पदम को लग रहा था कि जिस भंवर में वह फंस गया है शायद उस से बाहर कभी नहीं निकल पाएगा. लेकिन जिंदगी भी अजबगजब रंग दिखाती है. पदम को आज कुछ ऐसा ही लग रहा था.