लेखिका- मेघना नारायण और शौवरी मलिक (स्लर्प फार्म)

भारतीय त्योहारों की बात करें तो दीवाली के दौरान अक्सर हम ज़्यादा मिठाईयां खाते हैं. दीवाली के दौरान रिफाइन्ड चीनी से भरपूर लड्डू और ट्रांसफैट से युक्त भोजन भारतीय परिवारों में आमतौर पर देखा जाता है. अगर आप को लगता है कि त्योहारों के आहार में बदलाव लाना मुश्किल है तो आप गलत हैं.

आप सेहतमंद अवयवों के साथ दीवाली के व्यंजनों को स्वादिष्ट और पौष्टिक बना सकते हैं. आप की पसंद की मिठाई में ओर्गेनिक नट पाउडर जैसे दालचीनी, कालीमिर्च, इलायची और चीनी के बजाए ओर्गेनिक गुड़ का इस्तेमाल कर इसे ज़्यादा पौष्टिक बनाया जा सकता है.

इस दीवाली आप पोषण से भरपूर अंकुरित रागी पाउडर, रागी पैनकेक मिक्स, सेहतमंद जई पाउडर, बाजरा जई दलिया मिक्स, और आटा का इस्तेमाल कर 1000 तरह के व्यंजन बना सकते हैं जैसे वेफल्स, ब्राउनी, केक (आप इनके वेगन वर्ज़न भी बना सकते हैं), बर्फी, लड्डू, हलवा, पुडिंग, फ्रोयो, पाॅप्सिकल.

आइए जानें पारंपरिक अनाज मिलेट्स की ताकत

फाइबर, प्रोटीन, विटामिन बी एवं अन्य पोषक तत्वों से भरपूर मिलेट्स आज शहरी आहार में वापसी कर चुके हैं और लोग भोजन के सेहतमंद विकल्पों के लिए इन्हें को अपना रहे हैं. फिंगर मिलेट्स (रागी) के फायदेः

रागी में किसी भी अन्य अनाज की तुलना में कैल्शियम अधिक मात्रा में होता है. यहां तक कि दूध से भी ज़्यादा कैल्शियम इसमें पाया जाता है. यानि यह आप की हड्डियों का मजबूत बनाता है.

रागी में फाॅस्फोरस भी भरपूर मात्रा में होता है जा हड्डियों और दांतों के सेहत के लिए महत्वपूर्ण है. यह पाचन में मददगार है और शरीर में पीएच स्तर को संतुलित बनाए रखता है.

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रागी में मौजूद फाइबर से आप को लम्बे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है, आप दिन भी सक्रिय रहते हैं, और आप का एनर्जी लैवल सक्रिय बना रहता है.

रागी में आयरन भी भरपूर मात्रा में होता है. यह उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनमें हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो.

बच्चों को अगर शुरूआत से इस तरह के सेहतमंद आहार की आदत डाली जाए तो उन्हें जीवनशैली से जुड़ी कई बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सकता है. आम दिनों का आहार हो या त्योहारों के दिनों के व्यंजन, अगर उन्हें अच्छी तरह से पकाया जाए तो वे स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी हो सकते हैं. तो क्या आप स्टोर से लड्डू खरीदना चाहेंगे या घर में सेहतमंद व्यंजन बना कर अपने बच्चे के विकास को सुनिश्चित करना चाहेंगे?

सेहतमंद आहार स्वादिष्ट भी हो सकता है!

मिलेट्स सदियों से हमारे दादादादी की रसोई का मुख्य हिस्सा रहे हैं. रागी डोसा, कोडो मिलेट खिचड़ी, बाजरे की रोटी, ज्वार का उपमा, ये व्यंजन दशकों से भारतीय रसोई में पकाए जाते हैं. लेकिन यह गलत अवधारणा है कि इन मिलेट्स का उपयोग सिर्फ पारंपरिक व्यंजनों में ही किया जा सकता है. ये पारम्परिक अनाज रिफाइन्ड सफेद चावल या आटे का बेहतरीन विकल्प हैं. यानि आमतौर पर हर वह व्यंजन जिसमें आप चावल, आटे या मैदा का उपयोग करते हैं, उन्हें मिलेट्स से बनाया जा सकता है.

ये मिलेट्स सेहतमंद विकल्प हैं क्योंकि इनमें फाइबर, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और एंटीआक्सीडेन्ट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. ऐसे में ये वज़न में कमी लाने, डायबिटीज़ से बचाव, दिल की बीमारियों से बचाव के लिए बेहद फ़ायदेमंद हैं.

तो इस दीवाली अपने प्रियजनों के पका कर खिलाएं ये स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजनः

ज़ीरो ट्रांस फैट वाली मिठास से भरपूर खास रागी के लड्डू

रागी के लड्डू

सामग्री

1. आधा कप रागी का आटा

2. आधा कप ओर्गेनिक गुड़ का पाउडर

3. एक कप खजूर बिना बीज के

4. एक बड़ा चम्मच घी

5. एक बड़ा चम्मच खसखस

6. आधा चम्मच तिल के बीज

7. दो बड़े चम्मच बादाम कटे/ पाउडर किए

8. दो बड़े चम्मच किशमिश कटी/ पाउडर की

9. सभी मेवे स्लर्प फार्म ओर्गेनिक नट पाउडर से लिए जा सकते हैं.

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विधि ;

एक गहरी कढ़ाई में एक बड़ा चम्मच घी गर्म करें, इसमें एक कप रागी का आटा भुनें. धीमी आंच पर 5-7 मिनट के लिए भुनें. लड्डु बनाते समय आप को एक बात ध्यान रखनी है कि रागी को अच्छी तरह भुना जाए. अगर थोड़ा भी कच्चा रह गया तो यह पेट दर्द का कारण बन सकता है.

एक साथ मिला कर पीस लें, मेवों को हल्का सा भुनें .

एक बाउल में भुना रागी, सूखे मेवे, आधा कप गुड़ पाउडर मिलाएं. दोचम्मच गर्म घी/ मक्खन मिला कर अच्छी तरह मिला लें.

अगर आ पको खुशबु पसंद है तो एक बड़ा चम्मच इलायची पाउडर मिलाएं.

अपने हाथों से बाॅल्स बनाएं. अगर बहुत सूखे हों और लड्डू न बंधे तो थोड़ा घी और मिलाएं.

रागी से बना सेहतमंद लड्डू तैयार है! सेहत की चिंता किए बिना इसका आनंद उठाइए!

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