9 महीने का सफर एक ऐसा सफर है, जो एक स्त्री और पुरुष जिंदगी का जश्न मनाते हुए तय करते हैं, जो उन्होंने साथ मिलकर शुरू किया था. लेकिन कई औरतें ऐसी हैं, जो किसी साथी के बिना ही एक पैरेंट बनने का चुनाव करती हैं. इसकी वजह अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन मां बनने का अधिकार तो एक औरत को ही होता है, चाहे वो शादीशुदा हो, किसी रिश्ते में हो या फिर हो सिंगल हो! वैसे सिंगल मां बनने का चुनाव बड़ा कठिन होता है, लेकिन यह भी सच है कि महिलाओं को अपने मां बनने का तरीका चुनने और उसे उचित ठहराने के लिए किसी की स्वीकृति की जरूरत नहीं है.

“अगर बिना प्यार के शादी हो सकती है, तो बिना पति के मां क्यों नहीं बन सकते?” यह कहना है आलिया श्रॉफ का, जो सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के नए शो ‘स्टोरी 9 मंथ्स की” का एक प्रमुख किरदार है. यह लाइन सुनकर शायद आप हिल जाएं, क्योंकि टेलीविजन पर अब तक इस तरह का विषय नहीं दिखाया गया है, जिसमें एक नायिका खुद अपनी शर्तों पर मां बनने की इच्छा जाहिर करती है. इसका शीर्षक कुछ ऐसा है, जिसे सुनकर दर्शक इस सफर का हिस्सा जरूर बनना चाहेंगे.

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आलिया श्रॉफ आज की नारी है, जो इरादों की पक्की, दिल से महत्वाकांक्षी और स्वभाव से एक परफेक्शनिस्ट है! 30 साल की उम्र में वो एक सुशिक्षित और सफल एंटरप्रेन्योर है और उसने बहुत पहले से ही अपनी जिंदगी प्लान कर रखी है. लेकिन रिश्तों के मामले में वो खुद को जाहिर नहीं कर पाती, चाहे उसकी निजी जिंदगी हो या पेशेवर. आलिया बाहर से भले ही सख्त नजर आए, लेकिन उसका दिल सोने जैसा खरा है और लोग वाकई उसके बारे में यह नहीं जानते हैं.

आलिया किसी भी पुरुष से संबंध बनाए बिना ही, यानी आईवीएफ (इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन) के जरिए, मां बनने का चुनाव करती है और अपने इस फैसले पर अडिग रहती है. इसके लिए उसने हर इंतजाम कर रखे हैं, लेकिन उसके रास्ते में केवल एक ही अड़चन है और वो है एक सही स्पर्म डोनर! आलिया के अनुसार, उसे अपने जैसे ही किसी परफेक्ट डोनर की तलाश है, लेकिन वो कहते हैं ना, तकदीर का खेल बड़ा विचित्र है और सबकुछ प्लान के मुताबिक नहीं होता!

जब आलिया अपनी मर्जी के हिसाब से मां बनने की योजना में व्यस्त होती है, तभी मथुरा के एक युवा और महत्वकांक्षी लेखक सारंगधर से अचानक उसका आमना-सामना होता है. आलिया और सारंगधर दोनों ही एक नदी के दो अलग-अलग किनारे हैं, जिनके स्वभाव एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं. हालांकि लेखक के रूप में अपना करियर बनाने के लिए सारंगधर को आलिया की कंपनी में जॉब मिल जाती है. फिर किस्मत कुछ ऐसी करवट लेती है कि वो आलिया का डोनर बन जाता है! क्या आलिया को अपने डोनर के बारे में कुछ पता चलेगा? आखिर यह ‘स्टोरी 9 मंथ्स की’ आगे क्या मोड़ लेगी? जानने के लिए स्टोरी 9 मंथ्स की आज से , सोमवार से गुरुवार रात 10.30 बजे सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर.

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