चेहरे के अलावा हाथ और नाखून भी काफी माने रखते हैं. इसीलिए आजकल चेहरे की ही नहीं, बल्कि हाथों और नाखूनों की सुंदरता पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है, खासतौर पर शादी के दिन, क्योंकि इस दिन अंगूठियों, आउटफिट आदि सभी का महत्त्व रहता है. इस खास दिन को आकर्षक और रोमांटिक बनाने के लिए नाखूनों की डिजाइन करवाना भी आवश्यक हो गया है.
इस बारे में ब्राइडल नेलआर्ट बनाने वाली मुंबई की एकता आर्ट्स की एकता विजय कहती हैं कि ब्राइडल नेलआर्ट आजकल सभी दुलहनें करवाती हैं, जो उन की पोशाक के रंग और ऐंब्रौयडरी के आधार पर की जाती है. नेलआर्ट कई प्रकार की होती हैं:
लाल और गोल्डन कलर की नेलआर्ट ज्यादातर दुलहनों को लगाई जाती है, क्योंकि भारतीय दुलहनें विवाह के दिन पर खासतौर पर लाल जोड़ा पहनती हैं.
पारंपरिक नेलआर्ट को भी भारतीय दुलहनें बहुत पसंद करती हैं. इस के लिए रिच कलर ले कर नाखूनों पर पौलिश कर फूल, रेखाएं आदि बना सकती हैं. मोर, कलश आदि ज्यादा बनाए जाते हैं.
फ्रैंच नेलआर्ट भी काफी चलन में है. इस में पोशाक के रंग के साथ मिक्समैच कर डिजाइन बनाई जाती है.
नेलआर्ट बनाने के लिए पहले नेलकलर लगाया जाता है. उस के बाद गोल्डन या सिल्वर नेलपेंट लगाते हैं. इस के ऊपर नेलआर्ट पेन से डिजाइन बना कर नीडल से रंग भरा जाता है. अंत में ट्रांसपेरैंट शिमर द्वारा कोटिंग कर उस पर स्टोन लगाया जाता है. कई बार इस की जगह मोती भी लगाए जाते हैं. ये सारी वस्तुएं बाजार में आसानी से उपलब्ध होती हैं.
स्टैंपिंग तकनीक से भी ब्राइडल नेलआर्ट बनाई जाती है. ब्राइडल पोशाक की डिजाइन की तरह ही छोटी डिजाइन नाखूनों पर बनाई जाती है. गुलाबी, लाल, औरेंज, सीप आदि सभी नेलआर्ट के लिए उपयोगी हैं.
कई बार कुछ दुलहनों के नाखून छोटे होते हैं. ऐसे में नाखूनों को सुंदर बनाने के लिए आर्टिफिशियल नेल लगाए जाते हैं. अगर आप के नाखून छोटे हैं और शादी नजदीक है तो शादी से 1-2 सप्ताह पहले नाखूनों को जैतून के तेल में थोड़ी देर डुबो कर रखें. इस से वे जल्दी बढ़ेंगे. ऐसे नाखूनों पर ऐक्रिलिक रंग फाइन ब्रश के द्वारा लगा कर फिर डिजाइन बनाई जाती है.
डर्मेटोलौजिस्ट डा. सरोज सेलार नाखूनों को हमेशा सुंदर बनाए रखने के कुछ उपाय बता रही हैं:
हमेशा हैल्दी फूड लें. उस में हरी सब्जियां, फल, बादाम आदि शामिल हों.
नाखून नेलपौलिश से कभी खराब नहीं होते पर यदि नाखूनों में दरारें आ रही हों तो ऐसिटोन फ्री नेलपौलिश रिमूवर का प्रयोग करें. जब भी घर की साफसफाई या बगीचे में काम करना हो तो दस्ताने पहनना न भूलें. नाखूनों को धूलमिट्टी से दूर रखें.
काम खत्म करने के बाद कुनकुने पानी में माइल्ड सोप डाल कर हाथों को कुछ समय तक डुबो कर रखें. फिर मौइश्चराइजर लगा लें.
नाखूनों के आसपास के क्यूटिकल्स को समयसमय पर मौइश्चराइज करती रहें. अगर उन में दर्द, रैडनैस या संक्रमण हो तो डर्मेटोलौजिस्ट से मिलें.