लेखक- पारूल

बढ़ता स्मौग आज लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है. इस के कारण खतरनाक हैल्थ प्रौब्लम्स जैसे सांस लेने में दिक्कत, दिल संबंधी बीमारियों को  झेलना पड़ रहा है. यहां तक कि इस से हमारी आंखों पर भी प्रभाव पड़ता है, क्योंकि आंखें बहुत ही सैंसिटिव जो होती हैं, जिन पर प्रदूषण का जल्दी असर पड़ने के कारण ऐलर्जी हो जाती है.

अभी हाल के दिनों में जिस तरह से ऐयर क्वालिटी इंडैक्स बढ़ा है उस से लोगों को आंखों में जलन, रैडनैस, ड्राईनैस, ऐलर्जी, आंखों में सूजन व धुंधलेपन की समस्या को फेस करना पड़ रहा है, जिस के कारण उन की दिनचर्या प्रभावित हो रही है. ऐसे में जरूरी है आंखों की खास केयर.

कैसे करें आंखों की केयर

कूलिंग आई ड्रोप

आंखों में जलन होने पर हम कंफर्टेबल फील नहीं कर पाते हैं. ऐसे में कूलिंग आई ड्रौप बैस्ट औप्शन है, क्योंकि यह तुरंत आंखों की जलन को कम कर उसे ठंडक पहुंचाने का काम करता है और साथ ही ड्राईनैस दूर कर आंखों को लूब्रिकेशन भी प्रदान करता है. डाक्टर के परामर्श से उस तरह के आई ड्रौप का प्रयोग करें. जब भी आंखों में इरिटेशन हो तो पानी के छींटे मारना न भूलें.

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इन बातों का भी रखें खास खयाल

- आंखों को कंफर्टेबल फील तभी होता है जब उन में पर्याप्त मौइस्चर हो. इस के लिए आप आंखों को थोड़ीथोड़ी देर में  झपकाते रहें, क्योंकि जबजब आप आंखों को  झपकाते हैं तो लारसिमल ग्लैंड द्वारा टियर फिल्म बनती है, जो आंखों की सतह के चारों ओर फैल कर उसे मौइस्चर प्रदान करती है. आप को बता दें कि टियर्स तीन लेयर्स पानी, औयल और मूसिन से मिल कर बनती है और हर लेयर आंखों को सुरक्षा प्रदान करने का काम करती है. इसलिए जरूरी है कि आंखों के मौइस्चर को बनाए रखें.

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