आजकल हर 10 में से एक इंसान को माइग्रेन की शिकायत है. महिलाओ को माइग्रेन की समस्या पुरुषों से अधिक होती है. मनो वैज्ञानिकों के पास भी जितने भी पेशेंट्स आते हैं उनकी अधिकतर की समय माइग्रेन ही होती है. यदि आप को भी माइग्रेन की परेशानी हैं तो आपको भी सही जानकारी होना जरूरी है.

माइग्रेन से जुड़े झूठ

  1. औरा + अचानक सिर दर्द = माइग्रेन

सिर में दर्द होना माइग्रेन का सबसे कॉमन प्रकार होता है परन्तु इसके अलग प्रकार भी होते है. आपको पता होना चाहिए कि माइग्रेन वाला सिर दर्द अन्य सिर दर्दो से अलग कैसे है. ज्यादातर लोगों को सिर दर्द टेंशन व चिंता की वजह से होता है. यह सिर दर्द बहुत ही आम होते हैं.इनमें आपको दिमाग के दोनो तरफ दर्द होगा और सिर पर एक भारीपन महसूस होगा. परंतु आपको लाइट व हवा से किसी भी प्रकार का जुखाम या अन्य एलर्जी नहीं होगी. 80 प्रतिशत लोगों को ऐसा सिर दर्द साल में एक बार तो जरूर होता है.

परंतु माइग्रेन में दिमाग के केवल एक ही तरफ दर्द होता है. यह एक घंटे तक रहता है. माइग्रेन का एक प्रकार वेस्टीबुलर माइग्रेन होता है जिसमें आपको सिर में दर्द होने की बजाए ऐसे महसूस होता है जैसे आप एक नाव में हैं और आप डूबने वाले हैं.

  1. माइग्रेन अटैक विजिबल होते हैं

ऐसा माना जाता है कि माइग्रेन के लक्षण एक घंटे तक दिखाई देते हैं. यह एक विजिबल अटैक होता है परन्तु सच्चाई यह है कि केवल 20 प्रतिशत पेशेंट को ही विजिबल अटैक आते है. इनमे उनको दिखना बन्द हो जाता है, आंखों के पास झुर्रियों जैसी लाइन बन जाती हैं. माइग्रेन औरा दो प्रकार के होते हैं.

ये भी पढ़ें- 5 टिप्स : मानसून में इंटिमेट हाइजीन को बनाए रखना है जरुरी 

लैंग्वेज औरा : इस प्रकार के औरा में आपको कुछ शब्द बोलने में कठिनाई महसूस होती है, या आप अलग ढ़ंग से बाते कहने लग जाते हैं या फिर आप ऐसी बाते करते हैं जिनकी कोई सेंस नहीं बनती.

मोटर औरा : इस प्रकार के औरा में एक साइड ज्यादा कमजोरी अा जाती है जैसे आपको अपने फेस की एक साइड ज्यादा भारी लगने लगेगी या फिर आप आपके एक पैर को खींचाव महसूस होगा.

  1. आपको माइग्रेन पहचानने के लिए ब्रेन स्कैन या एमआरआई की जरूरत पड़ेगी

ज्यादातर मरीजों को माइग्रेन का  पता लगाने के लिए ब्रेन स्कैन की आवश्कता नहीं पड़ती सिवाए निम्नलिखित केसेस के :

यदि आपको पहले कभी भी सिर दर्द न हुए हो और अब 50 या 60 की उम्र में आपको अचानक सिर दर्द होने लग जाए. यदि आपको माइग्रेन के कुछ ऐसे लक्षण दिखने लग जाए जो पहले कभी ना दिखे हो. बच्चो के लिए ब्रेन स्कैन करने की आवश्यकता होती है क्योंकि उनको ठीक ढंग से लक्षण नहीं पता होते.

  1. सिर दर्द को ठीक करने के लिए बहुत ही कम दवाई के डोज का प्रयोग करें

बहुत से लोग सोचते हैं कि कम दवाई लेने से वह ठीक भी हो जाएंगे और उनको कोई नुक़सान भी नहीं पहुंचेगा. परंतु माइग्रेन में ऐसा नहीं है आपको माइग्रेन को ठीक करने के लिए दवाइयों का उतना ही डोज लेना पड़ेगा जितना कि डॉक्टर आपको बताते हैं. आपको माइग्रेन कि समय समय पर पूरी डोज लेनी पड़ेगी तब ही आप इसको ठीक कर पाएंगे. यदि आप ऐसे सोचेंगे की थोड़ी दवाई लेने से आपका माइग्रेन ठीक हो जाएगा तो शायद आप गलत हो सकते है.

माइग्रेन से जुड़े सच

  1. माइग्रेन से बचाव करें : माइग्रेन को ठीक करने का सबसे उत्तम तरीका यही है कि आपको यह बीमारी हो ही ना. आपको अपने स्वास्थ्य का अच्छे से ख्याल रखना होगा. यदि आप सोते कम हैं और आप स्ट्रेस ज्यादा लेते हैं और जंक फूड ज्यादा खाते हैं तो आपको माइग्रेन होने के ज्यादा चांस है. इसलिए अपने स्वास्थ्य का खयाल रखें.
  2. आप दवाइयों के बिना भी माइग्रेन को ठीक कर सकते हैं : कुछ विटामिन्स व मिनरल्स जैसे विटामिन – बी2 आदि माइग्रेन को खतम करने में काफी असरदार रहते है. एक्युपंचर के द्वारा भी आपको माइग्रेन से छुटकारा मिल सकता है. योगा, एक्सरसाइज व खुद को रिलैक्स करने से भी आपका माइग्रेन ठीक हो सकता है.

ये भी पढ़ें- मिलिट्री डाइट क्या है और जानें इसके फायदे

  1. अपने सिर दर्द की एक डायरी बना ले : एक डायरी में जब भी आपको सिर दर्द होता है उसका रिकॉर्ड बना कर रखें. इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी की आप को पिछला माइग्रेन कब आया था और आप उसको हल्के में नहीं लेंगे. यह आपको यह जानने में भी मदद करेगा कि आप जो दवाइयां खा रहे हैं वह कितना असर कर रही है.
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...