कोरोना महामारी की वजह से महाराष्ट् सरकार के संशोधित  दिशा निदेश जारी होने के बावजूद फिल्मों की शूटिंग शुरू नहीं हो पा रही है. इसकी मूल वजह सरकार का यह दिशा निर्देश है कि स्टूडियो या सेट पर 65 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोग मौजूद नही रह सकते. इस नियम के चलते अमिताभ बच्चन, किरण कुमार,अनिल कपूर, रोहिणी हटंगणी,मनोज जोशी,कंवलजीत सहित तकरीबन तीन दर्जन से अधिक कलाकार और महेश भट्ट,राज कुमार संतोषी सहित कई वरिष्ठ निर्देशक,कई कैमरामैन, मेकअप मैन वगैरह सेट पर काम नही कर सकते.इसी के चलते फिल्मों के अलावा कुछ सीरियलों की श्ूाटिंग शुरू नही हो पायी है.
ऐसे में ‘‘सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन’’ (सिंटा)के अलावा ‘‘फेडरेशन आफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लाॅइज’’ (एफ डब्लू आई सी ई) ने 31 मई से अब तक कई पत्र महाराष्ट् के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखकर इसमें छूट देने की गुहार लगाई.इसके अलावा कुछ पत्र केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्रालय को लिखे गए.इस संदर्भ में ‘‘सिंटा’’के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और अभिनेता मनोज जोशी ने व्यक्तिगत स्तर पर महाराष्ट् के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की.इतना ही नही हेमा मालिनी सहित कई कलाकारांे ने इस संबंध में केंद्र सरकार से भी बात की.मगर डेढ़ माह से अधिक बीत चुका है,सभी चुप्पी साधे हुए हैं.उधर फिल्मों की शूटिंग शुरू न हो पाने से जूनियर आर्टिस्ट (पुरुष और महिला)के रूप में कार्यरत कलाकार, सिने नर्तक, फोटोग्राफर,डमी कलाकार का किरदार निभाने वाले व स्टंट कलाकारों सहित लाखों लोगों के लिए आर्थिक संकट पहले से कहीं अधिक गहरा गया है.इनके घरों में दो वक्त के भोजन का संकट भी पैदा
हो चुका है.
इसी संदर्भ में ‘‘सिंटा’’के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व अभिनेता मनोज जोशी ने महाराष्ट्र के माननीय राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के साथ मुलाकात की. मनोज जोशी ने  राज्यपाल से निवेदन किया कि 65 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ अभिनेताओं से उनके मौलिक अधिक को न छीनकर उन्हें फिल्मों की शूटिंग करने की अनुमति देने के लिए आवश्यक कदम उठाए.माननीय राज्यपाल ने मनोज जोशी को आवश्यक सहयोग देने का आश्वासन दिया.
इस संबंध में ‘‘सिंटा’’के वरिष् ठ उपाध्यक्ष और अभिनेता मनोज जोशी कहते हैं-‘‘माननीय राज्यपाल के संग हमारी यह बैठक दोहरे उद्देश्य से संपन्न हुई.स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहे राज्यपाल ने महात्मा गांधी पर एक निबंध लिखा था और एक आम व्यक्ति के रूप में डाक विभाग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया था.जब उन्होंने प्रतियोगिता जीती,तो उन्होंने इस पुरस्कार राशि में अपनी तरफ से तीन गुना राशि जोड़ी और डाकघर के कर्मचारियों को ‘कोविड 19’ के खिलाफ सुरक्षा के लिए वही उपहार दिया.मैं उनके इस अद्भुत कारनामें के लिए उन्हें बधाई देने के साथ-साथ शॉल और विठोबा व रूक्मिणी की मूर्ति देने के लिए गया था.
उसके बाद हमने उन्हें ‘सिंटा’के इतिहास से परिचित कराते हुए ‘सिंटा’ के उन वरिष्ठ सदस्यों /नागरिकों के बारे में बात की, जिन पर उनका परिवार आजीविका के लिए निर्भर करता है और उनके पास पहले से ही लगभग चार माह से काम व आमदनी नहीं है.हमने  विस्तार से बताया कि काम करने वाले वरिष्ठों की संख्या बहुत बड़ी है.इनके द्वारा निभाए जा रहे किरदार फिल्मों में इस तरह से हैं,कि निर्माता चाहकर भी इन्हें प्रतिस्थापित नहीं कर सकते.वैसे हमने उन्हे कलाकारों के संदर्भ में पहले भी पत्र भेजा था.‘‘
मनोज जोशी आगे कहते हैं-‘‘माननीय राज्यपाल के संग हमारी यह बैठक 40 मिनट चली.महामहिम ने आश्वासन दिया है कि वह हमारी हर संभव मदद करेंगें. तरह से मदद करेंगे.’’
मनोज जोशी आगे कहते हैं-‘‘हमारी संस्था ‘सिंटा’ ने महामहिम राज्यपाल के अलावा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मंत्री सुभाष देसाई और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को भी पत्र भेजे थे.हमें खुशी है कि माननीय राज्यपाल के साथ बैठक अच्छी रही.हमें उम्मीद है कि इसका एक सकारात्मक परिणाम होगा.’’
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