अपने बालों को सही स्टाइल देना किसी चुनौती से कम नहीं होता. इस के लिए जरूरी है कि आप अपने बालों का प्रकार समझें. इस से प्रयोग में आने वाले प्रोडक्ट्स व टूल्स का सलैक्शन करना भी आसान हो जाता है.
बाल मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते हैं- मोटे बाल, मध्यम श्रेणी के बाल और पतले व मुलायम बाल.
अपने बालों का प्रकार जानने का सब से सहज तरीका है रबड़ बैंड की सहायता से बालों की पोनीटेल बांध लें. यदि आप रबड़ को एक बार में ही घुमा लेती हैं तो समझें बाल मोटे हैं. यदि रबड़ को बारबार लपेटना पड़े तो समझें आप के बाल मध्यम श्रेणी के हैं और यदि रबड़ कई दफा लपेटना पड़ जाए तो बाल पतले कहलाएंगे.
हेयर टैक्स्चर
बालों के प्रकार के अलावा उन की संरचना (टैक्स्चर) भी अलगअलग होती है. उदाहरण के लिए सीधे यानी स्ट्रेट, घुंघराले (कर्ली), वेवी और क्रिंकी बाल. बालों की संरचना का पता भी आप आसानी से लगा सकती हैं. इस के लिए जब बाल प्राकृतिक अवस्था में हों तो आईने के आगे खड़ी हो जाएं और गौर से देखें. आप को अपने बालों की संरचना समझ में आ जाएगी.
एक बार जब अपने बालों के प्रकार और संरचना की जानकारी हो जाती है तो फिर आप वे प्रोडक्ट्स आसानी से खरीद पाती हैं, जो आप के बालों के लिए मुफीद होते हैं, इस से बालों को सही स्टाइल दे पाना आसान हो जाता है.
बालों की कर्लिंग
यदि आप के बाल प्राकृतिक रूप से स्ट्रेट या थोड़े वेवी हैं तो संभव है आप उन्हें कर्ली रूप देना चाहेंगी. यह कोई कठिन काम नहीं.
आइए जानते हैं कि बालों को बेहतर तरीके से कैसे कर्ल किया जाए-
– सिरैमिक कर्लिंग आयरन चुनिए, यह बालों को अंदर से बाहर की तरफ हीट देता है, जिस से आसानी से कर्ल्स बनते हैं. हां, इस बात का ध्यान रखें कि इस में आसानी से तापमान नियंत्रित करने की सुविधा हो ताकि आप अपने बालों के प्रकार के अनुसार तापमान नियंत्रित कर सकें. पतले बालों के लिए कम और मोटे या घने बालों के लिए अधिक तापमान की जरूरत पड़ती है.
– यदि आप भीगे बालों के साथ इस प्रक्रिया की शुरुआत करने वाली हैं तो एक लाइट वेट हेयर मूस में केयोकार्पिन की 3-4 बूंदें मिला कर बालों के छोटे छोटे हिस्से कर लगाएं और फिर सुखा लें.
– गरदन के पिछले हिस्से के बालों से शुरू करें. बालों के छोटे छोटे सैक्शन बना कर आयरन के बैरल लपेटें. पीछे के बालों पर प्रक्रिया पूरी करने के बाद आगे के दोनों तरफ के बालों पर भी इसे दोहराएं. सिर के ऊपरी हिस्से के बालों को जब आयरन से पलटें तो दिशा बदल दें ताकि लुक बेहतर निकल कर आए.
– केयोकार्पिन तेल की कुछ बूंदें अपनी उंगलियों पर लगाएं और बालों पर फिराएं ताकि नैचुरल फिनिश आ सके.
– अब बालों पर स्प्रे करें और छोड़ दें.
– यदि आप के बाल प्राकृतिक रूप से कर्ली या वेवी हैं तो डैमेज के डर से उन्हें वैसा ही छोड़ देना ठीक नहीं है. सही प्रोडक्ट्स और उन के बेहतर प्रयोग के जरीए बालों को चमकदार और खूबसूरत रूप दिया जा सकता है.
स्ट्रेटनिंग
– सिरैमिक प्लेट्स वाले फ्लैट आयरन का चुनाव करें, क्योंकि यह बालों पर कठोर नहीं होता और उन्हें डैमेज नहीं करता.
– बालों पर प्रैसिंग की प्रक्रिया शुरू करने से पहले उन्हें तैयार करना और वैसे प्रोडक्ट्स लगाना जरूरी है जो इस प्रक्रिया को सहज बनाएं और बालों को हीट से होने वाले नुकसान से भी बचाएं.
– स्मूदिंग शैंपू से बालों को धोएं. फिर कंडीशनिंग करने के बाद सुखा लें.
– अब एक थर्मल प्रोटैक्शन फ्लुइड ऐप्लाई कर के प्रैसिंग की प्रक्रिया शुरू करें.
– पूरी प्रक्रिया खत्म करने के बाद केयोकार्पिन तेल की 3-4 बूंदें हथेली पर ले कर बालों पर लगाएं ताकि उन में चमक आ जाए.
– प्रिसिला, हेयर एक्सपर्ट