आज हम आपको बताने जा रहे है तुलसी के बारे में जिसका सेवन करने के अनेक फायदे हैं. बता दें इस पौधे की पत्तियां और बीज दोनों ही औषधीय गुण रखते हैं. इसलिए तुलसी के बीज का महत्त्व भी इसकी पत्तियों के समान ही होता है. तुलसी के फायदे कुछ इस प्रकार हैं.

बारिश के मौसम में होने वाली बीमारी

जैसा की आप जानती है कि बारिश के मौसम में, जब सर्दी, बुखार और डेंगू जैसी बीमारियों के संक्रमण फैलते हैं तब हमें तुलसी की पत्तियों का काढ़ा इन संक्रमणों से बचाता है.

10 पत्ते तुलसी के तथा 4 लौंग लेकर एक गिलास पानी में उबालें. जब पानी आधा शेष बचे, तब थोड़ा-सा सेंधा नमक डालकर गर्म चाय की तरह पी जायें. यह काढ़ा पीकर कुछ समय के लिए वस्त्र ओढ़कर पसीना लें. इस काढ़े को दिन में दो बार तीन दिन तक पियें.

बुखार में

बुखार अधिक होने की स्थिति में मरीज को तुलसी की पत्तियों को दालचीनी के पाउडर के साथ आधा लीटर पानी में उबालकर उसमें गुड़ और थोड़ा दूध मिलाकर मरीज को पिलाने से आराम मिलता है.

सिरदर्द होने पर

सिरदर्द होने पर तुलसी का रस और कपूर मिलाकर लगाए जल्दी ही सिरदर्द से मुक्ति मिलेगी.

मासिक धर्म की अनियमितता

अक्सर महिलाओं को पीरियड्स में अनियमितता की शिकायत हो जाती है. ऐसे में तुलसी के बीज का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है. मासिक चक्र की अनियमितता को दूर करने के लिए तुलसी के पत्तों का भी नियमित किया जा सकता है.

सर्दी में खास

अगर आपको सर्दी या फिर हल्का बुखार है तो मिश्री, काली मिर्च और तुलसी के पत्ते को पानी में अच्छी तरह से पकाकर उसका काढ़ा पीने से फायदा होता है. आप चाहें तो इसकी गोलियां बनाकर भी खा सकते हैं.

दस्त होने पर

अगर आप दस्त से परेशान हैं तो तुलसी के पत्तों का सेवन करें, ये आपको फायदा देगा. तुलसी के पत्तों को जीरे के साथ मिलाकर पीस लें. इसके बाद उसे दिन में 3-4 बार चाटे. ऐसा करने से दस्त रुक जाती है.

सांस की दुर्गंध करें दूर

सांस की दु्र्गंध को दूर करने में भी तुलसी के पत्ते काफी फायदेमंद होते हैं और नेचुरल होने की वजह से इसका कोई साइडइफेक्ट भी नहीं होता है. अगर आपके मुंह से बदबू आ रही हो तो तुलसी के कुछ पत्तों को चबा लें. ऐसा करने से दुर्गंध चली जाती है.

चोट लगने पर

अगर आपको कहीं चोट लग गई हो तो तुलसी के पत्ते को फिटकरी के साथ मिलाकर लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है. तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं जो घाव को पकने नहीं देते. इसके अलावा तुलसी के पत्ते को तेल में मिलाकर लगाने से जलन भी कम होती है.

गर्भधारण की समस्या

जिन महिलाओ को गर्भधारण में समस्या है वो मासिक आने पर 5-5 ग्राम तुलसी बीज सुबह शाम पानी के साथ ले जब तक मासिक रहे, मासिक खत्म होने के बाद माजूफल का चूर्ण 10 ग्राम सुबह शाम 3 दिन तक पानी के साथ ले.

त्वचा संबंधी रोग

त्वचा संबंधी रोगों में तुलसी खासकर फायदेमंद है. इसके इस्तेमाल से कील-मुहांसे खत्म हो जाते हैं और चेहरा साफ होता है.

कैंसर का इलाज

कई शोधों में तुलसी के बीज को कैंसर के इलाज में भी कारगर बताया गया है. हालांकि अभी तक इसकी पुष्ट‍ि नहीं हुई है.

शारीरिक कमजोरी

शारीरिक कमजोरी होने पर तुलसी के बीज का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है.

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