चाहे राजनीति का क्षेत्र हो या खेल जगत का, माउंट एवरेस्ट पर फतह की बात हो या फिर देश की रक्षा की खातिर मरमिटने की, महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं. वे पूरे आत्मविश्वास के साथ हर जोखिम झेल कर आगे बढ़ने को तैयार हैं. लेकिन इस सचाई से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि 30 की उम्र पार होते ही महिलाओं के शरीर में अनेक बदलाव होने शुरू हो जाते हैं, खासकर मांसपेशियों को बनाने वाले हारमोन्स के लैवल में कमी आनी शुरू हो जाती है, जिस से मसल्स कमजोर होती हैं. जो हमारे मैटाबोलिज्म को धीमा करने का काम करती है. इस स्थिति में उन्हें भीतर से भी स्ट्रौंग बनने की जरूरत होती है ताकि वो अपने सपनों, अपनी इच्छाओं को बिना किसी रुकावट के पूरा कर सके. ऐसे में इस वूमंस डे पर महिलाएं वूमंस होर्लिक्स के साथ खुद की इनर स्ट्रैंथ को ओर बढ़ाएं.

हर उम्र में हैल्दी बोन्स की जरूरत

हर उम्र व जीवन के हर पड़ाव पर हड्डियों का हैल्दी होना बहुत जरूरी होता है. बचपन से ही हमारे शरीर में हड्डियों को खनिज का पोषण मिलता रहता है, जिस से शरीर की जरूरतें पूरी होती रहती हैं. लेकिन उम्र बढ़ने खास कर 30 के बाद व विभिन्न स्टेजिस जिस में पीरियड्स, प्रैग्नैंसी, फीडिंग व मैनोपोज भी शामिल हैं, तब हारमोन लैवल गड़बड़ा जाता है और शरीर में कैल्शियम की खपत काफी बढ़ जाती है. यदि ऐसे समय में कैल्शियम की कमी को पौष्टिक डाइट के साथसाथ सप्लिमैंट्स से पूरा नहीं किया जाता तो हड्डियों को नुकसान पहुंचने के साथसाथ शरीर में फैट बर्न होने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है.

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रिसर्च की मानें तो भारत में 30 के बाद की 50 प्रतिशत महिलाओं में कैल्शियम की कमी देखी गईर् है. यह भी देखा गया है कि हर 2 में से 1 महिला की लो बोन डेंसिटी होती है. इस में हड्डियां इतनी कमजोर हो जाती हैं कि मामूली चोट पर फ्रैक्चर तक होने का डर बना रहता है. यहां तक कि जिन कार्यों को वे पहले आसानी से कर लेती थीं जैसे सीढि़यां चढ़ना, कई तरह के घरेलू कार्य, घूमनाफिरना आदि लेकिन अब उन्हें इन्हें करने में थकान महसूस होने लगती है.

छोटी पहल से बड़ा फायदा

कहते हैं न कि छोटीछोटी कोशिशों से ही कामयाबी मिलती है. ठीक उसी तरह अगर आप अपने लाइफस्टाइल में हैल्दी ईटिंग हैबिट्स को शामिल करेंगे तो आप हर उम्र में स्वस्थ रह पाएंगी. और आप की हड्डियां भी स्ट्रौंग बनेंगी.

आप को बता दें कि हड्डियों को स्ट्रौंग बनाने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी की जरूरत होती है. ऐसे में वूमंस होर्लिक्स का फौर्मूला आप की हड्डियों तक कैल्शियम को पहुंचाने का काम करता है. वहीं इस में विटामिन डी की मौजूदगी कैल्शियम को अवशोषित करती है. तो विटामिन के2 कैल्शियम को हड्डियों में स्टोर करने का काम करता है. तो फिर इस वूमंस डे पर इस छोटी सी कोशिश से खुद को स्ट्रौंग बनाने का संकल्प लें. लेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के हैं.

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