मेरा तुझसे मिलना कोई इत्तेफाक तो नहीं लगता,
मेरा तुझसे प्यार करना कोई जाल तो नहीं लगता,
भले ही तुमने मुझसे मोहब्बत नहीं की,
फिर भी मेरा तुझसे मोहब्बत करना कोई कमाल तो नहीं लगता,
प्यार तो सब करते हैं मगर निभाने वाला कोई नहीं लगता,
रिश्ते तो सब बनाते हैं मगर उन रिश्तो को कायम रखने वाला कोई नहीं लगता,
सपने दिखाने वाले बहुत होते हैं लेकिन तेरे छोटो-छोटे सपने पूरे करने वाला कोई नहीं लगता,
कहते हैं मोहब्बत में बहुत ताकत होती है मगर फिर क्यूं तेरे लिए कोई दुनिया से लड़ने वाला नहीं लगता,
मैं कैसे छोड़ दूं तुझे इस दुनिया की भीड़ में,
हर कोई तुझसे मेरी तरह लाड़ करने वाला नहीं लगता,
चलो मान लिया मिल जाएंगे मुझ जैसे बहुत तुझे,
मगर पता नहीं क्यूं मुझ जैसी तेरी कोई परवाह करने वाला नहीं लगता...
कैसे रह लूं मैं खुश तेरे बिना,
मेरे अलावा तेरी खुशियों की देखभाल करने वाला कोई नहीं लगता...
मैं तो खुशी खुशी अपनी ज़िंदगी तुझे दे दूं,
मगर कोई तेरे लिए अपनी ज़िंदगी कुरबान करने वाला नहीं लगता...
तेरे कानों को चूमने वाले बहुत होंगे,
लेकिन उन्हीं कानों में झुमके पहनाने वाला कोई नहीं लगता...
तुझे दिल देने वाले तो बहुत मिलेंगे ज़माने में,
मगर मेरी तरह तुझसे कोई वफा करने वाला नहीं लगता...
तेरे साथ सोने की चाहत रखने वाले काफी मिलेंगे,
लेकिन कोई तुझे अपने घरवालों से मिलवाने वाला नहीं लगता...
सिर्फ जिस्म निहारने वालों की कमी नहीं है यहां,
पर मुझ जैसी तेरी कोई इज्जत करने वाला नहीं लगता...
तुझे ही देख कर मुस्कुराने वाले लोग भी होंगे,
लेकिन तेरे लबों पर मुस्कान लाने वाला कोई नहीं लगता.
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