसे कहा कि मैं कभी भी ऐक्ट्रेस नहीं बन पाऊंगी. वे मुझसे कहते थे कि मैं सांवली हूं और एक ऐक्ट्रेस बनने के लिए जो जरूरी है वह मेरे पास नहीं है.
उन्होंने बताया, साउथ की इंडस्ट्री में भी लोग गोरे रंग के प्रति बहुत जुनूनी हैं. टीवी में काम करने के बाद मैंने छोटे बजट की फिल्में कीं और सभी फ्लाप हो गईं. लोग मेरे सांवले रंग को स्वीकार करने के लिए तैयार ही नहीं थे. दक्षिण भारत में अगर आप सांवले हैं तो हीरो तो बन सकते हैं लेकिन फिल्मों की हीरोइन गोरे रंग की ही पसंद की जाती हैं.
ऐश्वर्या ने बताया कि जब उन्होंने फिल्म ‘काका मुत्तै’ में दो बच्चों की मां का किरदार निभाया तब लोगों ने उनके काम की तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘चार साल के बाद मुझे स्वीकार्यता मिली और लोग मेरे रंग के बजाय मेरे काम को महत्व देने लगे.