हवाई रास्ते से हवा के जरिए कोरोना को हवा मिली तो हवा के जरिए छवि सुधारने को भी हवाई रास्ता अख़्तियार किया जा रहा है. मास्क लगाकर काली करतूतों को अंजाम दिया जाता था लेकिन आज इसके जरिए जागरूक होने का परिचय दिया जा रहा है. बता दें कि अमेरिकी संस्था की हालिया रिपोर्ट में भारत और पाकिस्तान दोनों पर उंगली उठाई गई है कि वे अपने देशों में अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित कर रहे हैं.

वर्तमान में दुनियावाले जब मास्क पहनकर संवेदनशील होने का सुबूत पेश कर रहे हैं तो पाकिस्तान ने काली करतूतों का मास्क उतार एक अल्पसंख्यक को वायुसेना का पायलट नियुक्त कर अपने ऊपर लगे अमेरिकी संस्था के इलज़ाम को हलका करने की सकारात्मक कोशिश की है.

पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार एक हिंदू को वायुसेना में जी. डी. पायलट यानी जनरल ड्यूटी पायलट के रूप में नियुक्त किया गया है. नवनियुक्त जी. डी. पायलट राहुल देव का संबंध सिंध प्रांत के सबसे बड़े ज़िले थारपारकर से है, जहां हिंदुओं की बड़ी आबादी रहती है.

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जनरल ड्यूटी (जीडी) के जो पायलट होते हैं वे कोई भी एयरक्राफ्ट उड़ा सकते हैं, फिर चाहे वह फाइटर हो या ट्रांसपोर्ट. पाकिस्तान एयरफोर्स में जीडी पायलट अहम होता है और वह ज्यादा ताकतवर एयरक्राफ्ट उड़ाता है.

राहुल देव के पायलट चुने जाने पर पाकिस्‍तानी हिंदू समुदाय में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है. पाकिस्तान हिंदू पंचायत के सचिव रवी दवानी ने वायुसेना में एक हिंदू पाकिस्तानी नागरिक के बतौर पायलट भर्ती होने पर ख़ुशी जताई है. उनका कहना है कि पाकिस्तान में कई अल्पसंख्यक सिविल सर्विस और सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. देश के कई डाक्टर और प्रोफैशनल हिंदू समुदाय से आते हैं. अगर सरकार अल्पसंख्यकों पर ध्यान देगी तो राहुल देव जैसे कई काबिल लोग सामने आएंगे.

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